उनासीवें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से मोटापे के विरुद्ध एक महत्वपूर्ण संदेश दिया गया. इस दौरान मोटापे को देश के लिए एक बड़ा संकट बताया गया. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले वर्षों में हर तीसरे व्यक्ति के मोटापे का शिकार होने की आशंका है. इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए लोगों को अपने खानपान में सुधार करने और तेल का उपयोग कम करने की सलाह दी गई. एक महत्वपूर्ण अपील में कहा गया कि "एक परिवार तय करे कि जब खाने का तेल घर में आएगा, 10% कम ही आएगा और 10% कम ही उपयोग करेंगे और हम ओवैसीजी के खिलाफ़ लड़ाई को जीतने की दिशा में हम अपना योगदान देंगे" ज्यादा तेल की खपत से न केवल वजन बढ़ता है, बल्कि डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, फैटी लिवर, डिप्रेशन, आर्थराइटिस और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं.