Sri Chaitanya ने किया देश का पहला ‘Hybrid Classroom’ लॉन्च, जानिए इसके बारे में

Sri Chaitanya ने किया भारत का पहला हाइब्रिड फ्लेक्सिबल लर्निंग क्लासरूम लॉन्च किया है. हाईफ्लेक्स मॉडल में छात्र अपने आप चुन सकते हैं कि वह ऑनलाइन पढ़ना चाहते हैं या फिर आमने-सामने. इसमें छात्र अपने कंप्यूटर के माध्यम से, या आमने-सामने क्लास में उपस्थित रहकर, या फिर चाहे रिकॉर्डिंग के माध्यम से क्लास ले सकते हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर
अपूर्वा सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 28 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 12:26 PM IST
  • Sri Chaitanya ने लॉन्च किया भारत का पहला हाइब्रिड फ्लेक्सिबल लर्निंग क्लासरूम
  • पहले चरण में बनाये जायेंगे 120 क्लासरूम
  • शिक्षकों को देंगे हाइब्रिड लर्निंग पर ट्रेनिंग: CBSE

कोरोना महामारी के दौरान जब स्कूल-कॉलेज बंद हुए तो बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए अलग-अलग माध्यम अपनाये गए. इसके परिणामस्वरूप शिक्षकों ने बच्चों की क्लासेज ऑनलाइन ली. ऑनलाइन टूल के उपयोग ने शिक्षकों को छात्रों के साथ जुड़ने का एक बिल्कुल नया तरीका दिया है. इन सबके बीच श्री चैतन्य (Sri Chaitanya) ने भारत का पहला हाईफ्लेक्स (HyFlex) यानि हाइब्रिड फ्लेक्सिबल लर्निंग क्लासरूम लॉन्च किया है. 

पहले चरण में बनाये जायेंगे 120 क्लासरूम

इस हाईफ्लेक्स मॉडल के पहले चरण में, देशभर में 120 क्लासरूम बनाये जायेंगे. हाईफ्लेक्स मॉडल में छात्र अपने आप चुन सकते हैं कि वह ऑनलाइन पढ़ना चाहते हैं या फिर आमने-सामने. HyFlex शिक्षण मॉडल का उपयोग सभी संस्थानों में विभिन्न तरीकों से किया जा सकेगा. इससे उन छात्रों को सबसे अधिक फायदा होगा जो व्यक्तिगत रूप से क्लास लेने नहीं जा पा रहे हैं. 

क्या है हाइब्रिड मॉडल?

दरअसल, इस मॉडल में इंस्ट्रक्टर को क्लास और ऑनलाइन दोनों अट्मॉस्फेयर के अनुकूल कंटेंट तैयार करना होता है. दूसरे शब्दों में समझें, तो सारे लर्निंग मटेरियल को बिना डिलीवरी की परवाह करे समान रूप से संबोधित करना होगा. इसमें चाहे कोई छात्र अपने कंप्यूटर के माध्यम से, या आमने-सामने क्लास में उपस्थित रहकर, या फिर चाहे रिकॉर्डिंग के माध्यम से क्लास ले सकते हैं. 

छात्रों के साथ शिक्षकों को भी होगा फायदा 

श्री चैतन्य एजुकेशनल इंस्टीटूशन की अकादमिक डायरेक्टर सुषमा बोपना कहती हैं कि हाइफलेक्स में हमने फेस-टू-फेस और ऑनलाइन माध्यम दोनों को जोड़ दिया है. हालांकि, किसी भी छात्र के जीवन में कैंपस लाइफ या इंस्टीटूशन में जाकर पढ़ना सबसे  जरूरी होता है.” 

इन्फिनिटी लर्न के सीईओ उज्जवल सिंह कहते हैं कि अगर छात्र कुछ समय के लिए क्लास नहीं ले पा रहे हैं या वह आइसोलेशन में हैं तो वह अपना सिलेबस ऑनलाइन पूरा कर सकते हैं. जब छात्र आमने-सामने क्लास अटेंड करने में समर्थ होंगे तब इस मेथड से उन्हें पढ़ाया जायेगा. छात्रों के साथ-साथ ये शिक्षकों के लिए भी फायदेमंद होगा. जो इंस्ट्रक्टर आमने-सामने क्लास लेने में असमर्थ हैं वह दूर रहकर भी क्लास ले सकते हैं. 

शिक्षकों को देंगे हाइब्रिड लर्निंग पर ट्रेनिंग: CBSE 

गौरतलब हो कि देश के सबसे बड़े शिक्षा बोर्डों में से एक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने भी घोषणा की है कि वह अपने शिक्षकों को हाइब्रिड लर्निंग पर ट्रेनिंग देगा, ताकि उन्हें कोविड-19 महामारी जैसी अनिश्चित स्थितियों के लिए उन्हें तैयार किया जा सके.

सीबीएसई ने 26 अक्टूबर को स्कूलों के प्रमुख को पत्र लिखकर कहा, “इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले शिक्षकों को टेक्नोलॉजी की बुनियादी समझ होनी चाहिए.  एक बार जब शिक्षक इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा कर लेंगे, तो उन्हें सर्टिफिकेट दिया जायेगा. "हाइब्रिड लर्निंग" के लिए स्पेशलिस्ट भी मौजूद रहेंगे, इनसे भविष्य में सलाह ले सकेंगे.” 

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