अन्नू कपूर को आज हर कोई जानता है. वह अपने अभिनय से फिल्म में जान डाल देते हैं. वह आज करोड़ों रुपए की संपत्ति के मालिक हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि अन्नू कपूर का जीवन बड़ी कठनाइयों से भरा रहा है. उन्होंने कभी पेट पालने के लिए चाय बेची तो कभी स्टेज शो में गाना गाया.
पिता एक पारसी थिएटर कम्पनी चलाते थे
अन्नू कपूर का जन्म 20 जनवरी 1956 को मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में हुआ था. उनके पिता मदनलाल कपूर पंजाबी थे और उनकी मां कमला बंगाली थी. उनके पिता एक पारसी थिएटर कम्पनी चलाते थे, जो शहर-शहर जा-जाकर गली नुक्कड़ पर परफॉर्म करती थी. उनकी माता एक कवियत्री और क्लासिकल नृत्य में पारंगत थीं. दादाजी कृपा राम कपूर बिर्टिश आर्मी में डॉक्टर के पद पर कार्यरत थे. उनकी दादी गंगा राम कपूर एक भारतीय स्वतंत्र संग्राम सेनानी थी. माता-पिता की कमाई से परिवार के सदस्यों का पेट भरना मुश्किल हो रहा था इसलिए अभिनेता ने कभी स्टॉली लगाकर, तो कभी लौटरी की टिकट बेचकर गुजारा किया.
आर्थिक तंगी की वजह से पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी
एक साक्षात्कार के दौरान अभिनेता अन्नू कपूर ने खुलासा किया था कि वह मां से नाराज होकर घर से भाग गए थे. अभिनेता बताते हैं कि मैं भागकर लखनऊ आ गया. यहां गुजारा करने के लिए स्टेज शो करता था, जिसके लिए मुझे पांच रुपए मिलते थे. आर्थिक तंगी की वजह से पढ़ाई भी बीच में ही छोड़ दी थी. हालांकि बाद में दिल्ली स्थित नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया. यहीं मेरी एक नाटक के दौरान मेरी मुलाकात श्याम बेनेगल से हुई थी.
करियर की कैसे हुई शुरूआत
अन्नू कपूर ने अपने करियर की शुरुआत साल 1979 में बतौर स्टेज आर्टिस्ट के जरियर की. उन्हें पहली बार स्टेज शो एक रुका हुआ फैसला में श्याम बेनेगल ने नोटिस किया. उन्होंने अपने हिंदी सिनेमा करियर फिल्म मंडी से की थी. उन्होंने अपने 30 साल के अभिनय करियर में कई हिंदी फिल्मों, और टीवी सीरियल्स में काम किया. उन्हें हिंदी फिल्म विक्य डोनर में डॉ. चड्ढा की बेहतरीन भूमिका अदा करने के लिए फिल्मफेयर और नेशनल अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है. आज अन्नू कपूर एक फिल्म के लिए तीन से चार करोड़ रुपए लेते हैं.
नहीं मिला लीड रोल
श्याम बेनेगल की पहली फिल्म मंडी के बाद अन्नू कपूर को कई फिल्मों को ऑफर मिला. अभिनेता ने बैक-टू-बैक काला पत्थर, कंधार, मशाल, मिस्टर इंडिया, गुनाहों का फैसला, तेजाब, चालबाज जैसी फिल्मों में काम किया. लेकिन किसी भी फिल्म में उन्हें लीड रोड नहीं मिला. टीवी शो अंताक्षरी उनके यादगार शो में से एक है. अन्नु कपूर का असली नाम अनिल कपूर है, जो पहले से एक स्थापित एक्टर थे. इस वजह से अन्नु कपूर को अपना नाम बदलना पड़ा.
शादीशुदा जिंदगी में कई ट्विस्ट आए
अन्नू कपूर ने अपने करियर में तो खूब नाम कमाया लेकिन उनकी शादीशुदा जिंदगी में कई ट्विस्ट आए. अन्नू ने अपनी पत्नी अनुपमा से तलाक ले लिया था और फिर कुछ सालों बाद दोबारा उन्हीं से शादी कर ली थी. अनुपमा अमेरिका की रहने वाली थीं और उनसे 13 साल छोटी थीं. करीब 17 साल साथ रहने के बाद अन्नू और अनुपमा का तलाक हो गया था. साल 1995 में अंताक्षरी के सेट पर अन्नू की मुलाकात अरुनिता से हुई. दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे और शादी कर ली. शादी के बाद अरुनिता को पता चला कि अन्नू कपूर शादीशुदा हैं. साल 2001 में दोनों के एक बेटी अराधिता भी हुई. उस दौरान अन्नू कपूर का किसी से अफेयर हो गया. अन्नू बहाना करके अरुनिता को छोड़ बेडरूम से बाहर चले जाया करते थे. इस बात का जिक्र अरुनिता ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था. हालांकि साल 2008 में अन्नु ने अपनी पहली पत्नी अनुपमा से फिर से शादी कर ली.