किडनी की समस्या से बचे रहना चाहते हैं तो पंडित शैलेंद्र पांडेय इसके लिए उपाय बता रहे हैं. पंडित जी के अनुसार भोजन करने के बाद तुरंत मूत्र विसर्जन करें. इससे आप किडनी की समस्या से बचे रहेंगे.
आज की ये खबर एक ऐसी दवा से जुड़ी है, जिसका लगभग हर घर में इस्तेमाल होता है. शायद ही कोई महिला होगी जिसने पेनकिलर मेफ्टल स्पास का इस्तेमाल न किया हो, लेकिन दर्द से निपटने में असरदार मेफटल स्पास के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं. सरकार ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है. इसलिए आपका समझना जरूरी है कि मेफ्टल स्पास का इस्तेमाल करना है या नहीं. और अगर करना है तो कितना करना है. दवा खाते वक्त क्या सावधानी बरतनी है.
पोम्पे एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी है जो एंजाइम एसिड अल्फा-ग्लूकोसिडेज (जीएए) की कमी के कारण होती है. इसे Glycogen Storage Disease Type II भी कहा जाता है. ये रेयर डिजीज है जोकि लाखों में से किसी एक को होती है.
अमेरिका के न्यू जर्सी में एक मेडिकल स्टूडेंट के साथ जो हुआ वो वाकई चौंकाने वाला है. छात्रा अपनी अल्ट्रासाउंड क्लास के दौरान वॉलेंटियर कर रही थी. इस दौरान उसे अल्ट्रासाउंड करते समय पता लगा कि उसकी खुद की बॉडी में लंप है जोकि थॉयराइड कैंसर है.
पेनकिलर दवाएं शरीर के लिए घातक साबित हो सकती है. सरकार ने Meftal को लेकर एलर्ट जारी किया है. Meftal के ज्यादा सेवन से ड्रेस सिंड्रोम जैसी गंभीर एलर्जी बढ़ सकती है. इसका असर पूरे शरीर पर हो सकता है जिसकी वजह से परेशानी बढ़ जाएगी.
9-1 Rule for healthy lifestyle: कई बार हम नंबर्स के बारे में बात करते हैं और ये जरूरी भी है. लेकिन सिर्फ नंबर्स फॉलो करने से आप हेल्दी और सस्टेनेबल लाइफस्टाइल नहीं जी सकते हैं.
वजन घटाना जितना मुश्किल होता है. उतना ही मुश्किल वजन बढ़ाना होता है. कई लोग इतने दुबले होते हैं कि लोग उन्हें खाने को लेकर टोकते रहते हैं. मोटापा बीमारियों का घर है तो दुबलापन भी पर्सनालिटी पर असर डालता है. इस वीडियो ज्योतिषाचार्य दुबलापन दूर करने के उपाय बता रहे है. इन तरीकों को फॉलो करके आप अच्छी सेहत पा सकते हैं.
चंडीगढ़ पीजीआई में स्किन बैंक की शुरुआत हो गई है. अब इस अस्पताल में अंग के साथ-साथ स्किन भी दान किया जा सकता है. पीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग को इसके संचालन की जिम्मेदारी दी गई है.इस बैंक में देहदान करने वाले और ब्रेन डेड मरीज के परिजनों की सहमति से उनकी स्किन भी संरक्षित की जाएगी.
बायोसेंसर एस्ट्राडियोल की मॉनिटरिंग करता है. एस्ट्राडियोल फर्टिलिटी के लिए और महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए एक जरूरी हार्मोन है. आमतौर पर इसे चेक करने के लिए क्लिनिक के चक्कर काटने पड़ते हैं या फिर लैब में सैंपल भेजने होते हैं. लेकिन रिंग बायोसेंसर इसे तुरंत बता देता है.
गुरुवार को केंद्र सरकार की तरफ से कार्डियक अरेस्ट यानी दिल की धड़कन अचानक बंद होने पर सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटैशन की ट्रेनिंग आम लोगों को दी गई. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर की रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 के बाद दिल के रोगियों की संख्या में 14 फीसदी तक इजाफा हुआ है. पिछले कुछ समय में लोगों ने अगर वक्त पर सीपीआर ना मिलने पर अपनी जान गवाई है. यही वजह है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से पूरे देश में निशुल्क सीपीआर की ट्रेनिंग दी गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लिया.
कोरोना काल के बाद देश में और खासकर युवाओं में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं. दिल सुरक्षित रहे इसलिए डॉक्टर लाइफ स्टाइल बेहतर करने और तनाव से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं. इसी सिलसिले में एक नई स्टडी सामने आई है जो दावा करती है कि दफ्तर में या वर्कप्लेस पर अगर माहौल खुशनुमा है तो दिल जवान रह सकता है. यानी दफ्तर में तनाव कम से कम हो तो दिल की राह आसान हो सकती है. ये स्टडी दिल के लिए बहुत काम की है.