भारत को जल्द मिलेगी सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन Cervavac...कैसे करेगी काम, क्या होगी कीमत, जानिए

विशेषज्ञ इसे सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने के एक वास्तविक अवसर के रूप में देखते हैं. इस बीमारी से हर वर्ष लगभग 67,000 मौतें होती हैं. भारत में अभी इससे पहले सर्वाइकल कैंसर की कोई स्वदेशी वैक्सीन नहीं थी.

Cervical Cancer Vaccine
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 20 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 6:42 PM IST
  • सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है
  • वैक्सीन से कम होगा प्रभाव

केंद्र इस साल के अंत तक राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के हिस्से के रूप में सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII)द्वारा निर्मित भारत के पहले क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन (qHVP) को इस्तेमाल में लाने की योजना बना रहा है. विशेषज्ञ इसे सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने के एक वास्तविक अवसर के रूप में देखते हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की है कि इसे राष्ट्रीय एचपीवी टीकाकरण रणनीतियों में लागू किया जाएगा और ये मौजूदा टीकों की तुलना में अधिक सस्ती कीमत पर उपलब्ध होगी. भारत में अभी सर्वाइकल कैंसर की विदेशी वैक्सीन उपलब्ध हैं, लेकिन इसकी कीमत 4 हजार रुपये तक है.

सर्वाइकल कैंसर दूसरा सबसे आम तरह का कैंसर है जो महिलाओं को प्रजनन आयु (15-44) में अपना शिकार बनाता है और मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण बनता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC-WHO) के अनुसार 1.23 लाख मामलों और प्रति वर्ष लगभग 67,000 मौतों के साथ भारत वैश्विक बोझ का लगभग पांचवां हिस्सा है.

कैसे करेगी काम?
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI),जिसने कंपनी को 6 जुलाई को वैक्सीन का निर्माण शुरू करने की अनुमति दी थी, ने 12 जुलाई को SII को मार्केट ऑथराइजेशन की सिफारिश की है. ड्रग कंट्रोलर ने कोविड-19 पर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की सिफारिश के बाद 15 जून को इसकी मंजूरी दी. विश्व स्वास्थ्य संगठन की इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC-WHO) के अनुसार वैक्सीन, Cervavac,हेपेटाइटिस B वैक्सीन के समान VLP (वायरस जैसे कण) पर आधारित है और HPVवा यरस L1 प्रोटीन के खिलाफ एंटीबॉडी उत्पन्न करके सुरक्षा प्रदान करता है.

वैक्सीन से कम होगा प्रभाव
Human papillomavirus (एचपीवी) एक तरीके का वायरल इंफेक्शन है जो रीप्रोडक्टिव ट्रैक्ट को इनफेक्ट करता है. अधिकांश सेक्सुअली एक्टिव महिलाएं और पुरुष अपने जीवन में किसी समय इससे संक्रमित होंगे और कुछ बार-बार संक्रमित हो सकते हैं. सर्वाइकल कैंसर अब तक एचपीवी से संबंधित सबसे आम बीमारी है. इस प्रकार के अधिकांश कैंसर में 95 प्रतिशत से अधिक एचपीवी के कारण होते हैं. एचपीवी वैक्सीन से टीकाकरण के बाद सर्वाइकल कैंसर के प्रभाव को कम किया जा सकता है. यह सर्वाइकल कैंसर के अधिकांश मामलों को रोक सकता है अगर इसका पहले से ही पता लगा लिया जाए.

 

Read more!

RECOMMENDED