इस साल महाराष्ट्र में हुई भीषण बारिश ने मराठवाड़ा, विदर्भ और पश्चिम महाराष्ट्र के हजारों किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया. तेज और लगातार हुई वर्षा से खड़ी खरीफ फसलें पूरी तरह तबाह हो गईं. सोयाबीन, कपास और मक्का जैसी मुख्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा, जिससे किसान आर्थिक रूप से टूट गए हैं. सरकार ने राहत पैकेज की घोषणा तो की है, लेकिन समाज के कई संगठन भी इन संकटग्रस्त किसानों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं.
21 लाख का योगदान-
इसी कड़ी में अमरावती के ‘एकता गरबा ग्रुप’ और ‘हनुमान चालीसा ट्रस्ट’ ने मानवता और सामाजिक जिम्मेदारी का परिचय देते हुए मुख्यमंत्री सहायता निधि में 21 लाख रुपए का योगदान दिया है. यह पहली बार है, जब किसी गरबा ग्रुप ने किसानों की मदद के लिए इतनी बड़ी राशि दान की है.
गरबा ग्रुप की पहल प्रेरणादायी- विधायक रवि राणा
इस संबंध में अमरावती के बडनेरा विधायक रवि राणा ने बताया कि एकता गरबा ग्रुप और हनुमान चालीसा ट्रस्ट की यह पहल समाज के लिए प्रेरणादायी है. उन्होंने कहा कि इस साल बाढ़ से पीड़ित किसानों के सामने दिवाली अंधेरी न हो, इसके लिए ऐसी सामाजिक संस्थाओं का आगे आना बेहद सराहनीय कदम है.
विधायक राणा ने कहा कि सरकार किसानों के लिए आर्थिक पैकेज तो दे रही है, लेकिन समाज के हर वर्ग को भी इस कठिन समय में किसानों के साथ खड़ा होना चाहिए. एकता गरबा ग्रुप और हनुमान चालीसा ट्रस्ट ने जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह पूरे महाराष्ट्र के लिए प्रेरणा बनेगा.
इस सहायता राशि का चेक मुख्यमंत्री सहायता निधि में औपचारिक रूप से सौंपा गया है. स्थानीय लोगों ने इस सामाजिक योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि अमरावती की यह पहल निश्चित रूप से बाढ़ से जूझ रहे किसानों के चेहरों पर दिवाली से पहले मुस्कान लाएगी.
(धनंजय साबले की रिपोर्ट)
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