सारनाथ में मूलगंध कुटी विहार की 94वीं वर्षगांठ पर भगवान बुद्ध की शोभायात्रा निकाली गई. इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. थाईलैंड, कंबोडिया, वियतनाम, म्यांमार, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, लाओस जैसे देशों से बौद्ध धर्मावलंबी शामिल हुए. आपको बता दें कि साल में दो बार बुद्ध पूर्णिमा और कार्तिक पूर्णिमा पर अवशेषों के दर्शन होते हैं.
अच्छी बात के इस एपिसोड में रामकथा के दो अद्भुत प्रसंगों पर प्रकाश डाला गया है. पहला प्रसंग एक गिलहरी का है जिसने राम सेतु निर्माण में अपनी छोटी सी भूमिका से हनुमान जी को भी भक्ति का सच्चा अर्थ समझाया. कथा के अनुसार गिलहरी ने हनुमान जी से कहा, 'हमें पता है कि हमारे कारण से पुल नहीं बनना है, लेकिन आपके चरण बड़े कोमल हैं, आप चलोगे तो कई पत्थर लग जाएगा तो हम रेती जा करके उन पत्थरों की दरार में भरते हैं ताकि आपके चरणों में कोई चोट ना लग जावे.' यह सुनकर हनुमान जी की आँखों में आंसू आ गए. दूसरा प्रसंग और भी चौंकाने वाला है, जिसमें बताया गया है कि रामेश्वरम में शिवलिंग स्थापना के लिए आचार्य की भूमिका स्वयं रावण ने निभाई थी. देखिए अच्छी बात.
Dev Diwali 2025: महादेव की नगरी काशी में हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली मनाई जाती है. इस बार 5 नवंबर 2025 को देव दिवाली मनाई गई. देव दिवाली भगवान शंकर द्वारा त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध करने की खुशी में मनाई जाती है. ऐसा धार्मिक मान्यता है कि इस दिन स्वर्ग लोक से देवता वाराणसी में देव दिवाली मनाने आते हैं. देव दिवाली पर 25 लाख दीयों से वाराणसी के घाट जगमगा गए.
Badrinath Dham: बद्रीनाथ धाम में बुधवार सुबह नंवबर की पहली बर्फबारी हुई. बर्फबारी के बाद पूरा मंदिर परिसर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया.तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है.
जबलपुर में कथा के दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने संघर्ष के दिनों को याद कर भावुक हो गए. उन्होंने कहा, 'आज भगवान की ये कृपा है कि आज वही लोग बागेश्वर धाम के नाम से अपनी दुकान चलाएं जो कल हमको दूर करते थे, कल हमारे देखते ही जो मुंह टेढ़ा कर लेते थे.' शास्त्री ने अमीरों और गरीबों के व्यवहार में अंतर बताते हुए कहा कि गरीब बेटी के विवाह में 5000 रुपये देने पर भी दिव्य खुशी देता है, जबकि अमीर लाखों का तोहफा पाकर ठीक से हाथ भी नहीं मिलाते. उन्होंने बताया कि कैसे उनके परिवार ने गरीबी में दिन काटे, जब त्योहार पर पूड़ी की जगह रोटी बनती थी. उन्होंने अपनी बहन के विवाह में आई मुश्किलों का जिक्र करते हुए कहा कि इसी वजह से उन्होंने बागेश्वर धाम में गरीब कन्याओं का विवाह कराने का प्रण लिया. उन्होंने श्रोताओं से दुनिया से अपेक्षा न कर केवल बालाजी पर भरोसा रखने का आह्वान किया.
Dev Deepawali: देव दीपावली बुधवार को है. श्री विश्वेश्वर के साथ सभी देवतागण देव दीपावली मनाने के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम पधारते हैं. विश्वनाथ धाम को 21 टन फूलों से सजाया जा रहा है और दशाश्वमेध घाट पर 51000 दीये जलाए जाएंगे. इस साल देव दीपावली पर अश्विनी और भरणी नक्षत्र के साथ सिद्धि योग जैसे कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं, जो इस पर्व को और भी विशेष बनाते हैं.
Dev Deepawali: महादेव की नगरी काशी में देव दीपावली को लेकर तैयारी पूरी हो गई है. आज नमो घाट, दशाश्वमेध, शीतला और अस्सी घाट पर विशेष गंगा आरती होगी. लेजर शो का आयोजन किया जाएगा. ललिता घाट के सामने रेती पर ग्रीन आतिशबाजी आकर्षण का केंद्र होगी.
Guru Nanak Jayanti: हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरु नानक देव जी की जयंती मनाई जाती है. इस साल गुरुपर्व 5 नवंबर 2025 को है. आइए जानते हैं गुरु नानक देव के मुख्य सिद्धांत और उनके अनमोल वचन.
गठन के 10 साल बाद किन्नर अखाड़ा दो फाड़ हो गया है. संगम नगरी प्रयागराज में विधिवत सनातनी किन्नर अखाड़े का गठन किया गया. किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर और प्रदेश अध्यक्ष स्वामी कौशल्या नंद गिरी उर्फ टीना मां ने इसका गठन किया है.
अच्छी बात के इस एपिसोड में बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उनकी चमत्कारी शक्तियों पर उठने वाले सवालों का जवाब दिया. उन्होंने गुरु-शिष्य परंपरा के महत्व पर जोर देते हुए स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण परमहंस का उदाहरण दिया. अपने ऊपर लग रहे मन की बात जान लेने के आरोपों पर उन्होंने कहा, 'हमसे कोई पूछे की बागेश्वर महाराज जी आपके पास ऐसी कौन सी शक्ति है जो हज़ारों किलोमीटर दूर बैठे बैठे आप मन की बात जान लेते हो भैया हमारे पास केवल हमारे गुरुदेव के चरणों के ध्यान की शक्ति है.' उन्होंने कहा कि सच्चा शिष्य वही है जिसके नाम से गुरु को जाना जाए और गुरु कुम्हार की तरह होता है, जो बाहर से कठोर दिखता है पर भीतर से शिष्य को टूटने से बचाता है. शास्त्री ने स्पष्ट किया कि उनकी शक्तियां उनके गुरु और हनुमान जी की कृपा का प्रताप हैं, उनकी अपनी कोई महिमा नहीं है. उन्होंने श्रोताओं को भक्ति और गुरु सेवा के लिए प्रेरित किया.
टीवी जगत की मशहूर एक्ट्रेस नुपुर अलंकार संन्यासी बन गई हैं. उन्होंने अपना सांसारिक जीवन त्याग दिया है. उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं. नुपुर अलंकार ने 150 से ज्यादा टीवी शोज और मूवीज में काम किया है. उन्होंने शक्तिमान, करिश्मा का करिश्मा, सुराग, अगले जन्म मोहे बिटिया कीजे जैसे धारावाहिकों में काम किया है.