गीतकार और शायर इरशाद कामिल ने आज तक के एक कार्यक्रम में श्वेता सिंह से बातचीत में अपनी रचनात्मक प्रक्रिया और मशहूर गानों के पीछे की कहानियों पर चर्चा की। उन्होंने 'रॉकस्टार' के गाने 'कुन फाया कुन' को लिखने के आध्यात्मिक अनुभव और इम्तियाज अली के साथ अपनी सफल साझेदारी के बारे में बताया। कामिल ने बताया कि कैसे 'लव आज कल' में 'आज दिन चढ़ेया' गाना फिल्म की एडिटिंग के बाद जोड़ा गया। उन्होंने आज के दौर में कला और कॉमर्स के बीच संतुलन बनाने की चुनौतियों का भी जिक्र किया। इरशाद कामिल ने कहा, 'खाली कागज जो होता है ना श्वेता जी वो एक कैनवास की तरह होता है कोई भी पैंटर होता है वो पहले ये सोचता है कि मैं कौन सा ब्रश उठाऊ और कौन सा रंग चुनु के ये पहली लाइन लग जाये' उन्होंने अपनी कई कविताएं और नज़्में भी सुनाईं, जिसमें उनकी शायरी का गहरा अंदाज़ दिखा।
अभिनेता जयदीप अहलावत ने अपने एक्टिंग करियर, किरदारों को गढ़ने की प्रक्रिया और आने वाले प्रोजेक्ट्स पर विस्तार से जानकारी दी है. वह अमेज़ॅन प्राइम वीडियो पर मनोज बाजपेयी के साथ 'द फैमिली मैन 3' में नज़र आ रहे हैं. इसके अलावा, उनकी आने वाली फिल्म 'इक्कीस' दिसंबर में रिलीज़ होगी, जो परमवीर चक्र विजेता अरुण खेतरपाल के जीवन पर आधारित है और इसमें वह धर्मेन्द्र के साथ काम कर रहे हैं.
साहित्य आजतक 2025 के तीसरे और आखिरी दिन एक्टर जयदीप अहलावत ने एक्टिंग पर बात की. उन्होंने कहा कि कोशिश की जाती है कि एक काम खत्म ना हो, तब तक दूसरा ना लिया जाए. शूटिंग में वक्त भी नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि 50-60 दिनों में फिल्में खत्म हो जाती है. लेकिन एक सीरीज शूट करने में तीन गुना ज्यादा वक्त लगता है.
दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में साहित्य आजतक के 8वें संस्करण में भोजपुरी के मशहूर एक्टर-सिंगर और दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने शिरकत की. इसमें मनोज तिवारी ने राजनीति से लेकर बिहारी अस्मिता तक पर बात की.
स्मृति ईरानी जानी मानी पॉलिटिशियन के साथ-साथ टीवी के पर्दे पर भी एक खास नाम है. उन्होंने साहित्य आजतक के साथ कार्यक्रम में शिरकत की और अपनी ज़िंदगी से जुड़े कई राज़ भी बताए. जो कई लोगों को नहीं पता होंगे.
