जीवन में हर तरह के कर्म और उसके फल से शनि ग्रह और शनिदेव का सीधा संबंध होता है. व्यक्ति किस तरह का कर्म करेगा, यह भी शनि ही निर्धारित करता है. शनि ग्रह के अनुकूल होने पर करियर में सफलता मिलती है. आइए जानते हैं शनिदेव कैसे दूर करेंगे नौकरी की समस्या?
साहित्य आजतक 2025 के दूसरे दिन कवि कुमार विश्वास ने रामकथा पर चर्चा की. कुमार विश्वास ने बताया कि जब भरत चित्रकूट में भगवान राम के पास गए तो भरत चाहते थे कि पहले शीश झुका लूं, जबकि राम चाहते थे कि भाई को गले लगा लूं. भगवान राम की जीत हुई. उन्होंने भरत को पहले गले लगाया और इस तरह से राम-भरत मिलाप हुआ. कुमार विश्वास ने बताया कि भगवान राम ने 14 साल में सिर्फ एक मित्र बनाया था, वो निषादराज थे.
बागेश्वर धाम सरकार के कार्यक्रम में रामायण के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन किया गया. इसमें बताया गया कि कैसे रावण, जिसके सिर पर काल मंडरा रहा था, वह भगवान के भजन के बजाय नाच-गाने और काम में मस्त था. इसके विपरीत, अंगद और हनुमान जैसे भक्त भगवान राम के चरणों में आनंदित थे. प्रवचन में इस बात पर जोर दिया गया कि व्यक्ति को काम में नहीं, बल्कि राम में मस्त रहना चाहिए. वक्ता ने कहा, 'सचिव वेद गुरु तीन जो प्रिय बोले, राज धर्म तन का इन तीनों का विनाश होता है'. इस उद्बोधन में रामचरितमानस में वर्णित चार प्रकार के भाग्यशाली लोगों का भी उल्लेख किया गया, जिनमें 'बड़भागी', 'अति बड़भागी', और 'अतिशय बड़भागी' शामिल हैं. अंगद और हनुमान को 'बड़भागी' तथा शबरी और अहिल्या को 'अतिशय बड़भागी' बताया गया.
Nariyal ka Dharmik Mahatva: हिंदू धर्म नारियल को बहुत ही शुभ माना जाता है. देवी-देवता की पूजा तो बिना नारियल के संपन्न ही नहीं मानी जाती है. नारियल का जल, गिरी और खोल तीनों को ही पूजा में अलग-अलग तरह से प्रयोग किया जाता है. आइए इस श्रीफल का धार्मिक महत्व जानते हैं.
श्री गुरु तेग बहादुर जी, भाई मती दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित तीन दिवसीय भव्य समागम श्री आनंदपुर साहिब में 23 से 25 नवंबर तक होगा. पहली बार गुरु तेग बहादुर जी को समर्पित विशेष विधानसभा सत्र होगा.
कवि कुमार विश्वास ने कहा कि एक पति रामकथा से आदर्श ग्रहण करता है कि अपना समूचा पुरुषार्थ लगाकर अपनी प्राण प्रिया को लंका से लेकर आएगा. इस देश में कोई मेहमान आता है, उसे भारत घुमाने को कहा जाता है तो उसे आगरा में एक कब्रिस्तान ले जाया जाता है, जहां दो लोग कब्र में लेटे हैं. अभी डोनाल्ड ट्रंप के पुत्र आए हैं, वो वहां घूम रहे थे. उन्होंने कहा कि अगर मुझे कभी कहा गया कि ये विदेश के मेहमान है, इनको देश का प्रतीक दिखाओ तो मैं आगरा नहीं जाऊंगा. कुछ भी नहीं तो उसे बिहार ले जाऊंगा. मैं उस व्यक्ति की यशगाथा सिखाऊंगा, जिसने अपने प्रेम को अपनी पत्नी को एक पर्वत से गिरकर फिसलते हुए मरते हुए देखकर हथौड़ा उठाया और राह बना दी.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने प्रवचन में द्वारकाधीश भगवान कृष्ण और हनुमान जी की महिमा का वर्णन किया. उन्होंने सुंदरकांड का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे हनुमान जी ने राक्षसों का संहार किया और लंका में प्रवेश किया. शास्त्री ने कहा, 'पर्वतों से जो टकराये उसे तूफान कहते हैं, लेकिन तूफानों से जो टकराये उसे इंसान कहते हैं, लेकिन शैतानो को भी जो ठिकाने लगाये उसे ही तो बागेश्वर हनुमान करते हैं.' उन्होंने सच्चे मन के महत्व पर जोर दिया और अंधों व हाथी की कहानी के माध्यम से समझाया कि लोग परमात्मा को अपनी सीमित समझ के अनुसार ही जानते हैं. उन्होंने कहा कि कण-कण में भगवान विद्यमान हैं.
Inter State Inter City Heli Tourism: MP पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने बड़े पैमाने पर इंटर-स्टेट और इंटर-सिटी हेली टूरिज्म की सुविधा शुरू की है. अब प्रदेश के प्रमुख धार्मिक, प्राकृतिक और वाइल्डलाइफ पर्यटन स्थलों तक कुछ ही मिनटों में पहुंचा जा सकेगा.
अयोध्या में 25 नवंबर को राम मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराया जाएगा. इसके लिए 5 दिनों तक चलने वाले धार्मिक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई. इस कलश यात्रा के जरिए सरयू से लाए गए पवित्र जल से ही रामलला का अभिषेक होगा.
Mansa Devi Temple: हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर को 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि यहां धागा बांधने से भक्त की हर मुराद पूरी हो जाती है. यहां मां के दर्शन से नागों के भय से मुक्ति और जीवन में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है. आइए इस शक्तिपीठ की महिमा जानते हैं.
पंजाब सरकार श्री गुरु तेग बहादुर जी, भाई मती दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी के 350वें शहीदी दिवस को यादगार बनाने के लिए तीन दिन का विशेष धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया है. यह समागम 23 से 25 नवंबर 2025 तक चलेगा. 23 नवंबर को ही सुबह 11 बजे सर्व धर्म सम्मेलन होगा, जहां अलग-अलग धर्मों, समुदायों और विचारधाराओं से जुड़े लोग एकता, भाईचारे और मानवाधिकारों पर अपनी बातें साझा करेंगे.