अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले संघ परिवार तैयारी में जुट गया है. मंदिर आंदोलन की कमान संभालने वाले संघ परिवार के संगठन विश्व हिंदू परिषद ने देशभर में 5 लाख से ज़्यादा गांव में पहुंचने योजना बनायी है. उसके अलावा जन-जन को मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जोड़ने के लिए विहिप ने ‘शौर्य यात्राओं’ का आयोजन बनाई है. इसकी तैयारियों के लिए अयोध्या में संघ परिवार और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों की सक्रियता बढ़ गयी है.
अगले साल जनवरी के होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर संघ परिवार ने अभी से अपनी योजना तैयार कर ली है. जहां दो दिन तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश जोशी ‘भैया जी’ ने अयोध्या में ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ मंथन किया. विश्व हिंदू परिषद की दो दिन तक चली बैठक में कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई. हिंदू परिषद ने कार्यक्रमों की योजना ऐसे तैयार की है जिससे देश भर में लोगों की रामलला के प्राणप्रतिष्ठा उत्सव से जोड़ा जा सके.
शौर्य यात्राओं के मार्ग में धर्म सभाओं का भी होगा आयोजन
अयोध्या में हुई विहिप की बैठक और ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करके तय किया गया है कि विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता देशभर के 5 लाख गांव में पहुंचेंगे. उसके लिए सबसे पहले सितंबर महीने में ही विहिप के युवा संगठन बजरंग दल ‘शौर्य यात्रा’ निकालेगा. राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ऐसी होगी जो लोगों की भावनाओं से जुड़ी होगी. इसलिए ये तय किया गया कि विश्वहिंदू परिषद इसे ‘आनंदोत्सव’ के रूप में मनाएगी. जनवरी में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले विहिप ने कार्यक्रमों की शृंखला तैयार की है. इसमें सबसे अहम है कि 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक देश के 5 लाख से ज्यादा गांव में ‘शौर्य यात्रा’ निकाली जाएगी. जानकारी के अनुसार ऐसी 281 यात्राएँ निकाली जाएंगी. इस बात की योजना भी बनायी गयी है कि सभी यात्रा मार्गों पर 'धर्म सभाओं' का भी आयोजन होगा. इन आयोजनों में हिंदू समाज के समन्वय और एकीकरण का संकल्प लिया जाएगा. जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां स्थानीय स्तर पर ये कार्यक्रम जल्द ही शुरू होंगे.
बजरंग दल को शौर्य यात्रा की जिम्मेदारी
देश भर में शौर्य यात्रा निकालने की की ज़िम्मेदारी बजरंग दल को दी जाएगी. इसके कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जानकारी देंगे. इसके साथ ही जन-जन को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सहभागी बनने के लिए आमंत्रित करेंगे. वहीं ये भी योजना बनायी गयी है कि दीपावली के दौरान संत-महंत गांव में पदयात्रा करेंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से लोगों को जोड़ने के लिए संत समाज भी काम करेगा.
प्राण प्रतिष्ठा के दिन हर घर में जलाये 5 दिये
प्राण प्रतिष्ठा का दिन बेहद खास होगा. विहिप की बैठक से अलग राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भैया जी जोशी ने शनिवार की श्रीराम ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थ. उसमें इस बात पर मुहर लगी कि संघ का मार्गदर्शन और सहयोग प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में रहेगा. प्राण प्रतिष्ठा के दिन न सिर्फ देशभर के मंदिरों में आयोजन होंगे और प्रसाद बांटा जाएगा. बल्कि उस दिन हर रामभक्त परिवार से अपने घर में 5 दीपक जलाने का आह्वान किया जाएगा. साथ ही देशभर में मठ और मंदिर में आयोजन की योजना बनाई जाए.
दरअसल अयोध्या में मंदिर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले विश्व हिंदू परिषद को इसकी जिम्मेदारी देकर इस पूरे कार्यक्रम से हिंदू जनमानस को जोड़ने की योजना बनायी गयी है. संघ परिवार इस आयोजन को यादगार बनाने की तैयारी में है. हिंदू परिषद की अयोध्या में हुई बैठक के बाद ये तय किया गया है कि विहिप राम मंदिर के इस आयोजन की व्यवस्था में न सिर्फ़ भागीदार बनेगी, बल्कि इस आयोजन को यादगार बनाएगी. विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार का कहना है ‘रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम जन-जन का, हर रामभक्त का कार्यक्रम बने साथ ही देश ही नहीं, विदेशों में रहने वाले भी इस महाउत्सव में सहभागी हों. उसके लिए अयोध्या में हुई बैठक में निर्णय किया गया है. इसे व्यापक स्वरूप देने का फैसला किया गया है.’ प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन और व्यवस्था में संघ की भागीदारी रहेगी तो वहीं विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता लोगों से सम्पर्क की जिम्मेदारी संभालेंगे.