यह जानकारी एकाक्षरी महामृत्युंजय मंत्र के बारे में है. यह मंत्र केवल एक अक्षर का है - 'हौं'. इस मंत्र का नियमित जप सुबह के समय करने से स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है और दैनिक जीवन में कोई बाधा नहीं आती. इसे कम से कम 27 बार या 108 बार जपने की सलाह दी गई है. एक अन्य विधि के अनुसार, सुबह उठते ही पलंग पर बैठे-बैठे शिव जी का ध्यान करके इस मंत्र का नौ या 27 बार जप करने के बाद ही पलंग से उतरना चाहिए.