ब्रिटेन के ओलिवर मैक्कैन अपने स्टेज नेम ‘imoliver’ नाम से जाने जाते हैं. हालांकि, मैक्कैन दावा करते हैं कि उनके पास कोई म्यूजिक टैलेंट नहीं है. न वे गा सकते हैं, न कोई म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट बजा सकते हैं. इसके बावजूद, AI की मदद से वे इंडी पॉप, इलेक्ट्रो सोल से लेकर कंट्री रैप जैसी शैलियों में गाने बना रहे हैं.
रिकॉर्ड लेबल के साथ कॉन्ट्रैक्ट
पिछले महीने, मैक्कैन ने इंडिपेंडेंट रिकॉर्ड लेबल हॉलवुड मीडिया के साथ करार किया. यह कदम इसलिए ऐतिहासिक माना जा रहा है क्योंकि पहली बार किसी रिकॉर्ड लेबल ने एक AI म्यूजिक क्रिएटर को साइन किया है. उनके एक ट्रैक को 3 मिलियन यानी 30 लाख से ज्यादा बार स्ट्रीम किया गया और यहीं से वह पॉपुलर हुए.
AI म्यूजिक की बढ़ती लहर
सुनो (Suno) और युडियो (Udio) जैसे एआई सॉन्ग जनरेटर ने संगीत की दुनिया में एक नई लहर ला दी है. हाल ही में. एआई से बने काल्पनिक बैंड Velvet Sundown के गानों ने इंटरनेट पर धूम मचाई थी.
- स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म Deezer के आंकड़ों के मुताबिक, रोजाना अपलोड होने वाले गानों में से 28% एआई-जनरेटेड हैं.
- अप्रैल में यह आंकड़ा 18% था. हालांकि, इनमें से ज्यादातर गानों की स्ट्रीमिंग संख्या बेहद कम है.
विवाद और कॉपीराइट की लड़ाई
- एआई संगीत को लेकर इंडस्ट्री में अलग-अलग राय हैं.
- Sony Music, Universal Music Group और Warner Records ने सुनो और युडियो पर कॉपीराइट उल्लंघन के मुकदमे दायर किए हैं.
- जून 2025 में बातचीत भी शुरू हुई, ताकि मूल कलाकारों को एआई रीमिक्सिंग से होने वाली आय का हिस्सा मिल सके.
- वहीं, 1,000 से अधिक संगीतकारों ने यूके में एआई से जुड़े कानूनी बदलावों के विरोध में ‘साइलेंट एल्बम’ जारी किया. इनमें केट बुश, एनी लेनॉक्स और डेमन अल्बार्न शामिल हैं.
कलाकारों में बंटा नजरिया
- कुछ कलाकार इसे खतरा मानते हैं, तो कुछ इसे अवसर.
- विल.आई.एम, टिंबालैंड और इमोजेन हीप जैसे कलाकार एआई तकनीक का स्वागत कर रहे हैं.
- दूसरी ओर, पारंपरिक संगीतकारों को डर है कि उनकी रचनात्मकता की कीमत कम हो जाएगी.
- सपोर्टर्स इसे ऑटो-ट्यून, ड्रम मशीन और सिंथेसाइज़र जैसी पुरानी तकनीकों के समान मानते हैं, जिन्हें शुरू में विरोध झेलना पड़ा लेकिन बाद में आम हो गईं.
एआई क्रिएटर्स की मेहनत
- Imoliver और अमेरिकी कलाकार स्कॉट स्मिथ जैसे लोग मानते हैं कि एआई से संगीत बनाना भी आसान नहीं है.
- मैक्कैन कहते हैं कि वे एक गाने के 100 अलग-अलग वर्जन तैयार करते हैं और फिर उनमें से सबसे अच्छा चुनते हैं.
- स्मिथ के अनुसार, उन्हें गीत लिखने में 10 मिनट लगते हैं, लेकिन सही धुन पाने के लिए 8-9 घंटे तक अलग-अलग वर्जन बनाने पड़ते हैं.
हालांकि, ज्यादातर एआई म्यूजिक क्रिएटर्स मानते हैं कि एआई के गाने रिपीटिटिव और कॉमन हो सकते हैं. बहुत से क्रिएटर्स खुद अपने लिरिक्स लिखना पसंद करते हैं. अमेरिकी कलाकार लुकास रैम्स का कहना है कि एआई लिरिक्स अक्सर कॉमन होते हैं, लेकिन यह लिखने की प्रोसे शुरू करने में मददगार हैं.
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