National education day: आज है राष्ट्रीय शिक्षा दिवस, आइए जानें क्या है इसका इतिहास

भारत में हर साल 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है. इसी दिन भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म हुआ था. उन्हीं के जन्मदिन को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है.

भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (फाइल फोटो)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:20 AM IST
  • भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिन पर मनाया जाता है राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
  • देश की आजादी के बाद भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम ने की थी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना 

भारत में हर साल 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है. इसी दिन भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म हुआ था. उन्हीं के जन्मदिन को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है. 2008 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाने का फैसला किया था, तभी से यह दिवस मनाया जा रहा है. देश के महान स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान और प्रख्यात शिक्षाविद् अबुल कलाम आजाद राष्ट्र निर्माण और देश के विकास में अच्छी शिक्षा कितनी महत्वपूर्ण है, यह अच्छी तरह जानते थे. उन्होंने देश में आधुनिक शिक्षा पद्धति लाने के लिए कई बड़े कदम उठाए.आज राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के दिन शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए बेहतरीन कार्यों को याद किया जाता है. मौलाना अबुल कलाम आजाद स्वतंत्रता संग्राम के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे. शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की स्थापना की थी. उनका मुख्य लक्ष्य प्राइमरी शिक्षा को बढ़ाना था. 1992 में उन्हें भारत रत्न से नवाजा गया था. भारत की आजादी के बाद मौलाना अबुल कलाम ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की स्थापना की थी. शिक्षा मंत्रालय ने आजाद के नेतृत्व में ही 1951 में देश का पहला आईआईटी संस्थान स्थापित किया. सेकेंडरी एजुकेशन कमिशन भी उन्हीं के कार्यकाल में स्थापित किया गया था.देश में प्रसिद्ध जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की स्थापन में भी उनका अहम योगदान रहा. मौलाना अबुल कलाम आजाद अरबी, हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, फारसी और बंगाली जैसी भाषाओं के अच्छे जानकार थे.

मौलाना अबुल कलाम आजाद के सम्मान में कई संस्थान उनके नाम पर  स्थापित : मौलाना अबुल कलाम आजाद के सम्मान में पूरे देश में कई संस्थान उनके नाम पर स्थापित किए गए. इनमें प्रमुख संस्थान हैं नई दिल्ली में मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, भोपाल में मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान और हैदराबाद में मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय. दिल्ली में मौलाना आजाद सेंटर फॉर एलिमेंटरी एंड सोशल एजुकेशन है, जो दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आता है. इसके अलावा मौलाना आजाद कॉलेज और  मौलाना अबुल कलाम आजाद एशियाई अध्ययन संस्थान हैं. कोलकाता में मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मौलाना आजाद पुस्तकालय और जम्मू में मौलाना आजाद स्टेडियम है. उनके निवास स्थान को मौलाना आजाद संग्रहालय बना दिया गया है.

स्कूलों व कॉलेजों में कई तरह के होते हैं कार्यक्रम : 11 नवंबर के दिन हर साल सभी स्कूलों व कॉलेजों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.इस दिन छात्र और शिक्षक साक्षरता के महत्व और शिक्षा के विभिन्न पहलुओं के प्रति अपने विचार साझा करते हैं.कई तरह के सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन होता है.विभिन्न स्कूलों में निबंध, भाषण, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है.

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