scorecardresearch

धर्म

नए साल 2026 में कब-कब लगेगा पंचक? यहां देख लें पूरी तारीख, इसमें नहीं करने चाहिए शुभ कार्य

19 दिसंबर 2025

Panchak 2026 Dates List: ज्योतिष में पंचक काल को अशुभ माना गया है. इस दौरान शुभ कार्य नहीं किया जाता है. आइए जानते हैं साल 2026 में पंचक कब-कब लगेगा और कितने समय तक रहेगा? 

अगर आप शनि दोष से पाना चाहते हैं मुक्ति तो शमी और पीपल के साथ करें ये काम

19 दिसंबर 2025

शनि देव को न्याय और कर्म का देवता माना जाता है. अगर किसी व्यक्ति को शनि देव के प्रकोप से बचना है तो उसको सत्कर्मों पर चलना होगा. शनि दोष से मुक्ति के लिए शमी और पीपल के पेड़ की पूजा करना अचूक उपाय है.

मोह-माया से दूर होते ही मिलते हैं राम, देखिए अच्छी बात धीरेंद्र शास्त्री के साथ

19 दिसंबर 2025

अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने शिष्य आशीष दास और उसके गुरु की एक शिक्षाप्रद कहानी सुनाई. कथा के अनुसार, आशीष दास ने योग के माध्यम से 33 मिनट तक सांस रोकने की कला में निपुणता हासिल कर ली थी. गुरु ने उसे अपने परिवार के प्रेम की परीक्षा लेने का सुझाव दिया. शिष्य ने घर जाकर सांस रोककर अपनी मृत्यु का नाटक किया. इसके बाद उसने देखा कि उसकी पत्नी और परिवार वाले उसके 'शव' के पास रोने के बजाय खीर खाने और अपनी जान बचाने की चिंता में थे. जब गुरु ने उसे जीवित करने के लिए 'जहरीला' दूध पीने की शर्त रखी, तो परिवार का कोई भी सदस्य तैयार नहीं हुआ. अंत में गुरु ने स्वयं वह दूध पिया और शिष्य को जीवित घोषित किया. इस घटना से शिष्य को संसार की नश्वरता और रिश्तों के खोखलेपन का ज्ञान हुआ. देखिए अच्छी बात.

नए साल के पहले दिन कर लें ये उपाय, पूरे साल पैसों से भरी रहेगी तिजोरी...

19 दिसंबर 2025

New Year 2026 Upay: साल 2026 का पहला दिन बेहद ही शुभ फलदायी है क्योंकि उस दिन प्रदोष और गुरुवार व्रत का अद्भुत संयोग बना है. भगवान शिव और भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा से आपकी मनोकामाएं पूरी होंगी.

19 या 20 दिसंबर कब है पौष अमावस्या? जानें सही तारीख, स्नान-दान मुहूर्त, श्राद्ध का समय

19 दिसंबर 2025

Paush Amavasya Kab Hai 2025: हिन्दू धर्म में पौष अमावस्या की तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस दिन स्नान, दान, तर्पण और जप का विशेष महत्व होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन पितर धरती पर आते हैं और अपने वंशजों के किए गए कर्मों से प्रसन्न होकर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.

हनुमान जी 11वें रुद्र कैसे बने? जानें भगवान शिव और बजरंगबली के अद्भुत रहस्य की कहानी

18 दिसंबर 2025

Hanuman Ji: रावण ने भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए अपने दस सिर चढ़ा दिए थे, लेकिन ग्यारहवें रुद्र को प्रसन्न नहीं कर सका था. आइए जानते हैं हनुमान जी 11वें रुद्र कैसे बने?

क्या नाम और नंबर बदलने से बदलती है किस्मत? प्रेमानंद महाराज ने क्या बताया

18 दिसंबर 2025

प्रेमानंद जी महाराज के पास वृंदावन में आम से लेकर ख़ास तक पहुंचते हैं. उनके दर्शन करते हैं और जीवन में दिशा पाते हैं. इस बार बात नाम की स्पेलिंग को लेकर है. कई लोग ये मानते हैं कि नाम की स्पेलिंग बढ़ाने या बदलने से उनकी किस्मत पलट सकती है. भाग्य चमक सकता है. लेकिन इस मसले पर प्रेमानंद जी महाराज ने अपनी राय जरा हटकर दी है.

कैसे करें सूर्य को बलवान? शुभ सूर्य से चमकेगा भाग्य, कमजोर सूर्य लाएगा दुर्भाग्य, कैसे मिलेगी सूर्य की शक्ति?

18 दिसंबर 2025

जब सूर्य शुभ फल देता है तो व्यक्ति का चेहरा तेजस्वी होता है. व्यक्ति नेतृत्वकर्ता होता है, समस्याओं को सुलझाने में आगे रहता है. ऐसे लोगों को नाम यश बहुत आसानी से मिलता है. ये लोग अपने क्षेत्रों में अगुवा होते हैं. इन लोगों को लकड़ी की वस्तुओं का काफी शौक होता है. ये लोग कभी कभी बहुत अहंकारी भी हो जाते हैं.

साल 2025 की आखिरी अमावस्या पर बन रहा शुभ संयोग, पितरों को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम

18 दिसंबर 2025

Paush Amavasya 2025: साल 2025 की अंतिम अमावस्या 19 दिसंबर दिन शुक्रवार को है. इस दिन बेहद शुभ संयोग बन रहा है. अमावस्या को पितृ तर्पण, स्नान और दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं पितृदोष से मुक्ति और पितरों को प्रसन्न करने के लिए कौन-कौन से काम जरूर करने चाहिए?

बिहार के इस फेमस शक्तिपीठ में हुई चोरी, माता का हार और मुकुट चुराकर चुपचाप निकल गए चोर

18 दिसंबर 2025

बिहार के गोपालगंज जिले में स्थित ऐतिहासिक थावे दुर्गा मंदिर में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है. देर रात चोरों ने मंदिर के गर्भगृह में घुसकर मां दुर्गा की मूर्ति से सोने का हार और मुकुट चुरा लिया.

राम भक्त रहते हैं अभिमान से दूर, देखिए अच्छी बात धीरेंद्र शास्त्री के साथ

18 दिसंबर 2025

एक आध्यात्मिक प्रवचन में वक्ता ने हनुमान जी के 11वें रुद्र अवतार बनने की पौराणिक कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि जब पृथ्वी पर जल तत्व समाप्त हो गया था, तब 11वें रुद्र ने अपने शरीर को गलाकर जल प्रकट किया और बाद में हनुमान के रूप में जन्म लिया। इसके अलावा, वक्ता ने छत्रपति संभाजी नगर के एक गुरु और चेला की हास्यप्रद कहानी भी सुनाई, जिसमें डूबते हुए को बचाने और इनाम पाने का जिक्र था। प्रवचन में 'सत्यम शिवम सुंदरम' और 'सीता राम' जैसे भजनों का गायन भी किया गया।