कोलकाता के इतिहास में पहली बार 4 महिला पुजारी करेंगी दुर्गा पूजा, जानें इस ऐतिहासिक बदलाव की वजह

कोलकाता के इतिहास में पहली बार नया उदाहरण स्थापित होने जा रहा है. सार्वजनिक दुर्गा पूजा चार महिला पुजारी करवाएंगी. कोलकाता की 66 पल्ली दुर्गा पूजा कमेटी ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए यह निर्णय किया है.

कोलकाता में पहली बार 4 महिला पुजारी करेंगी दुर्गा पूजा
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 04 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 1:52 PM IST
  • कोलकाता में 4 महिला पुजारी कराएंगी दुर्गा पूजा
  • सार्वजनिक दुर्गा पूजा महिला पुजारी करवाएंगी
  • इनकी पूजा में श्लोक, मंत्रों के साथ रवींद्र संगीत भी

कोलकाता के इतिहास में पहली बार नया उदाहरण स्थापित होने जा रहा है. सार्वजनिक दुर्गा पूजा चार महिला पुजारी करवाएंगी. कोलकाता की 66 पल्ली दुर्गा पूजा कमेटी ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए यह निर्णय किया है. 66 पल्ली पूजा समिति के प्रद्युम्न मुखर्जी का कहना है कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि खूंटी पूजा (पंडाल बनाने की शुरुआती पूजा) से विजया दशमी तक किसी महिला पुजारी ने पूजा की हो.  पर हमारे क्लब में चार महिलाओं की टीम यह नई परंपरा शुरू करेगी.  

पहली बार सार्वजनिक दुर्गा पूजा चार महिला पुजारी करवाएंगी

पिछले साल के अंत में पूजा समिति के वयोवृद्ध पुरुष पुजारी के निधन के बाद यह निर्णय किया गया है. बता दें कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में मां दुर्गा की पांच दिवसीय पूजा होगी और बंगाल का दुर्गा पूजा विश्व विख्यात है. लगभग 10 साल पहले, डॉ. नंदिनी, रुमा, सीमांती और पॉलोमी ने 'शुभमस्तु' नाम के एक ग्रुप का गठन किया था, उनका समूह जो विभिन्न सामाजिक और धार्मिक आयोजन करता रहा है, लेकिन पहली बार पुजारी के रूप में दुर्गा पूजा की रस्में निभाएगा. कोलकाता में 66 पल्ली दुर्गा पूजा समिति द्वारा आयोजित सभी अनुष्ठानों को महिलाएं करेंगी.

डॉक्टर नंदनी और रुमा संस्कृत की प्रोफेसर हैं 

डॉक्टर नंदनी का कहना है कि ''हमने कभी नहीं सोचा था कि हम कभी पुजारी के रूप में पूजा करेंगे. जब हमने शुरुआत की थी, तो यह हमारे दिमाग में यह नहीं था  रुमा रॉय और मैं संस्कृत के प्रोफेसर हैं और हमने महसूस किया कि युवा पीढ़ी इन अनुष्ठानों में रुचि लेती है और उन्हें बताया जाना चाहिए कि इनका क्या मतलब है.''  

पॉलोमी एक शिक्षिका और गायिका हैं

बता दें कि उनकी बेटी की शादी समूह द्वारा आयोजित पहली सामाजिक शादी थी. वहीं, सीमांती का बचपन शांतिनिकेतन में बीता है. वह गायिका और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. पॉलोमी एक शिक्षिका और गायिका हैं और उन्होंने समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर किया है.
 

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