नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2025 (NEET UG 2025) के रिजल्ट घोषित कर दिए हैं. नतीजे घोषित होने के साथ ही जहां कई स्टूडेंट्स का डॉक्टर बनने का सपना साकार हो गया है तो वहीं कुछ छात्र-छात्राओं की नीट में रैंक अच्छी नहीं आई है. यदि आपको भी कम रैंक के कारण मनचाही MBBS सीट नहीं मिली है तो परेशान न हों.
आप दूसरी बार कोशिश कर सकते हैं. आप मेडिकल और हेल्थ सेक्टर में कुछ और कोर्स कर अपना करियर बना सकते हैं. आइए जानते हैं MBBS के अलावा कौन-कौन विकल्प आपके पास हैं?
परीक्षा में इतने लाख स्टूडेंट्स हुए थे शामिल
आपको मालूम हो कि इस साल मेडिकल यूजी प्रवेश परीक्षा 4 मई को पेन-पेपर मोड आयोजित हुई थी. इस परीक्षा में 22.7 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल हुए थे. नीट यूजी परीक्षा भारत में सरकारी और निजी संस्थानों में स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश निर्धारित करती है.
BDS: यदि नीट यूजी परीक्षा में कम रैंक आए हैं और आपको MBBS नहीं मिला है तो आप BDS (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) कर सकते हैं. यह पांच साल का कोर्स है. इसमें दंत चिकित्सा और सर्जरी से जुड़ी गहन जानकारी दी जाती है. इसमें दाखिला NEET स्कोर के आधार पर ही होता है.
BSc नर्सिंग: यदि आपको मरीजों की देखभाल और अस्पताल की सेवाओं में रुचि है तो आप BSc नर्सिंग का कोर्स कर सकते हैं. यह कोर्स चार साल का होता है. इसमें क्लीनिकल ट्रेनिंग, पब्लिक हेल्थ और पेशेंट केयर की शिक्षा दी जाती है.
B-Pharma: यदि आपको दवा और मेडिकल रिसर्च में रुचि है तो आप B-Pharma (फार्मेसी) का चार साल का कोर्स कर सकते हैं. इस कोर्स में ड्रग डेवलपमेंट, फार्मास्युटिकल मार्केटिंग और क्वालिटी कंट्रोल जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं.
BPT: फिजियोथेरेपी (BPT) कोर्स फिटनेस, स्पोर्ट्स साइंस और मसल इंजरी थेरेपी में करियर बनाने के इच्छुक स्टूडेंट्स के लिए एक तेजी से उभरता क्षेत्र है. आप इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं. यह कोर्स शारीरिक उपचार और पुनर्वास से जुड़ा है.
BSc बायोटेक्नोलॉजी/बायोमेडिकल साइंस: आप BSc बायोटेक्नोलॉजी या बायोमेडिकल साइंस का कोर्स कर सकते हैं. यह कोर्स मेडिकल रिसर्च, जेनेटिक्स और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भविष्य बनाने के लिए काफी अच्छा है. आप इन कोर्स को कर सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अच्छी नौकरी पा सकते हैं.
BAMS (आयुर्वेद): यदि आपको प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में रुचि है तो आप BAMS में भी करियर बना सकते हैं. यह 5 साल का कोर्स है. इसमें आयुर्वेदिक सिद्धांतों के साथ आधुनिक मेडिसिन की भी जानकारी दी जाती है.
अन्य विकल्प: आपको मालूम हो कि कई संस्थानों में अब ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड में मेडिकल से संबंधित कई कोर्स कराए जाते हैं. आप गैप ईयर लेने के बजाय नीट की तैयारी संग एमिटी यूनिवर्सिटी, भारत सरकार के स्वयं प्लेटफॉर्म, इग्नू यूनिवर्सिटी व अमेरिकन एकेडमी ऑफ प्रोफेशनल कोर्स जैसी संस्थानों से इन कोर्सेज को कर सकते हैं. नीट एग्जाम में असफल स्टूडेंट्स विदेश से मेडिकल की पढ़ाई कर सकते हैं.