उत्तर प्रदेश में डिटर्जेंट से लेकर डिजिटल पेमेंट्स, एडटेक से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक कई इंडस्ट्रीज हैं, और यही वजह है कि यह राज्य भारत के कुछ सबसे अमीर उद्यमियों का घर भी है. आज हम आपको बता रहे हैं उत्तर प्रदेश के टॉप 9 सबसे अमीर लोगों के बारे में.
उत्तर प्रदेश के टॉप 9 सबसे अमीर लोग
1. मुरलीधर ग्यानचंदानी- 14,000 करोड़ रुपये
- कंपनी: आरएसपीएल ग्रुप (घड़ी डिटर्जेंट)
- शहर: कानपुर
- घड़ी डिटर्जेंट के संस्थापक मुरलीधर ग्यानचंदानी ने भारत के FMCG सेक्टर में क्रांति ला दी और इसे हर घर का नाम बना दिया.
2. बिमल ग्यानचंदानी- 9,000 करोड़ रुपये
- कंपनी: आरएसपीएल ग्रुप (घड़ी डिटर्जेंट, साबुन)
- शहर: कानपुर
- अपने भाई मुरलीधर के साथ मिलकर बिमल ग्यानचंदानी ने आरएसपीएल ग्रुप की नींव रखी और FMCG साम्राज्य खड़ा किया.
3. विजय शेखर शर्मा- 8,000 करोड़ रुपये
- कंपनी: पेटीएम
- शहर: अलीगढ़
- भारत के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा देश के प्रमुख स्टार्टअप आइकॉन माने जाते हैं.
4. दिनेश चंद्र अग्रवाल- 5,400 करोड़ रुपये
- कंपनी: इंडिया मार्ट
- शहर: नोएडा
- इंडियाMART के संस्थापक, जो देश का सबसे बड़ा B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है और जिसे "डिजिटल मंडी" भी कहा जाता है.
5. सचिन अग्रवाल- 4,800 करोड़ रुपये
- कंपनी: पॉलिसीबाज़ार (सह-संस्थापक)
- शहर: नोएडा
- पॉलिसीबाज़ार के को-फाउंडर हैं, जिन्होंने लाखों भारतीयों को ऑनलाइन बीमा योजनाएं उपलब्ध कराई.
6. अलख पांडे- 4,500 करोड़ रुपये
- कंपनी: फिजिक्स वाला (एडटेक)
- शहर: प्रयागराज
- यूट्यूब ट्यूटोरियल्स से शुरुआत करने वाले अलख पांडे आज भारत के सबसे सफल एडटेक उद्यमियों में गिने जाते हैं.
7. प्रदीप कुमार जैन- 4,400 करोड़ रुपये
- कंपनी: पीएनसी इंफ्राटेक
- शहर: आगरा
- इंफ्रास्ट्रक्चर उद्योगपति प्रदीप जैन की कंपनी पीएनसी इंफ्राटेक ने देश की कई बड़ी सड़क और रियल एस्टेट परियोजनाएं पूरी की हैं.
8. चक्रेश कुमार जैन- 4,400 करोड़ रुपये
- कंपनी: पीएनसी इंफ्राटेक
- शहर: आगरा
- प्रदीप जैन के भाई और बिजनेस पार्टनर, जिन्होंने मिलकर इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया.
9. यशवर्धन अग्रवाल- 4,200 करोड़ रुपये
- कंपनी: प्रिया गोल्ड बिस्किट्स
- शहर: नोएडा
- प्रिया गोल्ड बिस्किट्स के संस्थापक, जिनकी कंपनी भारत के प्रमुख FMCG स्नैक ब्रांड्स में से एक है.
उत्तर प्रदेश अब सिर्फ भारत का राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्र नहीं, बल्कि एक आर्थिक शक्ति भी बन चुका है. कानपुर से लेकर नोएडा और प्रयागराज से लेकर आगरा तक, इन उद्यमियों ने न सिर्फ अपनी दौलत बढ़ाई, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती दी.
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