अगर आप भी पोस्ट ऑफिस में निवेश करते हैं तो ये खबर जानना आपके लिए बेहद जरूरी है. दरअसल 1 अप्रैल से पोस्ट ऑफिस ने अपने नियमों में कुछ बदलाव किए हैं. डाक विभाग ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि 1 अप्रैल 2022 से सीनियर सिटीजन स्कीम, मंथली इनकम स्कीम और टर्म डिपॉजिट अकाउंट्स में कैश में ब्याज देना बंद कर दिया जाएगा.
केवल बैंक अकाउंट या सेविंग अकाउंट से जमा हो सकेगा ब्याज
सर्कुलर में ये भी कहा गया है कि ब्याज की रकम सिर्फ अकाउंट होल्डर्स के सेविंग अकाउंट या बैंक अकाउंट में जमा हो सकेगी. अगर खाताधारक अपने सेविंग अकाउंट या बैंक अकाउंट से सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, मंथली इनकम स्कीम और टर्म डिपॉजिट अकाउंट्स से लिंक नहीं कर पाते हैं तो बाकी का ब्याज सिर्फ पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम में क्रेडिट या चेक के जरिए जमा किया जा सकेगा.
डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए उठाया जा रहा कदम
डाक विभाग का कहना है कि कुछ अकाउंट होल्डर ने अपने सेविंग अकाउंट को सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, मंथली इनकम स्कीम और टर्म डिपॉजिट अकाउंट्स से नहीं अब तक लिंक नहीं कराया है. डाक विभाग ने अपने सर्कुलर में आगे ये भी कहा है कि बहुत से अकाउंट होल्डर्स को ये तक नहीं मालूम है कि उन्हें ब्याज भी मिल रहा है. उनके ब्याज के पैसे पोस्ट ऑफिस के अकाउंट में ही रह जाते हैं. इसके अलावा डाक विभाग ने डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने, मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों में लगाम कसने और धोखाधड़ी से बचने के लिए ये कदम उठाया है.
कब मिलते हैं ब्याज के पैसे
5 साल वाली मंथली इनकम स्कीम में ब्याज का पेमेंट मासिक आधार पर यानी हर महीने होता है. वहीं 5 साल वाली सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स स्कीम अकाउंट में ब्याज का भुगतान हर तिमाही में होता है. जबकि टर्म डिपॉजिट अकाउंट्स में ब्याज के पैसे सालाना आधार पर मिलते हैं.