सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखना बहुत जरूरी होता है, ताकि बाहर की ठंड का असर शरीर पर कम हो और हमारा शरीर बीमारियों से खुद लड़ सके. आंवले से बना च्यवनप्राश इम्यूनिटी बढ़ाने का एक आयुर्वेदिक और ग्रामीण इलाकों में पारंपरिक तरीका है. यह स्वाद में मीठा होता है और अगर घर में बनाया जाए तो बिल्कुल शुद्ध और पौष्टिक बनता है. जानिए कि कैसे आप घर पर ही पौष्टिक और स्वादिष्ट च्यवनप्राश तैयार कर सकते हैं.
च्यवनप्राश बनाने की सामग्री
- घिसा हुआ आंवला- आंवले में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन भरपूर होते हैं. यह खून बढ़ाने में भी मदद करता है और सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है.
- पिसा हुआ काजू और बादाम- काजू और बादाम की तासीर गर्म होती है. ये शरीर को गर्म रखने और ताकत देने में सहायक हैं. इनमें प्रोटीन और हेल्दी फैट भी अच्छी मात्रा में होते हैं.
- किशमिश- किशमिश में आयरन और प्राकृतिक मिठास होती है, जो च्यवनप्राश को स्वादिष्ट बनाती है.
- गुड़- गुड़ मिठास देने के साथ शरीर को गर्म भी रखता है. इसमें आयरन भरपूर होता है.
- पीसे हुए गर्म मसाले- दालचीनी, लौंग, बड़ी इलायची, छोटी इलायची जैसे मसाले स्वाद और सुगंध बढ़ाते हैं और गर्म भी होते हैं.
- घी- सारी सामग्री को अच्छी तरह पकाने के लिए घी का इस्तेमाल किया जाता है.
घर में च्यवनप्राश बनाने की विधि
- कढ़ाई में घी गर्म करके सबसे पहले घिसा हुआ आंवला डालें और भूनें.
- जब आंवला पानी छोड़ने लगे, तब उसमें बाकी की पिसी हुई सामग्री मिलाकर लगभग आधे घंटे तक पकाएं.
- चाहे तो मीठे के लिए इसमें गुड़ डाल दें. गुड़ गर्म होता है और फायदेमंद भी.
- जब च्यवनप्राश में थोड़ा सा ही पानी बचे, तब इसे धीमी आंच पर 15–20 मिनट पकने दें.
स्टोर करने का सही तरीका
- च्यवनप्राश पक जाने पर उसे गैस से उतार लें और बड़े बर्तन में ठंडा होने दें.
- ठंडा हो जाने पर इसे कांच के साफ जार में भरकर फ्रीज या किसी ठंडी जगह पर स्टोर करें.
- इससे च्यवनप्राश लंबे समय तक खराब नहीं होगा.
- जब भी खाना हो उससे पहले आप इसे थोड़े से घी में हल्का गर्म करके खा सकते हैं.
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