राहु और केतु मई में अपनी राशि बदल रहे हैं, जिसका प्रभाव अगले कई महीनों तक बना रहेगा. शैलेंद्र पांडेय के अनुसार, "राहु केतु का प्रभाव जल्दी टलता नहीं है. कार्यक्रम में सभी राशियों पर इसके असर और नकारात्मक प्रभावों से बचने के उपाय, जैसे मंत्र "ओम भम भैरवाय अनिष्ट निवारणाय स्वहा", बताए गए हैं.