कहते हैं कि अगर ठान लिया जाए तो कुछ भी मुमकिन नहीं...यही बात तमिलनाडु की रहने वाली वासुकी विनोथी पर पूरी तरह से लागू होती है...सुनामी समेत ज़िंदगी के तमाम संघर्षों को पार करते हुए वो आज अपने मछुआरे समुदाय के बच्चों के लिए एक मिसाल बन चुकी हैं...देखिए ये रिपोर्ट.