Sony Company: एकीयो और मसारू ने पांच सौ डॉलर कर्ज लेकर शुरू की थी सोनी कंपनी, मिली थी असफलता, फिर ऐसे दुनिया में अरबों का खड़ा कर दिया कारोबार

History of Sony Company: जापान निवासी एकीयो मोरिता और मसारू इबुका ने कर्ज लेकर सोनी कंपनी की स्थापना 7 मई 1946 को की थी. उस समय कंपनी का रजिस्ट्रेशन TTK के नाम से हुआ था. बाद में इसका नाम बदलकर सोनी कॉरपोरेशन कर दिया गया.

सोनी कंपनी के संस्थापक एकीयो मोरिता और मसारू इबुका (फोटो सोशल मीडिया)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 मई 2023,
  • अपडेटेड 5:36 PM IST
  • सोनी कंपनी की स्थापना 7 मई 1946 को हुई थी
  • शुरू में इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन TTK के नाम से हुआ था

इलेक्ट्रानिक प्रोडक्ट की दुनिया में सोनी कंपनी किसी पहचान की मोहताज नहीं है. सोनी मूलरूप से जापान की कंपनी है और यह भारत सहित दुनिया भर के बाजारों के लिए लैपटॉप, कैमरा, स्मार्टफोन, ईयरफोन, ऑडियो सिस्टम, कॉम्पैक्ट डिस्क और एलईडी टीवी आदि की बिक्री करती है. इस कंपनी की स्थापना एकीयो मोरिता और मसारू इबुका ने 7 मई 1946 की थी. हालांकि इस कंपनी की शुरुआत जब हुई थी तब कंपनी का रजिस्ट्रेशन TTK के नाम से हुआ था. TTK का मतलब टोक्यो टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन था.

सबसे पहले कूकर किया लॉन्च 
कीयो मोरिता और मसारू इबुका ने कंपनी की शुरुआत करने के 500 डॉलर का कर्ज उठाया था. दोनों का प्लान था कि आम आदमी के इस्तेमाल की चीजें बनाएंगे. सबसे पहले एक कूकर लॉन्च किया. यह प्रोडक्ट सक्सेसफुल नहीं रहा. इसके बावजूद मोरिता और इबुका ने हार नहीं मानी. दोनों ने नए रिसर्च में पैसे लगाने शुरू किए. साल 1950 में एक टेप रिकॉर्डर मार्केट में लॉन्च किया. ये एक अमेरिकी मॉडल की कॉपी था. इस टेप रिकॉर्डर को इबुका ने जापान के सरकारी ब्रॉडकास्टिंग स्टेशन पर देखा था. शुरू में मार्केट में इस प्रोडक्ट की मांग बहुत नहीं थी लेकिन उन्होंने इसकी मार्केटिंग की योजना तैयार की.

टेप रिकॉर्डर के बताए अनेकों इस्तेमाल
दोनों ने टेप रिकॉर्डर के नौ हजार नौ सौ निन्यानवे इस्तेमाल की एक कॉपी तैयार कर लोगों में बांटा. लोगों को तब पता चला कि इस टेप रिकॉर्डर के इतने इस्तेमाल हैं तब लोगों ने इसे खरीदना शुरू किया. प्रोडक्ट मार्केट में सक्सेसफुल रहा. कॉर्पोरेट कंपनियों और मीडिया हाउसेस से खूब ऑर्डर मिले. यहां तक कि कंपनी को अपने प्रोडक्शन के हिसाब से बड़ी जगह शिफ्ट होना पड़ा.  

नाम बदल कर सोनी कर दिया
साल 1952 में दोनों ने ट्रांजिस्टर लॉन्च किया और TTK रेडियो का नाम बदल कर सोनी कर दिया. सोनी नाम देने के पीछे की वजह ये थी कि सोनी 'सोनस' से बना था जो कि एक लैटिन शब्द है. सोनस का मतलब होता है साउंड या आवाज. साल 1995 में कंपनी ने सोनी रेडियो का मास प्रोडक्शन शुरू कर दिया. आम लोगों में इस प्रोडक्ट की धूम मच गई. कंपनी की बिक्री 1000% तक बढ़ गई.  सोनी नाम लोगों में बहुत मशहूर हो गया, इससे प्रभावित हो कर कंपनी के फाउंडर्स ने इसका नाम बदलकर सोनी कॉरपोरेशन कर देना तय किया. इसके बाद अगले 10 सालों तक कंपनी ने वीडियो टेप टेक्नोलॉजी के जरिए मार्केट पर राज किया. साल 1971 में उन्होंने पहला वीसीआर लॉन्च किया. इसके लिए कंपनी को अवॉर्ड भी मिला. 

वॉकमैन ने मचाया धूम
1979 में सोनी ने एक कॉम्पैक्ट टेप प्लेयर लॉन्च किया. इसे वॉकमैन नाम दिया गया. वॉकमैन इतना मशहूर हुआ कि जब दूसरी कंपनियों ने इसे बनाना शुरू किया तो वो भी इसे वॉकमैन के नाम से ही बेचने लगे. सोनी ने 1982 में सीडी प्लेयर लॉन्च किया. 1985 में वीडियो कैमरा लॉन्च हुआ जिसकी बिक्री जापान सहित विदेशों में खूब हुई. 

70 बिलियन अमेरिकी डॉलर से पार है सालाना रेवेन्यू
1992 में कंपनी ने कुल $1.3 बिलियन डॉलर की रेवेन्यू जेनरेट की. आज की तारीख में सोनी की सालाना रेवेन्यू 70 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर चुकी है. ये सब संभव नई खोज से हुआ. इस कंपनी के भारतीय डिवीजन की स्थापना साल 1995 में की गई थी. आज कंपनी प्ले स्टेशन, स्मार्ट फोन, लैपटॉप, टीवी, वीडियो रिकॉर्डर हर एक प्रोडक्ट के साथ मार्केट में मौजूद है और अगले जेनरेशन की रिसर्च जारी है.


 

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