अनुपम खेर ने अपने चार दशक से अधिक के फिल्मी करियर में हर किरदार को अपनी अदाकारी की कसौटी माना है. उन्होंने कभी यह आग्रह नहीं पाला कि वे किसी खास किरदार के लिए मुफीद हैं. उनका मानना है कि अभिनय एक कला है और यह कुदरत का दिया सबसे नायाब तोहफा है. अनुपम खेर ने कहा, "मैं खुद को एक्टर कहना पसंद करता हूं, बजाय इसके कि मुझे कैरेक्टर एक्टर या हीरो जैसे किसी स्लॉट में रखा जाए." उन्होंने 27 साल की उम्र में अपनी पहली फिल्म में 65 साल के रिटायर्ड स्कूल टीचर का किरदार निभाया.