उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से बड़ी तबाही मची है. पहाड़ी का मलबा गांव में घुस गया है. दर्जनों घर मलबे में बह गए हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है. आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और आर्मी के साथ उत्तराखंड पुलिस की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं.
सेना की दो कॉलम मौके पर मौजूद हैं. इसमें 165 जवान और 5 खोजी कुत्ते शामिल हैं. मलबे में दबे लोगों की तलाश के लिए डॉग स्क्वॉड को लगाया गया है.
धराली गांव में 130 लोगों को बचाया गया है. अभी भी सैकड़ों लोग लापता हैं. कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.
आपदा की सूचना मिलते ही सबसे पहले सेना घटनास्थल पर पहुंची. चूंकि सेना का हर्षिल कैंप घटनास्थल से सिर्फ 4 किलोमीटर की दूरी पर है, इसलिए लगभग 150 सैनिक महज 10 मिनट में मौके पर पहुंच गए.
सेना की टीम तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया और कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. सेना के जवानों ने कई जगह रस्सियों की मदद से फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला.
एसडीआरएफ के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि राहत और बचाव कार्य में 50 जवानों की टीम लगी हुई है. अधिकारियों के मुताबिक, धाराली के अलावा हर्षिल में सेना कैंप के पास भी एक और बादल फटने की घटना हुई है.