सीढ़ियां वास्तु शास्त्र के हिसाब से और ज्योतिष के हिसाब से कितनी महत्वपूर्ण होती हैं. सीढ़ियों के बनाने में और उसको मेंटेन करने में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं. पंडित शैलेंद्र पांडेय ने बताया कि नैऋत्य कोण में सीढ़ियां सबसे उत्तम मानी जाती हैं.
सीढ़ियों का क्या है महत्त्व
सीढ़ियां हम सब के घर में और ऑफिस में बनी होती हैं. वास्तु शास्त्र के हिसाब से या सामान्य ज्योतिष के हिसाब से सीढ़ियों का बहुत ज्यादा महत्त्व बताया गया है. सीढ़ियां किसी भी घर की उन्नति से संबंध रखती हैं. आपके घर की सीढ़ी जीवन के उतार-चढ़ाव से संबंध रखती है. सीढ़ियां यदि घर के बाहर हैं तो ये शुक्र से संबंध रखती हैं और सीढ़ियों घर के अंदर हैं तो ये मंगल से संबंध रखती हैं. वैसे कुल मिलाकर सीढ़ियों का संबंध होता है राहु-केतु के साथ क्योंकि सीढ़ियां ऊपर भी ले जाती हैं और नीचे भी ले आती हैं.
...तो राहु-केतु हो जाएंगे एक्टिव
गलत सीढ़ियां यदि आप बनवाते हैं या गलत सीढ़ियों का प्रयोग करते हैं तो इससे जीवन में आकस्मिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं और गलत सीढ़ियों का प्रयोग करने से बिना वजह राहु और केतु प्रभावित हो जाते हैं. बिना वजह के राहु-केतु अक्टिव हो जाते हैं. ज्यादातर आप देखेंगे जिनकी कुंडलियों में राहु-केतु की स्थिति ठीक नहीं होती है. उनके घर में सीढ़ियों आमतौर पर ठीक तरीके से बनी हुई नहीं होती हैं.
सीढ़ियों के निर्माण के नियम
जब आप अपने घर में सीढ़ियों बना रहे हैं या सीढ़ियां बनाने जा रहे हैं तो किन बातों का आपको ध्यान रखना चाहिए? नैरित्य कोण में यानी दक्षिण पश्चिम में बनी सीढ़ियां सबसे ज्यादा उत्तम मानी जाती हैं. सीढ़ियों का जो निर्माण होना चाहिए वो उत्तर की तरफ से चढ़े और दक्षिण की तरफ जाए तो ज्यादा बेहतर होगा या फिर पूर्व दिशा की तरफ से चढ़े और पश्चिम दिशा की तरफ जाए. मुख्य द्वार के सामने या ईशान कोण में, पूरब उत्तर के कोने में या आग्नेय कोण में दक्षिण पूर्व के कोने में सीढ़ियां नहीं होनी चाहिए.
होनी चाहिए सीढ़ियां साधारण
सीढ़ियां बिल्कुल साधारण होनी चाहिए. जितनी कम घुमावदार होंगी उतना ही ज्यादा अच्छा होगा. सीढ़ियों के जो स्टेप है जिसपे आप पैर रखते हैं, ये हमेशा चौड़ी होनी चाहिए और सीढ़ियों पर प्रकाश की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए. सीढ़ियों के नीचे बाथरूम, स्टोर या जल वाली चीजें नहीं होनी चाहिए. सीढ़ियों के नीचे मंदिर मत बनाइए. सीढ़ियों के नीचे टॉयलेट या बाथरूम मत बनाइए और सीढ़ियों के नीचे कूड़ा कबाड़ अनुपयोगी वस्तुएं मत रखिए.
सीढ़ियों के सुधार के उपाय
आपके घर में जो सीढ़ियां हैं वो गलत बन गई हैं, सही तरीके से नहीं बन पाई हैं तो क्या उपाय करेंगे? सीढ़ियों का रंग सफेद रखिए तो ज्यादा अच्छा होगा. सीढ़ियों के साथ जो दीवार जा रही है, ऊपर उस पर एक जगह या दो जगह लाल रंग का स्वस्तिक लगा दीजिए. अगर सीढ़ियों के नीचे कुछ गलत निर्माण करा लिया है, कोई गलत चीज बना दी है तो वहां पर एक तुलसी का पौधा लगाना अच्छा होगा. सीढ़ियों के नीचे अंधकार मत करिए.
सीढ़ियों के नीचे प्रकाश की उचित व्यवस्था करिए. सीढ़ियों जहां से शुरू हो रही हैं उस स्टेप पर और जहां खत्म हो रही हैं उस स्टेप पर एक हरे रंग का डोरमैट रख दीजिएगा. सीढ़ियों के नीचे पढ़ने, लिखने की व्यवस्था या किताब रखने की व्यवस्था आप कर सकते हैं. सबसे ज्यादा गड़बड़ होता है. बाथरूम या टॉयलेट तो सीढ़ियों के नीचे बनवाइए ही नहीं और यदि बन गया है तो उसका प्रयोग करना बंद कर दीजिए. अगर हटा सकें तो उसको सीढ़ियों के नीचे से हटा दीजिए.