सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है. इस दौरान सावन के हर सोमवार को उपवास रखना बहुत शुभ होता है. शिवलिंग पर प्रतिदिन सुबह जल और बेलपत्र अर्पित करना चाहिए. सावन में दूध का प्रयोग कम से कम करने की सलाह दी जाती है, और तांबे के बर्तन से शिवलिंग पर दूध अर्पित नहीं करना चाहिए. जल चढ़ाने के बाद शिव पंचाक्षरी स्तोत्र का पाठ करना या भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र 'नमः शिवाय' का एक माला जप करना लाभकारी होता है. मंत्र जप के बाद जलपान या फलाहार ग्रहण करें. रुद्राक्ष धारण करने के लिए सावन का महीना सबसे उपयुक्त है.