हिंदी सिनेमा में अपने बेमिसाल अभिनय से अमिट छाप छोड़ने वाले एक्टर बृजेंद्र काला जल्द ही 'पंच कृति- फाइव एलिमेंट्स' नाम की एंथोलॉजी फिल्म में दिखाई देंगे. फिल्म अगस्त में रिलीज होने वाली है. इसमें उनके साथ पूर्वा पराग, उमेश बाजपेयी, सागर वाही, सारिका भरोलिया, माही सोनी, कुरांगी नागराज, हरवीर मलिक और रुहाना खन्ना भी मुख्य भूमिकाओं में हैं. 'पंचकृति - फाइव एलिमेंट्स' पूरी तरह से मध्य प्रदेश में फिल्माई गई है.
फिल्म 'पंचकृति - फाइव एलिमेंट्स' पांच अलग-अलग दिलचस्प और बेहतरीन कहानियों पर आधारित है, जो एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं. चंदेरी जैसे छोटे शहर की पृष्ठभूमि पर बनी ये फिल्म कहानियों को कहने का अनोखा और साहसिक रास्ता दिखाती है. फिल्म की पांच कहानियां वास्तविक घटनाओं पर आधारित हैं.
प्रमोशन का निकाला अलग तरीका
'पंचकृति - फाइव एलिमेंट्स' अपने अलग प्रमोशन की वजह से चर्चा में है. फिल्म देखने वाले दर्शकों के लिए सरप्राइज तैयार किया गया है. दर्शकों की भारी भीड़ के लिए आकर्षक पुरस्कार है जिसका फैसला लकी ड्रा से किया जाएगा. फिल्म की हर एक स्क्रीनिंग में तीन लकी ड्रा और बंपर प्राइज जीतने का मौका दर्शकों को मिलेगा. प्रोडक्शन हाउस का मूल उद्देश्य भारत के ग्रामीण इलाकों में सिंगल स्क्रीन में नई जान फूंकना भी है. निर्माताओं को आशा है कि इस प्रयास से पूरे विश्व के सिनेमाओं में नया बदलाव आएगा.
फिल्म पर बात करते हुए बृजेन्द्र काला कहते हैं कि 'पंचकृति - फाइव एलिमेंट्स' में कई लोकप्रिय और बड़े कलाकार शामिल हैं. पांच अलग-अलग कहानियों को अनावश्यक तत्वों के बिना, रचनात्मक रूप से एक सकारात्मक पारिवारिक-मनोरंजन फिल्म में एक साथ पिरोया गया है, जो शहरी और ग्रामीण दर्शकों को बेहद पसंद आएगा.
सोचने पर मजबूर कर देंगी कहानियां
इस फिल्म का निर्देशन संजॉय भार्गव ने किया है. वे कहते हैं, फिल्म की सभी पांच कहानियां हमें सोचने पर मजबूर कर देंगी कि हम अपने भारतीय पारंपरिक दैनिक जीवन में कहां और कैसे रहते हैं? और क्या करते हैं? फिल्म में अनुभवी कलाकारों को लिया गया है. कहानी का फिल्मांकन करते समय फिल्म को प्रभावी और सशक्त बनाने के लिए और अभिनय को वास्तविक रूप प्रदान करने के लिए बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है.
फिल्म की निर्माता हरिप्रिया भार्गव का कहना है कि उन्होंने हमारी समृद्ध विरासत, रीति-रिवाजों, परंपराओं और भारतीय ग्रामीण जीवन शैली से प्रभावित होकर यह कहानी बनाई है. वह आगे कहती हैं कि यह फिल्म भारत के दूर दराज क्षेत्रों में रहने वाले उभरते प्रतिभाशाली कलाकारों को काम करने का मौका और नई पहचान दिलाती है. इस फिल्म की कुछ कहानी महिलाओं पर केंद्रित है.