दिल्ली में बढ़ते जल संकट ने व्यवस्थाओं को हिला दिया है. तेज हीटवेव और तापमान ने पानी की मांग बढ़ा दी है. हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि टैंकर भी पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं, जिस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कुछ लोग तो पानी की कमी से त्रस्त होकर गांव भी चले गए हैं. पॉश इलाका चाणक्यपुरी के विवेकानंद कैंप की रहने वाली शरीफा खातून बताती हैं कि पानी की कमी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. टैंकर सिर्फ 5 मिनट ही पानी दे पाता है, जबकि हमें कम से कम 15 मिनट तक पानी की जरूरत है.
पटेल नगर में पानी की दिक्कत-
विवेकानंद कैंप की तरह ही जिन इलाकों में वॉटर सप्लाई पाइप लाइनें अभी तक नहीं बिछाई गई हैं, उनमें रहने वाले लोगों को पानी की काफी दिक्कत हो रही है. जिन इलाकों में वॉटर सप्लाई पाइप लाइन नहीं है, वहां पानी सप्लाई के लिए टैंकर्स नाकाफी हैं.
पटेल नगर विधानसभा में पड़ने वाला ईस्ट पटेल नगर, नेहरू विहार, गायत्री कॉलोनी, पंजाबी बस्ती में पानी की दिक्कत है क्योंकि यहां 60-65 टैंकर पूरे इलाके में पानी आपूर्ति के लिए चाहिए, लेकिन सिर्फ 44 टैंकर्स ही सेवा दे रहे हैं. जल बोर्ड के मुताबिक कच्ची कॉलोनियों और ऐसे गांव के कुछ इलाके हैं, जहां वॉटर सप्लाई पाइप लाइन नहीं बिछाई गई. जैसे बुराड़ी विधानसभा के जिन इलाकों में पानी सप्लाई की दिक्कत है या पाइप लाइन नहीं हैं, वहां पानी सप्लाई के लिए कुल 31 टैंकर्स लगाए गए हैं.
बवाना में पानी की किल्लत-
बवाना विधानसभा में सबसे अधिक टैंकर्स लगाए गए हैं, क्योंकि इस विधानसभा में ग्रामीण इलाकों की संख्या अधिक है और उनमें पानी सप्लाई की लाइनें भी अभी तक नहीं बिछाई गई है. 70 विधानसभाओं को मिलाकर जल बोर्ड के अपने 176 और हायर किए गए 721 वॉटर टैंकरों से पानी सप्लाई की जा रही है.
सेंट्रल दिल्ली में पटेल नगर एक ऐसा विधानसभा हैं, जहां कई कॉलोनियों में अभी तक वॉटर सप्लाई पाइप लाइन ही नहीं बिछाई गई हैं. पंजाबी बस्ती, राजस्थानी कॉलोनी, गायत्री कॉलोनी, नेहरू विहार इन सभी कॉलोनियों में रोजाना टैंकर से पानी सप्लाई होता है. कुल 44 टैंकर है पानी सप्लाई के लिए, लेकिन टैंकरों की मांग इससे कहीं अधिक है.
एनडीएमसी ने पानी बचाने की अपील-
लुटियंस दिल्ली में पानी का संकट आ गया है और प्रभावित इलाकों में बंगाली मार्केट, अशोक रोड, हरिचंद माथुर लेन, कॉपरनिकस मार्ग, पुराना किला रोड, बाबर रोड, बाराखंभा, केजी मार्ग, विंडसर प्लेस, फिरोजशाह मार्ग, कैनिंग लेन शामिल हैं. इसके पीछे NDMC ने वजह बताई है कि दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) इलाके में तिलक मार्ग और बंगाली मार्केट स्थित भूमिगत जलाशय (UGR) में दिल्ली जल बोर्ड (DJB) से पानी की आपूर्ति करीब 40 फीसदी कम हो रही है. NDMC के मुताबिक डीजेबी ने बताया हैं कि कच्चे पानी की अनुपलब्धता के कारण वजीराबाद जल संयंत्र से पीने योग्य पानी का उत्पादन पूरी क्षमता से नहीं हो पा रहा है. इसलिए तिलक मार्ग यूजीआर और बंगाली मार्केट यूजीआर के कमांड क्षेत्र में पानी की आपूर्ति दिन में एक बार, सम्भवतः सुबह के समय में ही उपलब्ध कराई जाएगी.
हर बार होती है इन इलाकों में किल्लत-
दिल्ली में कुछ इलाके हैं, जहां हर साल गर्मी के मौसम में पानी की किल्लत होती है. इसमें नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली के बवाना, नरेला और रोहिणी का कुछ इलाका, करोलबाग, बापानगर, आनंद पर्बत और फरीदपुरी शामिल हैं. जबकि वेस्ट दिल्ली के उत्तम नगर, जनकपुरी विकासपुरी, मोती नगर, चांदनी चौक विधानसभा के लालबाग में आने वाला संगम पार्क इलाका शामिल है. इसके अलावा नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के करावल नगर और मुस्तफाबाद के कुछ इलाके और मुखर्जी नगर शामिल हैं. साउथ दिल्ली के खानपुर, अंबेडकरनगर, संगम विहार, महरौली वसंत कुंज आर के पुरम के कुछ सेक्टर, कुसुमपुर पहाड़ी का सावित्री कैंप शामिल है. जबकि ईस्ट-दिल्ली के ब्लॉक-8, गीता कॉलोनी, कृष्णा नगर, शाहदरा, दिलशाद गार्डन और मयूर विहार के कुछ हिस्से भी इसमें शामिल हैं.
(नई दिल्ली से राम किंकर सिंह की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें: