28 दिसंबर 2025
सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है. एक महीने तक चावल न खाने से ब्लड शुगर स्थिर रह सकता है, इंसुलिन रेजिस्टेंस कम हो सकती है और मीठा खाने की तलब भी घटती है. इसकी जगह अगर क्विनोआ, बाजरा या ज्वार जैसे साबुत अनाज लिए जाएं, तो फाइबर की मात्रा बढ़ती है जो शुगर कंट्रोल में मदद करती है.