दिल्ली के इन स्कूलों में बच्चे सीख रहे हैं पढ़ाई के साथ प्रकृति का पाठ, किचन गार्डन तैयार कर होगी "प्रैक्टिकल लर्निंग"

मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी ने कहा था कि पौधे उगाने के से उन्हें जीवन जीने के आदर्शों की भी सीख मिलेगी.पौधे उगाना बच्चों को खुशी देने का भी एक तरीका हो सकता है. कोरोना की वजह से बच्चे घरों में बंद हो गए हैं, ऐसे में जब वो स्कूल वापस आएंगे तो कुछ नया कर के उन्हें भी खुशी होगी. बच्चों की मेंटल थेरेपी भी हो जाएगी.

स्कूल का किचन गार्डन
श्रुतिका
  • नई दिल्ली,
  • 15 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 12:18 AM IST
  • दिल्ली निगम के 30 स्कूलों में हुए किचन गार्डन तैयार
  • अब होगी बच्चों की होगी "प्रैक्टिकल लर्निंग

दिल्ली निगम के 30 स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई के अलावा अब प्रकृति का पाठ भी पढ़ाया जाएगा. इसी मुहिम को रंग देने के लिए सभी 30 स्कूलों में किचन गार्डन तैयार किए गए हैं. इन किचन गार्डन में तरह तरह के फल और सब्जियां उगाए जा रहे हैं. स्कूल के गार्डन में टमाटर, गोभी, पालक, धनिया, मेथी, आम, अमरूद, जामुन सभी के पौधे लगाए गए हैं.  

स्कूल में प्रकृति का पाठ ले रहे बच्चे

मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी ने आदेश जारी किया था कि स्कूलों में किचन गार्डनिंग की जाए ताकि बच्चों को पौधे उगाने की कला आ जाए. मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी ने कहा था कि पौधे उगाने के से उन्हें जीवन जीने के आदर्शों की भी सीख मिलेगी. पौधे उगाना बच्चों को खुशी देने का बी एक तरीका हो सकता है. कोरोना की वजह से बच्चे घरों में बंद हो गए हैं, ऐसे में जब वो स्कूल वापस आएंगे तो कुछ नया कर के उन्हें भी खुशी होगी. बच्चों की मेंटल थेरेपी भी हो जाएगी.

मेंटल थैरेपी के साथ कुपोषण को भगाना है मकसद

EDMC के चेयरमैन राजीव कुमार ने बताया कि जो भी सब्जियां व फल किचन गार्डन में उगाए जाएंगे उनको मिड डे मील में बच्चों को खाने को दिया जाएगा. ताकि कुपोषण से भी लड़ाई जारी रहे. पोषण के साथ बच्चों को बाग़बानी का भी अनुभव होता रहेगा.  इस गार्डन में फल के साथ सब्जियां भी उगाई गई हैं. फल में आम, आंवला, अनार, पपीता, शहतूत व जामुन लगाए गए हैं. वहीं सब्जियों में गाजर, धनिया, टमाटर, गोभी, मूली, पालक, मेथी, सरसों लगाए गए हैं. बच्चों को स्कूल में बागवानी सिखाने का मकसद यह भी है कि वह इस काम को सीख कर अपने घर में भी बाग़बानी कर सकेंगे.

 

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