भारत में तेज होगी वैक्सीन न‍िर्माण की रफ्तार, अमेर‍िका कर रहा मदद

डीएफसी ने एक बयान में कहा कि यह दौरा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और 'क्वाड' में उनके समकक्षों - ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान द्वारा निर्धारित ऐतिहासिक प्रतिबद्धता के समर्थन में है. दरअसल ये पहल वैश्विक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और विकासशील देशों में DFC निवेश के माध्यम से COVID-19 वैक्सीन उत्पादन क्षमता का विस्तार करने में मदद करेगी.

वैक्सीन निर्माण के लिहाज से महत्वपूर्ण है DFC प्रमुख का दौरा
शताक्षी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 16 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 11:36 PM IST
  • DFC प्रमुख अक्टूबर के अंत में करेंगे भारत का दौरा
  • वैक्सीन निर्माण के लिहाज से महत्वपूर्ण है DFC प्रमुख का दौरा

भारत में वैक्सीन निर्माण को बढ़ावा देने के लिए क्वाड के प्रयासों के तहत यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (DFC) के प्रमुख अक्टूबर महीने के अंत में भारत का दौरा करेंगे. यूनाइटेड स्टेट्स इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (DFC) राज्य द्वारा संचालित एक विकास वित्त संस्थान है, जो मुख्य रूप से निम्न और मध्यम आय वाले देशों में विकास परियोजनाओं में निवेश करता है. DFC के सीओओ डेविड मार्चिक एक हाई-पावर डेलीगेशन का प्रतिनिधित्व करने  24 से 26 अक्टूबर तक भारत आएंगे. एक अधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि डेलीगेशन हैदराबाद में भारतीय वैक्सीन निर्माता बायोलॉजिकल ई के कार्यालयों का दौरा करेगा साथ ही वैक्सीन निर्माण के लिए पर्याप्त क्षमता वाली एक नई सुविधा खोलने के लिए एक हस्ताक्षर समारोह में भाग लेगा.

वैक्सीन निर्माण के लिहाज से महत्वपूर्ण है DFC प्रमुख का दौरा
डीएफसी ने एक बयान में कहा कि यह दौरा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और 'क्वाड' में उनके समकक्षों - ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान द्वारा निर्धारित ऐतिहासिक प्रतिबद्धता के समर्थन में है. बता दें कि 24 सितंबर को बिडेन ने व्हाइट हाउस में क्वाड नेताओं के पहले व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी. राष्ट्रपति बिडेन के निमंत्रण पर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उनके समकक्ष ऑस्ट्रेलिया से स्कॉट मॉरिसन और जापान से योशीहिदे सुगा ने भी  क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लिया था. शिखर सम्मेलन के समापन के बाद, क्वाड नेताओं ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि COVAX के माध्यम से फाइनेंस होने वाली खुराक के अलावा, क्वाड देशों ने वैश्विक स्तर पर सुरक्षित और प्रभावी COVID-19 टीकों की 1.2 बिलियन से अधिक खुराक दान करने का संकल्प लिया है. जिसके तहत हिंद-प्रशांत के देशों को लगभग 79 मिलियन सुरक्षित, प्रभावी और गुणवत्ता-आश्वासन वाली वैक्सीन खुराक वितरित की जा चुकी है. दरअसल ये पहल वैश्विक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और विकासशील देशों में DFC निवेश के माध्यम से COVID-19 वैक्सीन उत्पादन क्षमता का विस्तार करने में मदद करेगी.

भारत से पहले दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर रहेंगे DFC प्रमुख
दरअसल मार्चि 18 अक्टूबर से दक्षिण अफ्रीका की अपनी यात्रा के बाद ही भारत की यात्रा करेंगे. इस दौरे में DFC के वाइस प्रेसिडेंट ऑफ डेवलपमेंट क्रेडिट जिम पोलन और अन्य DFC के वरिष्ठ कर्मचारी भी उनके साथ होंगे. दक्षिण अफ्रीका दौरे पर DFC डेलीगेशन अफ्रीका डेटा सेंटर का दौरा करेगा. ये डेटा सेंटर DFC क्लाइंट भी है जो की पूरे अफ्रीका में महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचे का विकास और विस्तार कर रहे हैं. एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया है कि ये डेलीगेशन पोर्ट एलिजाबेथ में मौजूद अफ्रीका के सबसे बड़े फार्मास्युटिकल निर्माता एस्पेन फार्माकेयर का दौरा करेगा, साथ ही साथ COVID-19 प्रतिक्रिया के लिए महत्वपूर्ण अन्य दवा निर्माताओं से भी मुलाकात करेगा. DFC ने विज्ञप्ति में बताया की बिडेन प्रशासन के पहले दिन से, राष्ट्रपति बिडेन ने कहा है कि टीकाकरण करके ही पूरे विश्व को इस महामारी से बचाया जा सकता है. अमेरिका ने दुनिया भर में कोविड के टीकों की 1.1 बिलियन खुराक दान करने के लिए वादा किया है और पहले ही विकासशील देशों को लगभग 200 मिलियन खुराक भेज चुका है.

 

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