रमेश सिप्पी की ब्लॉकबस्टर फिल्म शोले 15 अगस्त को अपने 50 साल पूरे कर रही है. इस फिल्म के डायलॉग आज भी लोगों को जुबानी याद हैं. पुलिस भी कभी-कभी लोगों को समझाने के लिए इन्हीं डायलॉग्स का इस्तेमाल करती है. एक बात सामने आई कि दूसरा शोले बनाना मुश्किल है. फिल्म में तीन तरह की हिट फिल्में बताई गईं: हिट, सुपर डुपर हिट और शोले. फिल्म के हर किरदार और डायलॉग खास हैं. एक सीन में बीरबल की मूंछ कटती है, वह भी लोगों को याद है. फिल्म में एक किरदार को बसंती के साथ रोमांस करने का मौका मिला, जिसे वह सबसे अच्छा रोल मानते हैं. फिल्म की कहानी में विधवा पुनर्विवाह का एक दृष्टिकोण था, जिसे हटा दिया गया था. ओपी रल्लन साहब की फिल्म फूल और पत्थर इसी विषय पर बनी थी और सफल हुई थी. जनवरी में उसी वर्ष दीवार रिलीज हुई थी, जिसमें एक किरदार की मृत्यु हो गई थी. बाद में उस किरदार को जीवित रखने का निर्णय लिया गया और सोमवार को जो हुआ वह अद्भुत हो गया.