सेना में सेवा देने वाले सैनिक और ऑफिसर अक्सर रिटायरमेंट के बाद पुलिस या सिक्योरिटी सेक्टर में जॉब करते हैं या फिर घर में आराम से अपना समय बिताते हैं. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे रिटायर्ड आर्मी अफसर के बारे में जिन्होंने आर्मी को अपनी प्रेरणा बनाकर अपना बिजनेस स्टार्टअप शुरू किया है. यह कहानी है रिटायर्ड मेजर अनिल कुमार मलिक की.
मेजर अनिल कुमार मलिक, एक रिटायर्ड स्पेशल फोर्सेज सैनिक और Spec Ops नामक ब्रांड के संस्थापक हैं. ऑपरेशन पराक्रम और ऑपरेशन विजय (कारगिल युद्ध) जैसे महत्वपूर्ण सैन्य अभियानों में भाग लेने के बाद, मेजर मलिक ने भारतीय सैनिकों के लिए एडवांस्ड टैकटिकल गियर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अपनी स्टार्टअप शुरू किया. अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज के साथ ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने देखा कि वहां के सैनिकों के कपड़ों से लेकर दूसरे गियर तक, हर चीज बहुत कंफर्टेबल और क्वालिटी में बेहतर है. इससे प्रेरित होकर उन्होंने भारतीय सैनिकों के लिए कुछ ऐसा बनाने की सोची.
क्वालिटी पर है फोकस
हाल ही में, मेजर मलिक Shark Tank India Season 3 के एक एपिसोड में नजर आए और अपनी पिच के दौरान उन्होंने कहा, ''मैं गौरवान्वित और भाग्यशाली महसूस करता हूं कि मुझे देश की सेवा करने का मौका मिला. मैंने ऑपरेशन पराक्रम, ऑपरेशन रक्षक, ऑपरेशन विजय जैसे कई ऑपरेशनों में हिस्सा लिया, जिन्हें आप कारगिल युद्ध के नाम से जानते हैं. 2002 में, मुझे अमेरिकी विशेष बलों के साथ प्रशिक्षण लेने का अवसर मिला."
उन्होंने अपने उत्पादों की क्वालिटी की गारंटी दी. उन्होंने बताया कि उनके प्रोडक्ट्स सिर्फ सैनिकों के लिए नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी हैं. वे ट्राउज़र, टी-शर्ट आदि भी बनाते हैं जो सभी को काफी पसंद आते हैं. उन्होंने शार्क्स को यह भी कहा कि फंडिंग के साथ-साथ शार्क टैंक में आने की उनकी वजह पब्लिसिटी भी है. क्योंकि इस प्लेटफॉर्म से वह ज्यादा लोगों तक पहुंच सकते हैं. सभी शार्क्स को उनकी यह ईमानदारी बहुत पसंद आई.
2% इक्विटी के बदले 40 लाख की मांग
दृढ़ विश्वास और संकल्प के साथ, मेजर मलिक ने स्पेक ऑप्स में 2% इक्विटी हिस्सेदारी के लिए 80 लाख रुपये के निवेश की मांग की. हालांकि, शार्क्स उनकी वैल्यूएशन से हैरान थे लेकिन उन्होंने उनके बिजनेस के महत्व को समझा. मेजर मलिक ने बताया कि वे लोगों के लिए 20 से ज्यादा तरह के प्रोडक्ट्स बना रहे हैं.
पिछले साल उन्होंने 8 करोड़ से ज्यादा का टर्नओवर लिया था. इस साल भी उनका बिजनेस अच्छा चल रहा है और उनके पास लगभग 8 करोड़ का प्री-ऑर्डर है, जिसे वह बिना किसी फंडिंग के 3 महीने में पूरा कर सकते हैं. मेजर मलिक के आत्मविश्वास से प्रेरित होकर अमन और अमित ने उन्हें 2% इक्विटी के लिए 40 लाख रुपये के निवेश और 2 वर्षों में 12% ब्याज पर अतिरिक्त 40 लाख रुपये के लोन की डील दी. मेजर मलिक ने उनका ऑफर स्वीकार कर लिया.