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धर्म

सनातन में क्या है रुद्राक्ष माला का महत्व? इसको जपने से मिलने हैं अनेक फायदे

15 दिसंबर 2025

रुद्राक्ष माला जपने से मानसिक शांति, एकाग्रता और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, यह तनाव, चिंता कम करती है, आध्यात्मिक सुरक्षा प्रदान करती है और शारीरिक स्वास्थ्य में मदद करती है.

Surya Dev

कुंडली में सूर्य अशुभ होने के क्या है लक्षण? शुभ स्थिति में कैसे व्यक्ति को मिलता है सुख?

15 दिसंबर 2025

ज्योतिष में सूर्य को व्यक्ति की आत्मा माना जाता है. मानव जीवन की समस्त चीज़ें सूर्य के इर्द गिर्द ही घूमती हैं. इसमें व्यक्ति का सम्पूर्ण स्वास्थ्य और सफलता सूर्य पर ही निर्भर करती है.

सुनिए सुंदरकांड की महिमा, अच्छी बात धीरेंद्र शास्त्री के साथ

15 दिसंबर 2025

अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री रामचरितमानस के पांचवें सोपान, सुंदरकांड की महिंमा बताते हैं. इस धार्मिक खंड में पवनपुत्र हनुमान जी की लंका यात्रा, लंकिनी वध, और विभीषण के साथ उनके संवाद का विस्तृत वर्णन किया गया है. इसके साथ ही, यह पाठ अशोक वाटिका में माता सीता के दर्शन और हनुमान जी द्वारा उन्हें प्रभु श्री राम की मुद्रिका देने के भावुक क्षणों को भी रेखांकित करता है. सुंदरकांड का पाठ विशेष रूप से संकटों के निवारण और मानसिक शांति के लिए किया जाता है. इस वीडियो में 'दीन दयाल बिरिदु संभारी' जैसी प्रसिद्ध चौपाइयों का गायन शामिल है, जो हनुमान जी के बल, बुद्धि और भक्ति का गुणगान करती हैं. यह प्रस्तुति दर्शकों को भक्ति भाव से जोड़ने और सनातन धर्म के मूल्यों को समझने का अवसर प्रदान करती है.

Bhajan clubbing

आखिर क्या है 'भजन कल्बिंग', जिसका जेन ज़ी हो रहा है दीवाना?.. कैसे है यह पारंपरिक भजन से अलग?

15 दिसंबर 2025

जहां पहले भजन केवल मंदिरों और जगरातों में सुनने को मिलते थे. वहीं अब भजन ने एक नया रूप ले लिया है. जिसका दीवाना जेन ज़ी हो रहा है. अब भजन इलेक्ट्रिक गिटार और आधुनिक यंत्रो पर बजता है.

Kharmas 2025

खरमास में क्यों नहीं करते हैं कोई भी शुभ कार्य... लेकिन दान पुण्य का है विशेष महत्व

15 दिसंबर 2025

खरमास 16 दिसंबर से शुरू हो चुका है. यह एक महीने का समय होता है जो मकर संक्रांति के दिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही खतम हो जाता है. इस महीने में व्यक्ति द्वारा कोई भी शुभ कार्य करने से बचना ही उचित माना जाता है.

सनातन में कितने प्रकार के तिलक लगाएं जाते हैं? क्या है इनका महत्व.. देखें तस्वीरें

14 दिसंबर 2025

तिलक केवल माथे पर रंग नहीं, बल्कि हमारे इष्ट देव के प्रति प्रेम, आस्था और शक्ति का अद्भुत संगम है. अगली बार जब आप तिलक लगाएं, तो इसके पीछे छिपे अध्यात्मिक और धार्मिक महत्व को जरूर याद रखें.

बागेश्वर बाबा का मंत्र: 'संसार दुखालय है, यहां सुख नहीं मिलेगा', धीरेंद्र शास्त्री ने बताया सुखी रहने का अचूक उपाय

14 दिसंबर 2025

बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने दिव्य दरबार में राजस्थान से आए 85 वर्षीय गजानन विश्नोई के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि यह संसार 'दुकालय' है, जहां दुख मिलना स्वाभाविक है. उन्होंने समझाया कि दुख केवल शरीर (तन) को होता है, मन या आत्मा को नहीं. शास्त्री जी ने अमेरिका के एक महात्मा और 'सेठ और कुत्ते' की कहानी के माध्यम से कर्म के सिद्धांत को समझाया. उन्होंने कहा कि व्यक्ति जैसा कर्म करता है, उसे वैसा ही फल मिलता है, और विपत्तियों में भी प्रसन्न रहना ही जीने की असली कला है.

 भैरव स्थापना दिवस

हजारों साल पुराना है दिल्ली का ये भैरवबाबा मंदिर, दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं लोग... खुद भीम ने की थी स्थापना!

13 दिसंबर 2025

भैरव स्थापना दिवस पर देशभर में भैरव बाबा के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होती है. खासकर दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित प्राचीन भैरवबाबा मंदिर में इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है.

प्रेमानंद महाराज

प्रेमानंद महाराज का वायरल हुआ वीडियो, बताया- फोन की लत पर कैसे करें काबू...

13 दिसंबर 2025

Premanand Maharaj: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज काल एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में महाराज कहते हैं कि मोबाइल फोन की लत पर कैसे कंट्रोल पाया जा सकता है.

Kharmas 2025

कब से हो रही है खरमास की शुरुआत, क्या करना चाहिए उपाय?

12 दिसंबर 2025

मंगलवार को खरमास की शुरुआत हो रही है. इस बार सूर्य देव 16 दिसंबर यानी मंगलवार को सुबह 4 बजकर 26 मिनट पर राशि परिवर्तन करेंगे. सूर्य, वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में जाने वाले हैं. ऐसे में इस दिन धनु संक्रांति मनाई जाएगी. इसी के साथ ही खरमास की शुरुआत हो जाएगी. ये खरमास अगले महीने 14 जनवरी तक रहेगा.

श्रीहरि कृपा से हर कामना पूरी, देखिए अच्छी बात धीरेंद्र शास्त्री के साथ

12 दिसंबर 2025

बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रायपुर में सत्संग के दौरान मानवीय स्वभाव पर कटाक्ष किया. उन्होंने शंकर नगर के एक व्यक्ति का उदाहरण देते हुए कहा कि लोग अपने दुख से नहीं, बल्कि दूसरों के सुख से दुखी हैं. उन्होंने ब्रह्मा जी और एक ईर्ष्यालु पड़ोसी की हास्यप्रद कहानी सुनाई, जिसमें व्यक्ति अपने नुकसान की कीमत पर पड़ोसी का बुरा चाहता है. शास्त्री ने ईश्वर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और 'सीताराम' जपने की सलाह दी. देखिए अच्छी बात.