अच्छी बात कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री ने हनुमान जी के जन्म और भगवान शिव के वानर अवतार की पौराणिक कथा का विस्तार से वर्णन किया है. उन्होंने बताया कि भगवान राम की सेवा के लिए शिव जी ने वानर रूप धारण किया और माता पार्वती उनकी पूंछ बनीं, क्योंकि लंका दहन में उनकी भूमिका थी. वक्ता ने सुदर्शन सिंह चक्र की पुस्तक 'आंजनेय की आत्मकथा' का हवाला देते हुए हनुमान जी के बाल्यकाल और उनके अतुलनीय बल की चर्चा की, जिसमें उन्होंने सूर्य को फल समझकर खाने का प्रसंग सुनाया. इसके अलावा, वक्ता ने जामवंत जी और हनुमान जी के संवाद का उल्लेख करते हुए युवाओं को बड़ों के अनुभव और सम्मान के महत्व को समझने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जामवंत जी ने हनुमान जी को उनकी शक्ति का स्मरण कराया, उसी प्रकार बड़ों का मार्गदर्शन जीवन में आवश्यक है.
Shukra Grah Upay: ज्योतिष में शुक्र ग्रह को धन, वैभव और विलासिता का कारक माना जाता है. कुंडली में शुक्र की कमजोर स्थिति आपके जीवन से सुख-चैन को समाप्त कर सकता है. आपको मधुमेह, आंखों की समस्याएं सहित कई बीमारियां अपनी गिरफ्त में ले सकती हैं. आइए जानते हैं शुक्र ग्रह की किस समस्या का क्या है समाधान?
मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में एक साल में 6 करोड़ भक्त महाकाल पहुंचे. इस दौरान 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का दान मिला है. अभी से नय साल तक 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
Paush Putrada Ekadashi 2025 Kab Hai: हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और पवित्र नदियों में स्नान करने से जीवन के सारे दुख-दर्द दूर हो जाते हैं. आइए जानते हैं साल 2025 की आखिरी एकादशी पौष पुत्रदा एकादशी कब मनाई जाएगी?
Bangladesh Temple and Shakti Peeth: बांग्लादेश में इस समय हिंदू हिंसा और उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं. उपद्रवी मंदिरों पर हमले और मूर्तियों की तोड़फोड़ तक कर रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं बांग्लादेश में कितने प्रमुख हिंदू मंदिर और शक्तिपीठ हैं.
Hanuman Chalisa Niyam: भगवान हनुमान जी शक्ति, साहस और सामर्थ्य के प्रतीक हैं. ऐसा माना जाता है कि जो भक्त परम श्रद्धा और समर्पण के साथ उनकी आराधना करते हैं और प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, उन्हें सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है और वे सुखी एवं स्वस्थ जीवन व्यतीत करते हैं.
31 दिसंबर को अयोध्या में रामलला की प्रतिष्ठा द्वादशी मनाई जाएगी. इसके लिए भव्य तैयारी चल रही है. इसके लिए 28 दिसंबर से 2 जनवरी तक भव्य आयोजन होंगे. राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का दूसरा साल हो रहा है. इसे पाटोत्सव के रूप में मनाया जाता है.
अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने सत्संग के दौरान 'दृष्टि और सृष्टि' के महत्व को समझाने के लिए एक घोड़े और हरे चश्मे की रोचक कहानी सुनाई. उन्होंने बताया कि कैसे एक व्यक्ति ने महात्मा की सलाह पर सूखी घास न खाने वाले घोड़े को हरा चश्मा पहनाकर उसकी समस्या सुलझाई. उन्होंने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि दुर्योधन को दुनिया में कोई अच्छा इंसान नहीं मिला, जबकि युधिष्ठिर को कोई बुरा नहीं मिला, जो यह सिद्ध करता है कि इंसान को दुनिया वैसी ही दिखती है जैसा उसका अपना नजरिया होता है. उन्होंने श्रोताओं को प्रेरित किया कि वे केवल धन कमाने में ही नहीं, बल्कि परमार्थ और ईश्वर की भक्ति में भी अपना समय लगाएं. देखिए अच्छी बात.
सही तरीके से चरण स्पर्श करके अद्भुत लाभ हो सकते हैं. इससे भाग्य बेहतर हो सकता है, संकट मिट सकते हैं और ईश्वर की अनुभूति हो सकती है. चरण स्पर्श के तीन तरीके हैं. पहला झुककर चरण स्पर्श करना, दूसरा घुटनों के बल बैठकर चरण स्पर्श करना और तीसरा साष्टांग प्रणाम.
ये मैसेज बनावटी नहीं हैं, बल्कि सच्चे जज्बातों से जुड़े हैं. यह संदेश याद दिलाते हैं कि त्योहार की असली खुशी तो रिश्तों में होती है, न कि दिखावे में. जानें क्या है वह मैसेज.
साल 2026 का आगाज होने वाला है. ऐसे में मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. काशी के विश्वनाथ मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ हो रही है. ऐसे में मंदिर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी है.