बहुत से लोग अक्सर दिनभर थकान, सुस्ती और एनर्जी की कमी महसूस करते हैं. बहुत बार तो लगता है कि बस सोते रहें. लेकिन क्या आपको पता है कि इसके पीछे हमारी रोज़मर्रा की छोटी-छोटी आदतें ज़िम्मेदार हो सकती हैं.
जी हां, आज हम आपको बता रहे हैं कुछ कॉमन आदतों के बारे में जो आपकी एनर्जी को प्रभावित करती हैं. और कैसे इन्हें सुधार सकते हैं.
1. नाश्ता न करना
- रातभर के उपवास (फास्टिंग) के बाद नाश्ता हमारे शरीर को एनर्जी देता है.
- अगर नाश्ता स्किप करते हैं तो इससे ब्लड शुगर का स्तर कम हो जाता है, जिससे थकान, चिड़चिड़ापन और ध्यान की कमी हो सकती है.
- बेहतर है कि नाश्ते में प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स शामिल करें.
2. ज़्यादा स्क्रीन टाइम
- ज्यादातर स्क्रीन टाइम, खासकर सोने से पहले, आपके स्लीप साइकिल को बिगाड़ सकता है.
- मोबाइल, लैपटॉप या टीवी से निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को दबाती है, जिससे नींद की क्वालिटी खराब होती है.
- नतीजा: अगला दिन थकान, सुस्ती और ध्यान की कमी के साथ शुरू होता है.
3. शारीरिक गतिविधि की कमी
- ज़्यादा देर तक बैठकर काम करने या निष्क्रिय रहने से शरीर और दिमाग दोनों सुस्त हो जाते हैं.
- दिनभर में हल्की वॉक, स्ट्रेचिंग या हल्के व्यायाम करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और ऊर्जा बनी रहती है.
4. पानी की कमी (डिहाइड्रेशन)
- शरीर में पानी की कमी से थकान, सिरदर्द और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है.
- दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है ताकि शरीर की एनर्जी लेवल और फोकस बनाए रहें.
5. कैफीन का ज़्यादा सेवन
- ज्यादातर कॉफी या एनर्जी ड्रिंक तुरंत ऊर्जा का एहसास तो देते हैं, लेकिन बाद में एनर्जी क्रैश का कारण बनते हैं.
- ज़्यादा कैफीन नींद के पैटर्न को प्रभावित करता है और प्राकृतिक ऊर्जा संतुलन बिगाड़ देता है.
6. अनियमित नींद का रूटीन
- सोने और जागने के समय में लगातार बदलाव से शरीर की बॉडी क्लॉक असंतुलित हो जाती है.
- इससे नींद की गुणवत्ता खराब होती है और अगला दिन थकान और सुस्ती भरा लगता है.
- बेहतर होगा कि रोज़ाना एक ही समय पर सोना और उठना सुनिश्चित करें.
------------End-----------