ब्रिटेन में वैज्ञानिकों ने एक साधारण ब्लड टेस्ट (Blood Test) का ट्रायल शुरू किया है, जो एक ही बार में 10 तरह के कैंसर को बहुत शुरुआती स्टेज में पहचान सकता है. इस ट्रायल का नाम है Enlighten है. Enlighten नाम का टेस्ट शरीर में उन प्रोटीन को खोजता है जो इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया से निकलते हैं, जब शरीर में कैंसर की शुरुआत होती है.
10 ट्यूमर वाले कैंसर पर होगा फोकस
इस ट्रायल में ब्लैडर, ब्रेस्ट, लंग, प्रोस्टेट, ओवरी, पैंक्रियाज, इसोफेगस (ग्रासनली), रीनल (गुर्दा), कोलोरेक्टल और मेलानोमा (स्किन कैंसर का एक प्रकार) जैसे ट्यूमर कैंसर को शामिल किया गया है. इस ब्लड टेस्ट की खास बात यह है कि यह शरीर में मौजूद कुछ खास प्रोटीन की पहचान करेगा, जो यह संकेत देते हैं कि इम्यून सिस्टम कैंसर की शुरुआत पर प्रतिक्रिया दे रहा है.
इस टेस्ट में करते हैं प्रोटीन की जांच
ट्रायल से जुड़े प्रोफेसर एंडी डेविस ने बताया कि इस टेस्ट को बाकी चल रहे मल्टी-कैंसर टेस्ट से अलग बनाता है इसका फोकस. उन्होंने कहा, “ज्यादातर मौजूदा रिसर्च ब्लड में मौजूद ट्यूमर डीएनए की जांच पर केंद्रित हैं, लेकिन ये डीएनए कैंसर के बहुत शुरुआती चरणों में नहीं मिलते. इस टेस्ट में हम उन प्रोटीन की जांच करते हैं जो शरीर की इम्यून प्रतिक्रिया के कारण ब्लड में आते हैं और हम मानते हैं कि यह शुरुआती कैंसर का बेहतर संकेत हो सकते हैं.”
लक्षण नहीं थे, लेकिन स्क्रीनिंग से कैंसर का पता चला
72 साल इयान रॉबिन्सन भी इस ट्रायल का हिस्सा हैं. उन्हें बॉवेल कैंसर का पता एक नियमित एनएचएस स्क्रीनिंग किट से चला. उन्होंने कहा, 'मुझे कोई लक्षण नहीं थे. दर्द नहीं था, कुछ भी महसूस नहीं हुआ. अगर स्क्रीनिंग न होती तो शायद बहुत देर हो जाती.'
इस टेस्ट के फायदे क्या हैं?
शुरुआती स्टेज में 86% तक सटीक पहचान
टेस्ट सस्ता और आसान
सिर्फ एक ब्लड सैंपल से काम हो जाएगा
न कोई बायोप्सी, न महंगे स्कैन
24 घंटे में मिल सकता है नतीजा
फॉल्स पॉजिटिव (गलत रिपोर्ट) की संभावना बहुत कम
यूके के कई अस्पतालों में चल रहा ट्रायल
वर्तमान में यूके में केवल 4 स्क्रीनिंग प्रोग्राम मौजूद हैं और वे केवल एक-एक कैंसर पर फोकस करते हैं. अभी यह ट्रायल हैम्पशायर और डॉर्सेट के 5 हॉस्पिटल्स में चल रहा है. जल्द ही मैनचेस्टर में भी शुरू होगा. उन्होंने कहा, “हम ऐसा टेस्ट विकसित करना चाहते हैं जो एक साथ कई कैंसर का शुरुआती संकेत दे सके, जिससे जल्दी इलाज शुरू हो सके.”
सफल हुआ ट्रायल तो मरीजों को होगी राहत
इस ट्रायल को साउथहैम्पटन क्लिनिकल ट्रायल यूनिट लीड कर रहा है और अब तक इसमें 450 मरीजों को शामिल किया जा चुका है, इसमें कुल 1,000 प्रतिभागियों को भर्ती करने का लक्ष्य है. अगर Enlighten ट्रायल सफल होता है, तो आने वाले समय में ये टेस्ट दुनियाभर में एक बड़ा बदलाव ला सकता है. ृभारत सहित कई विकासशील देशों में अभी भी कैंसर की अधिकतर पहचान लेट स्टेज में होती है. इस टेस्ट के जरिए कम खर्च में, कम समय में और बिना लक्षणों के भी कैंसर का जल्दी पता चलना संभव हो सकेगा.
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