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धर्म

महाभारत काल से जुड़ी है बाबा केदारनाथ की कहानी, जानिए धाम में कैसे विराजमान हुए थे भगवान भोलेनाथ

26 जुलाई 2024

जीएनटी पर सावन के पूरे महीने हम आपको देश के प्रमुख शिव धामों के दर्शन करवा रहे हैं. इसी कड़ी में आज चलेंगे बारह ज्योतिर्लिंग में सबसे ऊंचाई पर विराजमान केदारनाथ ज्योतिर्लिंग. शताब्दियों से केदारनाथ मंदिर सनातन आस्था का केंद्र रहा है. इस स्थान पर महादेव के स्थापित होने की कहानी महाभारत काल से जुड़ी है. आइए आपको सुनाते हैं क्या है केदारनाथ धाम की युगों पुरानी कहानी.

51 फीट की कांवड़ लेकर बाबा भोले के धाम चले कांवड़िया, करेंगे जलाभिषेक

26 जुलाई 2024

सावन में कांवड़ यात्रा में अनोखी कांवड़ नजर आ रही है. शिव भक्त रंग बिरंगी कांवड़ लेकर निकल पड़े हैं. कांवड़िया पथ पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. इस कांवड़ की खास बात ये है कि इसे 12 ज्योतिर्लिंगों से सजाया गया है. ज्योतिर्लिंग के मस्तक पर तिरंगा पगड़ी सुशोभित की गई है.

शिवलिंग पर जल या बेलपत्र अर्पित करते समय किन मंत्रों का करें जाप, जानिए

26 जुलाई 2024

सावन का महीना भगवान शिव को प्रसन्न के लिए बेहद ही शुभ माना जाता है. महादेव भस्म धारण करते हैं. जो संसार की नश्वरता का प्रतीक है. महादेव ही ऐसे देव हैं जिनको थोड़ा जल और बेलपत्र का अर्पण करके से ही प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन महादेव की स्तुतियों के मंत्रों की महिमा अपरंपार है जिनके मंत्रों उच्चार को विधि-विधान से ही करना चाहिए.

सावन में शिवलिंग से जुड़ी क्या हैं मान्यताएं ? जानिए

26 जुलाई 2024

कहते है जिसने शिव का साध लिया, उसकी हर इच्छा महादेव खुद पूरी करते हैं और शिवलिंग तो भगवान शिव का साक्षात रूप है, लेकिन शिवलिंग पर क्या अर्पित करें कि महादेव जल्द ही प्रसन्न हो जाएं. जानिए

सावन में शिवलिंग पूरी करेगा हर मनोकामना, जानिए महिमा, स्थापना और पूजा के नियम

26 जुलाई 2024

शिवलिंग को भगवान शंकर का प्रतीक माना जाता है. ज्योतिषी तो यहां तक कहते हैं कि शिवलिंग की आराधना से शिव और शक्ति दोनों के पूजन का फल मिलता है. इसलिए आज हम आपको बताने वाले हैं कि शिवलिंग की पूजा कब और कैसे करनी चाहिए. इसके साथ ही बताएंगे कि शिवलिंग की पूजा में कौन कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए.

Acchi Baat: संतो के रखवाले हनुमान जी, देखिए अच्छी बात धीरेंद्र शास्त्री के साथ

26 जुलाई 2024

अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री हनुमान जी के बारे में बात कर रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री बता रहे हैं कि तुलसीदास जी को हनुमान जी के दर्शन हुए. देखिए अच्छी बात धीरेंद्र शास्त्री के साथ.

कलियुग का श्रवण कुमार, बेटियों को कंधे पर करा रहा कांवड़ यात्रा

25 जुलाई 2024

कांवड़ यात्रा के दौरान आस्था के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. मुजफ्फरनगर में एक पिता ने लोगों के सामने मिसाल पेश कर दी है. अपनी इस यात्रा के दौरान बेटियों को कंधे पर बैठाकर गंगाजल लेने जा रहा है. शिव को जलाभिषेक कर अपनी यात्रा समाप्त करेगा.

Kanwar Yatra 2024: जानिए क्यों ये महिला लड्डू गोपाल को लेकर कर रही कांवड़ यात्रा?

25 जुलाई 2024

कांवड़ यात्रा में अनोखे रंग देखने को मिल रहे हैं. इसी क्रम में एक महिला भगवान कृष्ण के छोटे रूप लड्डू गोपाल की मूर्ति लेकर कांवड़ यात्रा कर रही है. बंगाल की रहने वाली लखीदास अपने पति के साथ कांवड़ यात्रा पर निकलीं तो उनकी ख्वाहिश थी कि लड्डू गोपाल भी उनके साथ ही भोलेनाथ के दर्शन करें.

महादेव की बरसेगी कृपा, सावन में कैसे पाएं धन और समृद्धि?

25 जुलाई 2024

सावन के महीने में हर तरह की ऊर्जा का स्तर घट जाता है. जिससे सफलता के रास्ते बंद हो जाते हैं. इस महीने लगभग हर व्यक्ति को धन और सेहत की समस्याओं से जूझना पड़ता है. इसलिए इस महीने में धन-समृद्धि के उपाय करना जरूरी हो जाता है.

महादेव और मां महालक्ष्मी की बरसेगी कृपा, सावन में जानिए धन समृद्धि का रहस्य

25 जुलाई 2024

सावन में छोटे-छोटे उपायों से खुल जाएगा किस्मत का द्वार. सावन में शिव की साधना दिखाएगी चमत्कार. एक मंत्र से प्रसन्न होंगी महालक्ष्मी. एक स्तोत्र से निहाल होंगे महादेव. शिव उपासना के सावन का धन और समृद्धि से क्या संबंध है.दैवीय ऊर्जा वाले शुक्रवार को कैसे पूरा होगा आपका समृद्ध होने का सपना.

शिव जी की उपासना में कांवड़ का क्यों है विशेष महत्व ? जानिए

25 जुलाई 2024

शिव की महिमा अरंपमपार है. भगवान शंकर को सावन का महीना सबसे प्रिय है. अभी सावन का महीना ही चल रहा है. इसे शिव की कृपा पाने का विशेष महीना बताया जाता है. कहते हैं सावन में ही समुद्र मंथन हुआ था और हलाहल विष निकला था. उस विष को भगवान शंकर ने अपने कंठ में धारण किया था. वेदों के जानकार बताते हैं कि शिव को विष के ताप से राहत दिलाने के लिए उन पर चल चढ़ाया गया था. तभी से सावन में कांवड़ लाने की परंपरा जुड़ी हुई है.