scorecardresearch

साइंस

Astronaut Unique Number

हर अंतरिक्ष यात्री को क्यों मिलता है एक यूनीक नंबर?

30 जून 2025

ये नंबर बताता है कि पूरे मानव इतिहास में आप कितनेवें इंसान हैं जो अंतरिक्ष के उस अनदेखे सफर पर गए हैं. राकेश शर्मा को मिला नंबर 138, कल्पना चावला को 366, और शुभांशु को 634. चाहे आप रूस, भारत, अमेरिका या किसी निजी संस्था के हों- यह पिन सभी को एक सामान पहचान देता है. 

अंतरिक्ष में शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास, हासिल किया ये मुकाम

29 जून 2025

भारत के पहले एस्ट्रोनॉट सुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम फोर मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचकर अंतरिक्ष में नया इतिहास रचा है. उनकी माँ ने कहा कि बेटे की कामयाबी पर उनकी आँखों से खुशी के आँसू गिर रहे थे और कोई दुख नहीं है. सुभांशु ने अंतरिक्ष से तिरंगे के साथ अपना पहला पैगाम भेजा और सनातन संस्कृति के प्रतीक हंस को भी दिखाया.

Representative Image/Unsplash

इंसान बनाने चला इंसान! आर्टिफिशियल इंसानी DNA पर शुरू हुआ काम...

28 जून 2025

इंसान के डीएनए को क्लोन करने या शुरू से बनाने पर अब काम हो रहा है. वैज्ञानिक इस प्रोजेक्ट से लंबे वक्त तक दूर रहे. लेकिन अब इस प्रोजेक्ट को फंडिंग भी मिल गई है. इसका मतलब क्या है, आइए समझते हैं.

Shubhanshu Shukla

कुंडली देखना है पसंद, बजरंगली बली के भक्त... गीता का पाठ करते हैं शुभांशु शुक्ला

28 जून 2025

एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर कदम रखने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. शुभांशु को कुंडली देखना पसंद है. वो बचपन से ही बजरंग बली के भक्त हैं. इसके अलावा वो गीता का पाठ करते हैं.

LSST कैमरे से खींची गई तस्वीरें हाल ही में रिलीज़ हुई हैं.

4000 करोड़ कीमत, कार के जितना साइज़... क्यों खास है दुनिया का सबसे बड़ा कैमरा?

27 जून 2025

अंतरिक्ष को समझने के लिए यह कैमरा अमेरिका के ऊर्जा विभाग की स्टैनफर्ड लीनियर एक्सलरेटर सेंटर नेशनल लैब (SLAC National Laboratory) ने तैयार किया है. इस कैमरे को बनाने की लागत करीब 4000 करोड़ रुपए आई है और इसे तैयार करने में कुल दो दशक का समय लगा.

शुभांशु शुक्ला ISS पर करेंगे ये 7 प्रयोग, जानिए क्या होगा खास

27 जून 2025

भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुँच गए हैं, जहाँ वे 14 दिनों तक अंतरिक्ष में जीवन की संभावनाओं और अन्य विषयों पर कई प्रयोग करेंगे. एक वैज्ञानिक ने बताया कि "हम एक एस्ट्रोनॉट को 1984 के बाद भेज रहे हैं और शुभांशु शुक्ला ही गगनयान मिशन के लिए हमारे सबसे अनुभवी एस्ट्रोनॉट होंगे." उनका यह अनुभव भारत के गगनयान मिशन के लिए महत्वपूर्ण होगा, जिसके बाद भारत 2035 तक अपना अंतरिक्ष स्टेशन और 2040 तक चाँद पर एस्ट्रोनॉट भेजने का लक्ष्य रखता है.

14 दिन तक ISS में रिसर्च और एक्सपेरिमेंट्स करेंगे शुभांशु शुक्ला, आज होगी डॉकिंग प्रक्रिया

26 जून 2025

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जुड़ने की प्रक्रिया को डॉकिंग कहते हैं. यह दो तेज गति से चलने वाले अंतरिक्ष यानों को एक ही कक्षा में पास लाकर जोड़ने की जटिल प्रक्रिया है, जिसमें गति नियंत्रण और हवा के दबाव का संतुलन मुख्य चुनौती होती है. अंतरिक्ष यात्री को शून्य गुरुत्वाकर्षण में अलग अनुभव हो सकता है और शुरुआत में थोड़ी परेशानी हो सकती है, लेकिन प्रशिक्षण के कारण वे जल्द ही स्थिर हो जाते हैं.

international Space Station

दुनिया के किन देशों के हैं अपने स्पेस स्टेशन? भारत कब तक बनाएगा अपना स्पेस स्टेशन

26 जून 2025

शुभांशु की यह यात्रा भारतीय अंतरिक्ष इतिहास में एक और मील का पत्थर साबित हो रही है, जो आने वाले वर्षों में भारत के अंतरिक्ष मिशनों की दिशा को मजबूती देगी. साथ ही, इस सफलता ने भारत के अपने स्पेस स्टेशन के सपने को भी पंख दिए हैं.

शुभांशु शुक्ला 14 दिन करेंगे अंतरिक्ष में जीवन के प्रयोग, शुभ यात्रा के लिए महाकाल मंदिर में की गई विशेष पूजा

26 जून 2025

भारतीय शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंच गए हैं. उन्होंने कल एग्ज़ैम फोर मिशन के तहत अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी. शुभांशु 14 दिनों तक स्पेस स्टेशन में रहेंगे. इस दौरान वे अंतरिक्ष में जीवन की संभावनाओं को तलाशने के लिए कई अहम प्रयोग करेंगे. उनकी शुभ यात्रा के लिए उज्जैन के महाकाल मंदिर में विशेष पूजा-पाठ किया गया और दुआएं मांगी गईं. महाकाल में लोग उनकी सफल यात्रा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. यह विज्ञान और आस्था के तालमेल की तस्वीरें हैं.

Shubhanshu Shukla docking live

शुभांशु को ISS तक पहुंचने में लगेंगे 28 घंटे, जबकि रूस सिर्फ 8 घंटे में कैसे पहुंच जाता है? जानिए वजह

26 जून 2025

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इस मिशन के पायलट हैं और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन के साथ मिलकर काम करेंगे. ISS पर 14 दिन की इस यात्रा में वह 7 भारतीय और 5 नासा द्वारा डिजाइन किए गए वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे. शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं.

अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन रहकर क्या-क्या करेंगे शुभांशु शुक्ला? क्या आएंगी चुनौतियां..जानें

25 जून 2025

आज 25 जून को 12:01 पर शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेंगे. वे 14 दिन तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में रहकर वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे, योग का प्रदर्शन करेंगे और भारतीय संस्कृति को भी दिखाएंगे. एक विशेषज्ञ ने बताया कि राकेश शर्मा ने अपनी पिछली यात्रा को "इकॉनमी क्लास के जैसा" बताया था.