Lucknow: स्टेट कैपिटल रीजन में बनेगा सेंट्रल म्यूजियम, AI विजुअल्स में दिखेंगे प्रदेश के पर्यटन स्थल

उत्तर प्रदेश स्टेट कैपिटल रीजन में एक सेंट्रल म्यूजियम बनाया जाएगा, जिसमें प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों के एआई जनरेटेड 3D विजुअल्स दिखाए जाएंगे. लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, बाराबंकी और रायबरेली को मिलाकर 26 हजार वर्ग किमी क्षेत्र में UPSCR फैला है.

Lucknow Central Museum (Photo/Meta AI)
gnttv.com
  • लखनऊ,
  • 10 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 5:46 PM IST

उत्तर प्रदेश में पर्यटन को नई पहचान देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. यूपी स्टेट कैपिटल रीजन में एक सेंट्रल म्यूजियम बनाया जाएगा, जिसमें प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों के एआई जनरेटेड 3D विजुअल्स प्रदर्शित किए जाएंगे. साथ ही उन स्थलों के इतिहास की विस्तृत जानकारी भी पर्यटकों को मिलेगी. लखनऊ समेत छह जनपदों (सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, बाराबंकी और रायबरेली )को मिलाकर विकसित किया जा रहा UPSCR लगभग 26,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला होगा. इससे क्षेत्रीय विकास के साथ-साथ रोजगार, निवेश और पर्यटन को भी नई गति मिलेगी.

स्टेट कैपिटल रीजन प्लान का सर्वे-
लखनऊ विकास प्राधिकरण में स्टेट कैपिटल रीजन प्लान की सर्वे रिपोर्ट का प्रेजेंटेशन दिया गया. इस मौके पर विधान लखनऊ सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी, एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार, मुख्य नगर नियोजक के.के. गौतम सहित कई अधिकारी और इंजीनियर मौजूद रहे.

एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि UPSCR के लिए जीआईएस आधारित क्षेत्रीय महायोजना तैयार करने के लिए AECOM India Pvt. Ltd. और Aegis India Consulting Engineers Pvt. Ltd. के कंसोर्टियम का चयन किया गया है. कंसल्टेंट कंपनी एक वर्ष में रीजनल प्लान तैयार करेगी, जिसके बाद अगले पांच वर्षों में डीपीआर और परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा.

सर्वे रिपोर्ट में बताया गया कि लखनऊ अन्य जनपदों की तुलना में अधिक विकसित है. आसपास के जनपदों से रोजाना हजारों लोग रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यवसाय के लिए लखनऊ आते हैं. एससीआर योजना के तहत इन जनपदों का भी समानांतर विकास किया जाएगा, ताकि स्थानीय स्तर पर ही रोजगार और सुविधाएं उपलब्ध हो सकें. इससे माइग्रेशन में कमी आएगी और गांवों तक शहरी सुविधाएं पहुंचेंगी.

कृषि आधारित उद्योगों का हब बनाने की योजना-
सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने बैठक में कहा कि सीतापुर और हरदोई रोड पर कृषि आधारित उद्योगों का हब विकसित करने की योजना तैयार की जा रही है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में करीब 16 करोड़ पर्यटक अयोध्या आ रहे हैं. ऐसे में उन्हें लखनऊ और एससीआर के अन्य जिलों से जोड़ने के लिए विस्तृत प्लान की आवश्यकता है.

एलडीए उपाध्यक्ष के मुताबिक, UPSCR के अंतर्गत आने वाले सभी जनपदों के बीच हाई-स्पीड रेल और रोड कनेक्टिविटी का प्रावधान किया जा रहा है. इससे आवागमन तेज और सुगम होगा, औद्योगिक व व्यावसायिक विकास को बल मिलेगा और बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे.

(अंकित मिश्रा की रिपोर्ट)

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