बिहार चुनाव को लेकर राजस्थान बीजेपी ने 20 महिला नेताओं की ड्यूटी बिहार की 10 अलग -अलग विधानसभाओं में लगाई है. अधिकांश महिला नेता एससी -एसटी और आदिवासी समाज से ताल्लुक रखती है. इनमें पूर्व सांसद और पूर्व विधायक को भी शामिल किया गया है.
बीजेपी की ओर से बिहार की पटना साहिब, कुम्हरार, बोध गया, गया, पूर्णिया, बिहपुर, भागलपर, दरभंगा, छपरा ऐसी विधानसभाएं है, जहां बीजेपी ने महिला नेताओं को प्रवासी कार्यकर्ताओं के रूप में भेजा है.
इन महिला लीडर्स को बड़ी जिम्मेदारी-
प्रदेश बीजेपी के आलाकमान ने विद्या वैष्णव, राधा भारद्वाज, पिंकी मांडावत, मंजू कुल्हरी, अनीता कटारा, मंजू मेघवाल, गायत्री शर्मा, कोमल गहलोत, पूर्व विधायक संतोष बावरी, मीना बैनर्जी, नूपुर मालव, रिंकू कंवर, पूर्व सांसद रंजीता कोली, ज्योति कंवर, पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल, शिवांगी सिकरवाल, मधु कुमावत, शीला विश्नोई, संगीता सोलंकी, उषा गहलोत की ड्यूटी बिहार की 10 विधानसभाओं में लगाई गई है.
इन महिला नेताओं के अलावा बीजेपी के बड़े नेताओं को भी बिहार चुनाव में भेजा जाएगा. हालांकि, ज्यादातर नेताओं को चुनाव की घोषणा के बाद ही जातिगत समीकरणों के आधार पर बिहार में फील्ड में उतारा जाएगा.
प्रदेश कांग्रेस को नेता भी जायेंगे बिहार-
बिहार में विधानसभा चुनाव के प्रचार प्रसार और प्रबंधन के राजस्थान कांग्रेस भी यहां के नेताओं को भेज रही है. एआईसीसी की ओर से देश भर से चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किए जा रहे हैं. हाल ही में एआईसीसी की ओर से जारी पर्यवेक्षकों की सूची में पूर्व विधायक अशोक चांदना, मनीष यादव के अलावा युवा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सीताराम लाम्बा को भी शामिल किया गया है. तीनों युवा नेता हैं. कहा जा रहा है कि जातिगत समीकरणों को देखते हुए कांग्रेस राजस्थान के अन्य नेताओं को भी बिहार चुनाव प्रबंधन के लिए भेज सकती है.
(शरत कुमार की रिपोर्ट)
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