सावन का महीना हिंदू धर्म में पवित्र चातुर्मास का पहला मास माना जाता है. इसका संबंध पूर्ण रूप से भगवान शिव से है. मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान हलाहल विष निकलने पर भगवान शिव ने उसे ग्रहण किया था, जिसके बाद देवी-देवताओं ने उन्हें जल अर्पित कर शांत किया. तभी से सावन में शिव को जल चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है. पूरे साल की शिव पूजा का फल केवल सावन में ईमानदारी से साधना और पूजन करने से प्राप्त हो सकता है. तपस्या, साधना और वरदान प्राप्ति के लिए यह महीना विशेष शुभ माना जाता है. इस बार सावन 11 जुलाई को आरंभ होकर 9 अगस्त तक रहेगा. सावन में साधना से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं, आयु और स्वास्थ्य बेहतर होता है. शनिदेव की पूजा सावन में सबसे फलदायी मानी जाती है, जिससे साल भर शनि पूजा की आवश्यकता नहीं पड़ती.