प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एमवे इंडिया एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड (Amway India) की 757.77 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि एमवे डायरेक्ट सेलिंग मल्टी-लेवल मार्केटिंग नेटवर्क के जरिए पिरामिड फ्रॉड (Pyramid Fraud) चला रहा है।
क्या है पिरामिड फ्रॉड, किस तरह करता है काम?
यह ऐसा व्यापार मॉडल है जिसमें सीधे सामान बेचने की बजाए लोगों को इस वादे पर शामिल किया जाता है कि अगर वो अपनी तरह और सदस्य बनाएंगे तो उन्हें कमीशन दिया जाएगा. ऐसे में कंपनी से जुड़ने वाले नए सदस्यों का फोकस उत्पादों का उपयोग करना नहीं बल्कि सदस्य बनकर अमीर बनने पर होता है. इस तरह एक ग्राहक अपने साथ अन्य ग्राहक को जोड़कर पिरामिड बनाते जाते हैं. इस स्कीम में ग्राहकों को सामान की बिक्री पर कमीशन मिलता है. इस पिरामिड चेन में शामिल लोग कंपनी के महंगे प्रोडक्ट्स खरीदने के लिए इसके खूब फायदे बताते हैं. डायरेक्ट सेलिंग उद्योग की प्रमुख कंपनियों में एमवे की गिनती होती है.
एमवे के ज्याादतर प्रोडक्ट्स दूसरी कंपनियों के प्रोडक्ट्स के मुकाबले बहुत महंगे
एमवे अपने प्रोडक्ट की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए पिरामिड चेन चलाती आ रही है. ऐसा माना जाता है कि इस तरह की योजनाएं फ्रॉड को बढ़ावा देती हैं. एमवे पर अपने प्रोडक्ट को मार्केट के मुकाबले ज्यादा दामों में बेचने का आरोप है. दरअसल प्रोडक्ट की बिक्री से आने वाला कमीशन कई लेयर पर बंटता है, जिसकी वजह से इसकी कीमत बहुत ज्यादा हो जाती है. आपको बता दें, ईडी की जांच में यह खुलासा भी हुआ है कि कंपनी ने डायरेक्ट सेलिंग के जरिए 2002 से 2022 तक 27562 करोड़ रुपये इकट्ठा किए हैं.
पिछले साल सरकार ने लगाई रोक
केंद्र सरकार ने पिछले साल सीधे ग्राहकों को सामान बेचने वाली कंपनियों की पिरामिड स्कीमों पर रोक लगा दी थी. नए नियम के हिसाब से किसी भी कंपनी का डायरेक्ट सेलर बिना पहचान पत्र के किसी ग्राहक के घर जाकर सामान नहीं बेच सकेगा.
अमिताभ बच्चन हैं ब्रांड अंबेसडर
एमवे इंडिया के ब्रांड अंबेसडर अमिताभ बच्चन हैं. वह पिछले साल ही इस ब्रांड का हिस्सा बने हैं.