लगातार तीन सालों से सर्दियों के मौसम में रूस से गुजरात आ रहे हैं Great Knot '6Z'

गुजरात में जामनगर जिले के तटीय गांव बालाचडी में ग्रेट नॉट (कैलिड्रिस टेनुरोस्ट्रिस) नामक पक्षी दिखाई दिया है. यह लगातार तीसरा साल है, जब यह पक्षी गुजरात आया है. ग्रेट नॉट (Great Knot) रूस में टैग किया गया एक शोरबर्ड है, जिसका कोड नाम '6Z' है. 

Great Knot '6Z' (Source: Facebook/@6zgreatknot)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 17 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:41 AM IST
  • बालाचडी में लगातार तीसरी बार आए Great Knot
  • रूस में किया गया ही टैग और कोड नाम है '6Z'

बहुत से लोग अलग-अलग पक्षियों को देखने यानी की बर्डवॉचिंग का शौक होता है. कुछ लोग इन दुर्लभ पक्षियों के दिखने पर उनके बारे में जानकारी भी इकट्ठा करते हैं. पक्षियों के माइग्रेटिंग सीजन में लोग अलग-अलग इलाकों में जाकर बर्डवॉच करते हैं. 

और आज ऐसे ही पक्षी प्रेमियों के लिए हमारे पास एक गुड न्यूज़ है. दरअसल, गुजरात में जामनगर जिले के तटीय गांव बालाचडी में ग्रेट नॉट (कैलिड्रिस टेनुरोस्ट्रिस) नामक पक्षी दिखाई दिया है. यह लगातार तीसरा साल है, जब यह पक्षी गुजरात आया है.  

ग्रेट नॉट (Great Knot) रूस में टैग किया गया एक शोरबर्ड है, जिसका कोड नाम '6Z' है. 

लगातार तीसरी बार आए भारत: 

इस पक्षी का लगातार तीसरी बार बालाचडी में दिखना इस बात का प्रमाण है कि बालाचडी इन पक्षियों के लिए एक अच्छा और अनुकूल माइग्रेटरी स्थल बन रहा है. कई विशेषज्ञ अब उम्मीद करते हैं कि गुजरात और भारत की लंबी तटरेखा चीन और अफ्रीका में इन पक्षियों के आश्रय स्थल खत्म होने के बाद एक सुरक्षित स्थान प्रदान करेगी.

ग्रेट नॉट प्रवास के लिए मध्य एशिया फ्लाईवे (सीएएफ) और पूर्वी एशियाई-ऑस्ट्रेलियाई फ्लाईवे (ईएएएफ) दोनों का उपयोग करती है. लेकिन हो सकता है कि चीन में घटते मडफ्लैट्स के कारण बहुत से पक्षी ईएएएफ की बजाय सीएएफ का इस्तेमाल करें. हालांकि, इस विषय पर अभी और रिसर्च की आवश्यकता है. 

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि यह एक प्रतिष्ठित पक्षी है. लेकिन यह शोरबर्ड्स के बीच चिंता का विषय है. इस प्रजाति के इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) स्टेटस को 2014 में 'लीस्ट कंसर्न' से संशोधित कर 2019 में 'लुप्तप्राय' कर दिया गया था. इसे भारत की राष्ट्रीय कार्य योजना (2018) के लिए मध्य एशियाई फ्लाईवे में संरक्षण के लिए शीर्ष 20 प्राथमिकता वाली प्रजातियों में से एक के रूप में पहचाना गया है.

2019 में पहली बार बालाचडी में दिखा: 

6 अक्टूबर 2019 को यशोधन भाटिया ने पहली बार '6Z' को देखा था. जब वह आशीष पंखनिया के साथ बालाचडी गए थे. यशोधन एक बर्डवॉचर हैं. उन्होंने और आशीष ने बहुत से पक्षियों के फोटो खींचे और इनके बारे में जानकारी इकट्ठा की. इन्हीं पक्षियों के बीच उन्हें लगभग 20 ग्रेट नॉट भी दिखलाई पड़े. 

इनमें से एक पक्षी के पैर पर एक बैंड बंधा हुआ था, जिस पर '6Z' अंकित था. शोरबर्ड टैगिंग प्रोटोकॉल चार्ट से उन्हें पता चला कि इस पक्षी को रूस में टैग किया गया है. 

 

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