साहित्य आज तक 2025 के मंच पर, गायक पापोन और जुबली बोरुआ ने हाल ही में दिवंगत हुए गायक जुबीन गर्ग को श्रद्धांजलि दी। इस सत्र में पापोन ने जुबीन के निधन के बाद असम में उनकी जगह लेने के दबाव और अपनी भूमिका पर विस्तार से बात की। पापोन ने कहा, 'वो अलग तरह का एक रोल प्ले था उनका, वो ऊपर से होता है, लिखा था, मेरा अलग रोल प्ले है सो आई थिंक वो मैं नहीं कर पाऊंगा, लेकिन मैं जो भी करता हूँ कहीं भी जाता हूँ, अस्साम मेरे साथ जाता है।' चर्चा के दौरान, जुबली बोरुआ ने जुबीन गर्ग के साथ अपने अनुभव साझा किए, विशेष रूप से जुबीन की बहन जोंकी के निधन के बाद उनके साथ गाने की शुरुआत को याद किया। पापोन ने जुबीन की गायन शैली की तुलना किशोर कुमार से की और असम के लोगों की प्रकृति से निकटता और व्यावसायिकता से दूरी पर भी अपने विचार रखे।
इस विशेष बातचीत में पीयूष मिश्रा ने अपनी नई किताब के बारे में चर्चा की, जिसमें उन्होंने अपने जीवन के उतार-चढ़ाव, बचपन से लेकर आज तक के बदलाव और फिल्म इंडस्ट्री के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि यह किताब उनकी आत्मकथा है, जिसमें उन्होंने अपने व्यक्तिगत और पेशेवर सफर को विस्तार से लिखा है। पीयूष मिश्रा ने कहा, ‘एक बार किया गया कर्म बिना अपना फल दिए नष्ट नहीं होता।’ उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने अपने जीवन में कई गुरुओं से सीखा, लेकिन अपनी पहचान बनाए रखी। बातचीत में उन्होंने समाज, प्यार, स्वीकृति और आत्म-परिवर्तन पर भी अपने विचार रखे।
गायक और संगीत निर्देशक बी प्राक ने अपने संगीत, निजी स्टाइल और गानों के पीछे की प्रेरणा पर बात की। उन्होंने गीतकार जानी के साथ 'महाकाल' और 'फिलहाल' सीरीज जैसे गानों के निर्माण की प्रक्रिया साझा की। बी प्राक ने बताया कि कैसे वह आम लोगों की कहानियों से प्रेरणा लेते हैं और 'महाकाल' गीत का संगीत उन्होंने अपने मुंह से बनाया था। अपने दर्द भरे गीतों पर बी प्राक ने कहा, 'मेरे को यह पता है कि यहाँ पर जीतने लोग बैठे हैं, कहीं ना कहीं उनके दिल टूटे जरूर है तो दिल टूटो की आवाज मैं हूँ तो मैं आपकी जुबान बन जाता हूँ'। उन्होंने यह भी बताया कि 'फिलहाल 3' की तैयारी चल रही है और वह गाना 'दुनिया को हिला देगा'। बी प्राक ने 'मन भरिया' और 'तेरी मिट्टी' को ऐसे गीत बताया जिनका रिकॉर्ड वह खुद भी नहीं तोड़ सकते।
साहित्य आजतक 2025 के दूसरे दिन मशहूर कवि, लेखक और गीतकार मनोज मुंतशिर शुक्ला ने शिरकत की. मनोज मुंतशिर ने अपने फट्टे जूते का किस्सा सुनाया. जिसके बाद वो मुंबई की बारिश में आधे घंटे तक रोते रहे. उन्होंने कहा कि अगर आज के जमाने में कोई राइटर ये कहे कि मैंने 100 फीसदी ओरिजिनल लिखा. तो वो झूठ बोल रहा है. मैंने 800 गाने और 100 फिल्में लिखने के बाद मैं कहा रहा हूं कि मैंने एक ओरिजिनल गाना नहीं लिखा है.
साहित्य आजतक 2025 के दूसरे दिन फेमस सिंगर जुस्थ ने शिरकत की. उन्होंने बताया कि कैसे एक रात को उनको सपना आया और उन्होंने अपना नाम बदल लिया. उन्होंने बताया कि एक समय वो काफी ध्यान करते थे, मेडिटेशन करते थे.
दिल्ली में साहित्य आजतक 2025 में एक्टर और सिंगर पीयूष मिश्रा ने शिरकत की. Gen Z को पीयूष मिश्रा ने कर्म करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि कर्म करो, एक बार किया गया कर्म, बिना फल दिए नष्ट नहीं होता. शुरुआत में दिक्कतें आएंगी, लेकिन जब नतीजे आएंगे तो जबरदस्त होंगे.