Margashirsha Purnima: मार्गशीर्ष पूर्णिमा 4 दिसंबर 2025 को है. इस दिन भगवान विष्णु, भोलेनाथ, माता लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा की जाती है. मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन स्नान, दान और पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है. आइए जानते हैं मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर चंद्रोदय कब होगा और क्या पूजा विधि क्या है?
यूपी के बागपत के रहने वाले 30 साल के हर्षित जैन ने करोड़ों का कारोबार छोड़कर वैराग्य धारण कर लिया है. बैंड-बाजे के साथ उनकी शोभायात्रा निकाली गई. इसके बाद उन्होंने साधु का पोशाक धारण किया और वैराग्य की पहली यात्रा पर चल पड़े.
Margashirsha Purnima: इस वर्ष मार्गशीर्ष पूर्णिमा 4 दिसंबर को है. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और ओम नमो नारायण मंत्र के जाप से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है. आइए जानते हैं इस दिन सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए कौन से उपाय करने चाहिए?
भगवद गीता सिर्फ एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने का विज्ञान है. अगर इन 5 जीवन पाठों को रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाया जाए तो, ओवरथिंकिंग धीरे-धीरे खत्म होने लगती है.
अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने सत्यनारायण भगवान के व्रत की महिमा और सही विधि का वर्णन किया है. उन्होंने आधुनिक उदाहरण देते हुए कहा, 'चार अंकों का फोर डिजिट का पासवर्ड है, तीन डिजिट बढ़िया डालो एक डिजिट गड़बड़ डाल दो तो क्या पासवर्ड का लॉक खुलेगा?' वक्ता के अनुसार, व्रत का पूर्ण फल तभी मिलता है जब इसे 'गोधूलि बेला' (सायंकाल) में पूरे विधि-विधान से किया जाए. कथा में काशी के एक निर्धन ब्राह्मण और एक लकड़हारे का प्रसंग सुनाया गया, जिन्होंने संकल्प लेकर व्रत किया और अपार धन-संपदा प्राप्त की. उन्होंने प्रसाद के लिए गेहूं के आटे, केले, शक्कर और दूध के महत्व पर भी जोर दिया और बताया कि सत्य के मार्ग पर चलना ही इस व्रत का मूल उद्देश्य है. देखिए अच्छी बात.
संत प्रेमानंद जी महाराज ने 21 किलोमीटर की सप्तकोसी परिक्रमा की. इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ प्रेमानंद जी के दर्शन के लिए उमड़ी और पूरा इलाका राधे-राधे की गूंज के साथ आनंदमयी हो गया.
महाराष्ट्र के अहिल्यानगर के रहने वाले 19 साल के देवव्रत महेश रेखे ने वाराणसी के वल्लभराम शालिग्राम सांगवेद विद्यालय में बिना रुकावट 50 दिन में दंडक्रम पारायण किया. यह काम पिछले 200 साल के बाद हुआ है. इससे पहले ये काम वेदमूर्ति नारायण शास्त्री देव ने किया था.
अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री भगवान सत्यनारायण की कथा के महत्व और पहले अध्याय का वर्णन कर रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री बताते हैं कि कथा आती भी हो, तब भी उसे हनुमान जी की तरह धैर्यपूर्वक और श्रद्धा से सुनना चाहिए. कथा में बताया गया है कि कलयुग में मनुष्य के पास समय का अभाव होगा, इसलिए भगवान विष्णु ने नारद जी को एक सरल उपाय बताया है. भगवान विष्णु के अनुसार, सत्यनारायण व्रत का विधि-विधान से पालन करने से मनुष्य को सांसारिक सुख और अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है.धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी समझाया कि भगवान ही परम सत्य हैं और बाकी सब मिथ्या है. देखिए अच्छी बात.
मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी आज ही के दिन श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था. आज मोक्षदा एकादशी का भी शुभ संयोग है. इस दिन देशभर में कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित हुए हैं. गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं.
अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बुजुर्गों और बड़ों की सलाह के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने हनुमान जी और जामवंत का उदाहरण देते हुए कहा कि बड़ों का अनुभव जीवन में सही मार्गदर्शन देता है. धीरेंद्र शास्त्री ने 'लवेरिया' और युवाओं के व्यवहार पर कटाक्ष करते हुए एक किस्सा सुनाया, जिसमें एक लड़के की शादी और उसके नाना की जिद का जिक्र था. इसके अलावा, ट्रेन में बुजुर्ग को परेशान करने वाले लड़कों की कहानी के माध्यम से बड़ों के सम्मान की सीख दी गई. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जो बड़ों का सम्मान करते हैं, वे ही जीवन में सफल होते हैं.
हम चाहते हैं कि ओवरथिंकिंग न करें लेकिन यह हमारे बस में नहीं होता. नहीं चाहते हुए भी मन उन ही बातों को सोचता है जिससे हम बचना चाहते हैं. चलिए जानते हैं कि वह कौन से मंत्र हैं जो ओवरथिंकिंग करने से हमें रोक सकती हैं.