वंदे भारत ट्रेनें इस समय देश की सबसे लोकप्रिय ट्रेनों में से एक हैं. इन ट्रेनों में अभी केवल चेयर-कार में बैठने की व्यवस्था है, लेकिन जल्द ही इसमें स्लीपर कोच भी हो सकते हैं. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा करते हुए कहा कि जल्द ही वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर बर्थ की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने जानकारी दी कि भारतीय रेलवे को 400 वंदे भारत ट्रेनें चलाने का लक्ष्य दिया गया है.
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नागपुर-बिलासपुर शुरू
पिछले हफ्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नागपुर से बिलासपुर को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. इस नई ट्रेन के साथ, वंदे भारत ट्रेनें अब देश भर में छह मार्गों पर परिचालन कर रही हैं.
जल्द ही नागपुर-हैदराबाद रूट पर चलेगी ट्रेन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेलवे नागपुर-हैदराबाद रूट पर वंदा भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है. इस संबंध में महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर नागपुर से हैदराबाद के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने की मांग की है.
वहीं वाराणसी से बुलेट ट्रेन चलाने के सवाल पर रेल मंत्री ने कहा कि इस पर काम चल रहा है. उन्होंने कहा,“हम नई तकनीक सीख रहे हैं. भारत में पहली बुलेट ट्रेन चलाने की प्रगति बहुत अच्छी है और नए बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर काम जल्द ही शुरू होगा.'' रेल मंत्री ने काशी और तमिलनाडु के बीच रोजाना काशी तमिल संगमम एक्सप्रेस चलाने की घोषणा की थी.
ज्यादा प्रीमियम होंगी ट्रेन
वंदे भारत ट्रेनों को प्रीमियम राजधानी एक्सप्रेस सेवा से भी ज्यादा अपग्रेड किया जाएगा. इन ट्रेनों के स्लीपर क्लास-वर्जन को नई दिल्ली-पटना, नई दिल्ली-लखनऊ और अन्य रास्तों पर ओवरनाइट चलाया जाएगा. भारत की पहली और दूसरी सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेनों ने 2019 में शुरू होने के बाद से अब तक 18 लाख से अधिक रूट किलोमीटर की संचयी दूरी तय की है. इन दो VB ट्रेनों द्वारा तय की गई कुल दूरी लगभग 42 बार पृथ्वी की परिक्रमा करने के बराबर है! अगले कुछ सालों में ये ट्रेनें पृथ्वी और चंद्रमा की एक साथ कम से कम 100 बार परिक्रमा करने लायक दूरी तय कर सकेंगी.
2019 में चली थी पहली वंदे भारत
चार साल के गहन कार्य और योजना के बाद, सेमी-हाई स्पीड पर इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट के रूप में देश की पहली और दूसरी वंदे भारत ट्रेनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में जम्मू-कश्मीर में नई दिल्ली-वाराणसी और नई दिल्ली-कटरा के रास्तों के लिए हरी झंडी दिखाई थी.
पहली वंदे भारत ट्रेन को नई दिल्ली-वाराणसी मार्ग पर और दूसरी नई दिल्ली-कटरा मार्ग पर इन तीर्थ शहरों को तेज रेल परिवहन प्रदान करने के लिए हरी झंडी दिखाई गई थी. रेल मंत्रालय 2026 तक दक्षिण अफ्रीका और यूरोपीय देशों के अंतरराष्ट्रीय बाजारों को कवर करने और 100 से अधिक वंदे भारत ट्रेनों को रोल आउट करने और उन्हें कम से कम एक लाख रूट किलोमीटर तक चलाने के लिए इन ट्रेनों के निर्यात की दिशा में भी काम कर रहा है. सूत्रों ने यह भी कहा कि 350-400 नए वंदे भारत के दूसरे लॉट को रोल आउट करने की घोषणा अगले केंद्रीय बजट 2023-24 का हिस्सा होने की उम्मीद है.