सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है, जो भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का विशेष समय है. इस महीने में की गई पूजा-अर्चना से भक्तों को पूरे साल की पूजा का फल मिल सकता है. सावन मास को चातुर्मास का पहला महीना माना जाता है, जिसका संबंध सीधे भगवान शिव से है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान निकले हलाहल विष को भगवान शिव ने ग्रहण किया था, जिसके बाद देवताओं ने उन्हें जल अर्पित कर शांत किया. यही कारण है कि सावन में शिव को जल चढ़ाने की परंपरा है.