सोशल मीडिया पर इन दिनों दो दावे तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनकी सच्चाई कुछ और ही है। एक तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन किए। वहीं, एक अन्य वीडियो में पाकिस्तान की संसद के अंदर एक गधे के घुसने का दावा किया जा रहा है. जानें इन दोनों का सच
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि भोपाल में आदिल काजमी (Adil Kazmi) नामक शख्स को बम धमाకే की साजिश रचతే हुए गिरफ्तार किया गया है. गुड न्यूज़ टुडे (Good News Today) की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि यह दावा पूरी तरह झूठा है. यह वीडियो 2021 की तेलुगु फिल्म 'Thappinchukoleru' (Nobody Can Escape) की शूटिंग का एक दृश्य है, जिसे भोपाल में फिल्माया गया था.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दो चौंकाने वाले वीडियो का सच 'फैक्ट चेक' रिपोर्ट में सामने आया है। पहले वीडियो में पुलिस को कुछ लोगों की पिटाई करते हुए दिखाया गया है और दावा किया गया है कि यह उत्तर प्रदेश की घटना है जहाँ सीएम योगी आदित्यनाथ को काले झंडे दिखाए गए थे। हालांकि, पड़ताल में यह वीडियो 2018 का राजस्थान के हनुमानगढ़ का साबित हुआ, जहाँ तत्कालीन सीएम वसुंधरा राजे के विरोध के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
गुड न्यूज़ टुडे के 'फैक्ट चेक' शो में एंकर शुभम सिंह ने सोशल मीडिया पर वायरल दो दावों की पड़ताल की. पहला दावा एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के हनुमान आरती करने का था, जो जांच में एआई-जनरेटेड (AI-generated) और फर्जी साबित हुआ.
गुड न्यूज़ टुडे के 'फैक्ट चेक' शो में एंकर शुभम सिंह ने सोशल मीडिया पर वायरल दो बड़े दावों की पड़ताल की. पहला वीडियो सियालदह रेलवे स्टेशन का है, जिसे 'SIR' (Special Intensive Revision) के डर से रोहिंग्याओं के भागने का बताकर शेयर किया जा रहा है. जांच में पता चला कि यह वीडियो पुराना है और इसका रोहिंग्या या SIR से कोई संबंध नहीं है.
गुड न्यूज़ टुडे के शो 'फैक्ट चेक' में एंकर गीतिका पंत ने सोशल मीडिया पर वायरल तीन प्रमुख वीडियो की पड़ताल की. पहला वीडियो इथियोपिया के हैली गुब्बी ज्वालामुखी का बताया जा रहा था, जो जांच में एआई (AI) निर्मित निकला. दूसरा वीडियो श्रीलंका में बाढ़ का दावा कर रहा था, लेकिन असल में यह इंडोनेशिया के सुमात्रा का वीडियो था. तीसरा वीडियो गाजीपुर के हिंदू इंटर कॉलेज में धमाके का था, जिसे एंकर ने पूरी तरह फर्जी और एआई जेनरेटेड बताया. गीतिका पंत ने दर्शकों को आगाह किया, 'सोशल मीडिया के जमाने में हर दिन कुछ ऐसी तस्वीरें और वीडियो वायरल किए जाते हैं जिनका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं होता'
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दो प्रमुख वीडियो की सच्चाई सामने लाई गई है। पहले वीडियो में एक इमारत का फर्श धंसते हुए दिखाया गया है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा था कि यह बीजेपी नेता के निरीक्षण के दौरान हुआ और भ्रष्टाचार का परिणाम है। हालांकि, पड़ताल में यह स्पष्ट हुआ कि यह घटना तेलंगाना के वेमुलावाड़ा की है और उस समय वहां कांग्रेस विधायक आदि श्रीनिवास और सरकारी अधिकारी मौजूद थे, न कि बीजेपी नेता.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दो वीडियो का फैक्ट चेक किया गया है. पहला वीडियो कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू की मुलाकात का है. दावा किया जा रहा है कि अमित शाह ने नायडू को शिवकुमार को अपने खेमे में लाने के लिए भेजा है. पड़ताल में सामने आया कि यह वीडियो दिसंबर 2023 का है जब दोनों नेताओं की बेंगलुरु एयरपोर्ट पर अचानक मुलाकात हुई थी. दूसरा वीडियो बाइक स्टंट का है जिसे दिल्ली का बताया जा रहा है. जांच में पता चला कि यह वीडियो पाकिस्तान के लाहौर का है और सड़क का नाम सीवीडी रूट 47 है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दो सनसनीखेज वीडियो का गुड न्यूज़ टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पर्दाफाश किया है. पहला वीडियो एक कथित भारतीय सैनिक का है जो रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे होने का दावा कर रहा है, और दूसरा वीडियो राजस्थान के रणथंभौर में बाइक सवार पर टाइगर के हमले का है. रिपोर्टर अभिषेक पाठक ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दोनों वीडियो असली नहीं बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से बनाए गए डीपफेक हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दो वीडियो का फैक्ट चेक किया गया है। पहले वीडियो में बिहार में अतिक्रमण हटाने का दावा किया गया था, लेकिन पड़ताल में यह वीडियो मध्य प्रदेश के छतरपुर का निकला। एंकर ने बताया, 'सोशल मीडिया पर जो दिखता है वह हमेशा सच नहीं होता है, कभी तस्वीरें एडिट होती हैं, कभी वीडियो का सच पाया जाता है।' जांच में पता चला कि यह वीडियो छतरपुर में 'द लैंडमार्क' नामक इमारत पर हुई कार्रवाई का है, न कि बिहार का। दूसरे वीडियो में गाजीपुर के हिंदू इंटर कॉलेज में धमाके का दावा किया गया था, जो पूरी तरह फर्जी और एआई (AI) द्वारा निर्मित पाया गया.
गुड न्यूज़ टुडे की फैक्ट चेक टीम ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दो वीडियो की पड़ताल की है. रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी का मंदिर में पूजा करने वाला वीडियो बिहार चुनाव के बाद का नहीं, बल्कि मार्च 2024 में नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर का है.