चंद्रमा का सीधा संबंध व्यक्ति के मन और सोच से होता है. कुंडली में चंद्रमा की स्थिति ठीक न होने पर व्यक्ति को मानसिक बीमारियां हो सकती हैं. चंद्रमा के गड़बड़ होने से मानसिक अवसाद, चिंता, घबराहट और बेचैनी जैसी समस्याएं पैदा होती हैं. नींद न आने की समस्या, रात भर करवट बदलते रहना या कुछ घंटों की नींद के बाद आंख खुल जाना भी चंद्रमा की खराब स्थिति का संकेत है. मिर्गी के दौरे और ओसीडी जैसी गंभीर समस्याओं के पीछे भी चंद्रमा का प्रभाव हो सकता है. यदि किसी व्यक्ति की मनोवैज्ञानिक दवा चल रही है या मानसिक रोग का इलाज हो रहा है, तो यह समझना चाहिए कि उसका चंद्रमा अनुकूल नहीं है. चंद्रमा की डिग्री के अनुसार बीमारियों की गंभीरता कम या ज्यादा हो सकती है. इन मानसिक समस्याओं से निपटने के लिए कुछ अचूक उपाय बताए गए हैं.