Joyland banned in pakistan: क्या है 'जॉयलैंड' फिल्म की कहानी, जिसे ऑस्कर में भेजने के बाद पाकिस्तान में किया गया बैन

पाकिस्तान ने अपनी आवाम के लिए ऑस्कर में भेजी गई फिल्म 'जॉयलैंड' को बैन कर दिया है. जॉयलेंड पहली ऐसी पाकिस्तानी फिल्म थी जिसकी स्क्रीनिंग Cannes Film Festival में हुई थी.

Joyland banned in pakistan
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 15 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:56 PM IST
  • फिल्म को क्रिटिक्स की भी तारीफें मिली थीं
  • पाकिस्तान में ट्रांसजेडर समुदाय के लोगों को समाज से बाहर माना जाता है.

पाकिस्तान ने अपनी फिल्म 'जॉयलैंड' को देश में बैन कर दिया है. पाकिस्तान ने अपनी इसी फिल्म को आधिकारिक तौर पर ऑस्कर-2023 के लिए भेजा था. अब पाक का कहना है कि 'जॉयलैंड' में 'अत्यधिक आपत्तिजनक' कंटेंट है, जिसकी वजह से ये पाकिस्तान में लोगों को नहीं दिखाई जा सकती. ‘जॉयलैंड’ पाकिस्तान में पिछले शुक्रवार को रिलीज होनी थी. फिल्म को क्रिटिक्स की भी तारीफें मिली थीं.

'जॉयलैंड' के मेकर्स ने बैन को 'असंवैधानिक और अवैध' बताया है. गौरतलब है, यह फिल्म 'कान्स फिल्म फेस्टिवल' में कोई अवॉर्ड जीतने वाली पहली पाकिस्तानी फिल्म है. पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक उन्हें ऐसी कई लिखित शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिसमें कहा गया है कि फिल्म में बेहद आपत्तिजनक सामग्री है जो हमारे सामाजिक मूल्यों और नैतिक मानकों के अनुरूप नहीं है. हालांकि कान्स फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित होने वाली पहली पाकिस्तानी फिल्म अब पाकिस्तान में रिलीज नहीं की जा सकेगी. ये फिल्म पाकिस्तान की पहली ऐसी फिल्म है जिसे ऑस्कर में भेजा गया है. 

क्या है फिल्म की कहानी

जॉयलैंड लाहौर के एक मिडिल क्लास परिवार की कहानी है जिसमें एक पिता अपने दो बेटों और बहुओं पर शासन करता है. वो चाहता है कि उनके बच्चे उन्हें पोते-पोतियां दें, लेकिन उसकी इस मंशा पर तब पानी फिर जाता है जब उनके छोटे बेटे हैदर को एक इंटरसेक्स डांसर बीबा से प्यार हो जाता है. बीबा एक थिएटर आर्टिस्ट और डांसर भी है. वो ट्रांसजेंडर के तौर पर खुद को आइडेंटिफाई करता है. पाकिस्तान में ट्रांसजेडर समुदाय के लोगों को समाज से बाहर माना जाता है. ऐसे देश में हैदर और बीबा की लव स्टोरी में किस किस्म की दिक्कतें आती हैं, फिल्म इसी के बारे में है. इस फिल्म का निर्देशन सैम सादिक ने किया है. उन्होंने ही मैगी ब्रिग्स के साथ मिलकर इस फिल्म को लिखा भी है. इस फिल्म में रस्ती फारूक, सरवत गिलानी और अली जुनैजो ने अहम बूमिका निभाई है.

ये शर्मनाक है

'जॉयलैंड' को देश में बैन किए जाने के विरोध में सरवत गिलानी ने लिखा- ये शर्मनाक है कि छह साल में 200 पाकिस्तानियों द्वारा बनाई गई फिल्म जिसे टोरंटो से लेकर कान्स तक में स्टैंडिंग ओवेशन मिला, उसे अपने ही देश में बैन कर दिया गया. देश के इस गर्व के पल को हमसे मत छीनिए.

 

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