ठंड के मौसम में हमारी स्किन ड्राई होने लगती है. इस मौसम में त्वचा का रूखा होना आम बात है, लेकिन सर्दियों में चाहे महिला हों या पुरुष हर कोई होंठों के फटने से परेशान रहता है. कई बार फटे होंठों से खून भी आने लगता है.
क्रीम और लिप बाम लगाने के बावजूद होंठ फटने बंद नहीं होते हैं. हालांकि इन्हें लगाने से थोड़ा आराम जरूर मिलता है लेकिन इस समस्या से पूरी तरह से छुटकारा नहीं मिलता है. आइए जानते हैं सर्दियों में आखिर होंठ क्यों फटते हैं और इससे छुटकारा पाने के लिए क्या करने चाहिए?
आखिर क्यों फटते हैं होंठ
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ठंड में बार-बार होंठों का फटना या सूखना सिर्फ सर्दी के मौसम के कारण नहीं होता है बल्कि शरीर में न्यूट्रिएंट्स की कमी के कारण भी ऐसा होता है. हमारे शरीर को सही तरह से काम करने के लिए प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की तरह विटामिन की भी जरूरत पड़ती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सर्दियों में विटामिन बी12 की कमी के कारण हमारे होंठ फटते और सूखते हैं.
होंठों की स्किन काफी पतली और नरम होती है. शरीर के अन्य अंगों की तुलना में होंठ मौसम और वातावरण में मौजूद तत्वों के संपर्क में ज्यादा आते हैं. ठंड के मौसम में वातावरण में नमी काफी कम हो जाती है. इसका प्रभाव हमारे होंठों पर भी पड़ता है. होंठों की त्वचा रूखी और परतदार हो जाती है. इसके अलावा सर्दियों में लोग पानी कम पीते हैं. इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे होंठों के फटने की समस्या और बढ़ जाती है. बार-बार रूखे होंठों को चाटने से भी होंठ सूखने और फटने लगते हैं.
होंठों को फटने से रोकने के लिए क्या करें
विटामिन बी12 की कमी से होंठ फटते हैं. ऐसे में हमें उन चीजों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए, जिनमें यह विटामिन अधिक मात्रा में हो. आप विटामिन बी12 की कमी को दूर करने के लिए मछली खा सकते हैं. सैल्मन मछली, टूना और सार्डिन में बी12 भरपूर मात्रा में होता है. क्लैम और ऑयस्टर जैसी चीजें भी अपने आहार में शामिल कर सकते हैं. अंडा में भी विटामिन बी12 खूब पाया जाता है. ऐसे में आप रोज अंडा खा सकते हैं. दूध और दही खाने से भी विटामिन बी12 की कमी दूर हो जाती है.
नाभि में लगाएं ये तेल
पतंजलि के आयुर्वेद विशेषज्ञ आचार्य बालकृष्ण ने भी होंठों को फटने से रोकने के लिए एक देसी नुस्खा बताया है. आचार्य बालकृष्ण के मुताबिख होंठों के फटने की समस्या से छुटकारा पाने में सरसों का तेल या तिल का तेल काफी असरदार उपाय हो सकते हैं. उनका कहना है कि इन दोनों में से कोई भी तेल रात में सोने से पहले नाभि पर लगाएं. होंठ नरम और मुलायम रहेंगे, वे कभी नहीं फटेंगे. आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक नाभि शरीर का केंद्र बिंदु होता है. आयुर्वेद में माना जाता है कि नाभि में लगाया गया तेल शरीर के कई हिस्सों को पोषण देता है. नाभि में तेल लगाने से स्किन की ड्राईनेस कम होती है, शरीर में नेचुरल मॉइस्चर बढ़ती है और इसका असर सीधे होंठों पर भी दिखाई देता है.