डॉक्टर से नेता बना यह जरूरतमंद बच्चों को देता है मुफ्त में कोचिंग, छात्रों को मिलता है नाश्ता भी

विधायक डॉ. लमनी (उम्र 38 वर्ष) ने अपने करियर की शुरुआत एक सरकारी तालुक अस्पताल में जनरल मेडिसिन डॉक्टर के रूप में की थी.

MLA Dr. Chandru Lamani (Photo: Facebook)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 04 जून 2025,
  • अपडेटेड 8:31 AM IST

कर्नाटक के गडग जिले के विधायक डॉ. चंद्रू लमनी पेशे से डॉक्टर हैं. उनका मानना है कि समाज की समस्याओं का सबसे बेहतर इलाज है शिक्षा. बीजेपी विधायक डॉ. लमनी (उम्र 38 वर्ष) ने अपने करियर की शुरुआत एक सरकारी तालुक अस्पताल में जनरल मेडिसिन डॉक्टर के रूप में की थी. लेकिन पिछले पांच सालों से वे दसवीं कक्षा के छात्रों को नि:शुल्क ट्यूशन भी दे रहे हैं, और अब वे हजारों छात्रों के लिए गुरु बन चुके हैं.

लक्ष्मेश्वर में उनके सपोर्टर्स की संस्था ‘लमनी फैंस क्लब’ द्वारा गर्मियों की छुट्टियों में SSLC (2025-26 शैक्षणिक वर्ष) के कन्नड़ माध्यम छात्रों के लिए दो महीने का फ्री कोचिंग कैंप आयोजित किया गया. हर साल सैकड़ों छात्र इन मुफ्त कक्षाओं में भाग लेते हैं. इस साल 300 छात्रों ने भाग लिया. इनमें से ज्यादातर छात्र हावेरी, धारवाड़ और गडग जिलों से आते हैं. कक्षाएं आमतौर पर सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलती हैं.

दूसरे अधिकारी भी करते हैं मदद
2023 में बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतने के बाद लमनी ने डॉक्टर का पेशा छोड़ दिया, लेकिन ट्यूशन देना नहीं छोड़ा. वे तहसीलदारों, पुलिस सब-इंस्पेक्टरों और अन्य अधिकारियों को भी बुलाते हैं, जो छात्रों को परीक्षा की तैयारी के टिप्स देते हैं. कोविड महामारी के दौरान, डॉ. लमनी ने गडग ज़िले के गरीब तबके के मरीजों का सहानुभूति और सेवा भावना के साथ इलाज किया. उन्होंने कई मरीजों को गंभीर अवस्था से बाहर निकाला. 

शुरू किया फ्री कोचिंग सेंटर 
डॉ. लमनी का कहना है कि ग्रामीण छात्रों के लिए अच्छे कोचिंग सेंटर जरूरी हैं, क्योंकि वे गडग, धारवाड़ या बेंगलुरु में महंगे कोचिंग संस्थानों में पढ़ाई नहीं कर सकते. इसी कमी को पूरा करने के लिए उन्होंने अपने दोस्तों और विचारशील लोगों के साथ मिलकर फ्री कोचिंग सेंटर शुरू किया. कई छात्रों ने SSLC और अन्य परीक्षाओं में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. 

डॉ. लमनी जब समय निकाल पाते हैं, कोचिंग सेंटर जाते हैं और कभी-कभी विज्ञान के विषय भी पढ़ाते हैं. वे छात्रों को उत्तर लेखन की कला, समय प्रबंधन और परीक्षा की रणनीति भी सिखाते हैं. क्लासेस का संचालन 12 शिक्षकों द्वारा किया जाता है, जिनमें हर एक विषय के लिए दो शिक्षक होते हैं. डॉ. लमनी हर रविवार और फुर्सत में खुद पढ़ाने भी आते हैं.

इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं छात्र
सुरनागी, गुडिगेरी, डोड्डूर, कालसा, रामगिरी और आसपास के गांवों के कई छात्र अब हुब्बली, धारवाड़, बेलगावी और अन्य शहरों के कॉलेजों में इंजीनियरिंग, BAMS और अन्य पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कर रहे हैं. डॉ. चंद्रू लामाणी फैंस एसोसिएशन हर छात्र को निःशुल्क नाश्ता भी देती है. इसके अलावा, एक कृषि उपज विपणन समिति (APMC) की संस्था निःशुल्क दूध की व्यवस्था करती है. 

 

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