यूनिवर्सिटी ऑफ ओटागो के शोधकर्ताओं ने टीबी स्ट्रेन के लिए इलाज के नए विकल्प खोजे हैं. ये एंटीबायोटिक दवाओं के लिए Resistant हैं, जो इस बीमारी से निपटने में मदद करेंगे. इस दवा से रोजाना लगभग 4,000 लोगों की जान बचाई जै सकेगी. डिपार्टमेंट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी एंड इम्यूनोलॉजी के लेखक डॉ. मैथ्यू मैकनील और पीएचडी कैंडिडेट नताली वालर ने इस एंटीबायोटिक खोजने वाली टीम को लीड किया है. ये दवा Resistant TB के तनाव को जल्दी से खत्म कर सकती है.
हर दिन 4000 लोगों की जाती है जान
संक्रामक बीमारियों में टीबी दूसरे नंबर पर है. हर साल दस मिलियन लोग इस बीमारी से संक्रमित होते हैं और दिन भर में करीब 4,000 लोग टीबी की वजह से जान गवा देते हैं. न्यूजीलैंड में हर साल टीबी के लगभग 300 मामले सामने आते हैं. टीबी का इलाज करना बहुत कठिन है और उपचार के सीमित विकल्प हैं. रिसर्च में शामिल वैज्ञानिकों ने कहा, हमें न केवल नई दवाओं की जरूरत है, बल्कि बेहतर ड्रग कॉम्बिनेशन की भी जरूरत है जो इलाज में सुधार कर सकते हैं और एंटीबायोटिक प्रतिरोध को बढ़ने से रोक सकते हैं. टीबी फैलाने वाले सूक्ष्म जीवों में एंटीबायोटिक दवाओं के लिए प्रतिरोध का विकास हफ्तों से लेकर महीनों तक होता है
ऐसे किया जाएगा टीबी का इलाज
आमतौर पर एंटीबायोटिक Resistant से संवेदनशीलता कम हो जाती है, लेकिन कुछ मामलों में एक एंटीबायोटिक के लिए Resistant बनने से बीमारी एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाती है. जिन मरीजों पर प्रचलित दवाइयां बेअसर हो जाती हैं, ऐसे दवा प्रतिरोधी टीबी मरीजों का इलाज इस नए तरीके से किया जा सकेगा. अध्ययन में माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के एक कमजोर गैर-विषाणु का उपयोग किया गया जो कि बीमारी का कारण नहीं बन सकते थे. अध्ययन में उन दवाओं पर जोर दिया गया है जो या तो क्लिनिकली अप्रूव हैं या प्री क्लिनिकली अप्रूवल पीरियड में हैं. वैज्ञानिक इसपर और ज्यादा रिसर्च करने का विचार बना रहे हैं.
टीबी का हर संक्रमण खतरनाक नहीं
दवा-प्रतिरोधी टीबी तब होती है जब बैक्टीरिया में उन दवाओं का प्रतिरोध पैदा हो जाता है, जो आमतौर पर इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल की जाती हैं. टीबी की वजह मायकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस बैक्टीरिया का संक्रमण है. टीबी का एक मरीज 5 से 15 लोगों को संक्रमित कर सकता है. हालांकि टीबी का हर संक्रमण खतरनाक नहीं है. दुनियाभर में हर साल करीब टीबी के एक करोड़ मामले सामने आते हैं. टीबी का इलाज संभव है. इसलिए दवाएं समय से लें और कोर्स अधूरा न छोड़ें.