आज निर्वाचन आयोग के कई अधिकारियों ने बिहार में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें चुनाव आयोग के चीफ, श्री ज्ञानेश कुमार मौजूद रहे. उन्होंने लोगों को प्रेजेंटेशन के जरिए लोगों को जानकारी की कि प्रकार बिहार में होने में चुनावों कुछ नई पहल की जा रही हैं, जो आगे देश के चुनावों में भी लागू होंगे. सबसे पहले बिहार के 90 हजार 217 बीएलओ को उनके द्वारा किए गए की तारीफ की गई. साथ ही उनके द्वारा किए गए काम को बिहार में मतदाता सुद्धिकरण के लिए काफी अहम बताया गया.
प्रेजेंटेशन शुरु करने के पहले उन्होंने बताया कि मतदाता चुनाव को एक उत्सव की तरह लें. साथ ही इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी और भागीदारी को समझें. इसलिए उन्होंने सभी से निवेदन किया कि मतदान के लिए सभी लोग जाए.
प्रेजेंटेशन के मुख्य प्वाइंट
उन्होंने बताया कि राज्य में चुनाव होने से पहले चुनाव आयोग की मीटिंग पॉलिटीकल पार्टियों से होगी. जिसके बाद राज्य के कई नोडल अधिकारियों के साथ भी वह मुलाकात करेंगे. साथ ही इस बात पर चर्चा की जाएंगी कि किस प्रकार की तैयारियां चुनाव के लिए जरूरी होंगी. अंतिम चरण में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी.
साथ ही उन्होंने प्रेजेंटेशन में यह भी बताया कि बीएलए और बीएलओ की ट्रेनिंग दिल्ली में की गई. साथ आगे भी दिल्ली में होगी. इसके अलावा पहले जहां जिस राज्य में चुनाव होते थे, वहां की पुलिस की ट्रेनिंग उसी राज्य में होती, लेकिन अबसे यह दिल्ली में हुआ करेगी.
मतदाता को लेकर भी उन्होंने कहा कि किसी भी मतदाता का वोटर कार्ड आवेदन के 15 दिनों के भीतर उनके पास आ जाएगा. साथ ही उन्होंने बीएलओ को लेकर एक अहम प्वाइंट कहा. उनका कहना था कि बीएलओ को आईडी कार्ड मुहैया करवाया जाएगा. जिससे उनकी पहचान आसानी से की जा सके.
मतदाता को लेकर उन्होंने यह कहां कि मोबाइल फोन हर मतदाता के लिए जरूरी होता है, इसलिए पोलिंग बूथ के बाहर सुविधा रखी जाएगी कि मतदाता अपना फोन वहां आराम से रख सके. साथ ही जैसे कि देखा जाता है कि कई बार पोलिंग बूथ में भीड़ बहुत ज्यादा हो जाती है, जिसको बाद में कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो जाता है. इसलिए हर पोलिंग बूथ में केवल 1200 मतदाता ही जा सकेंगे.
साथ ही मतदाता को मिलने वाली वोटिंग स्लिप पर वोटिंग बूथ और सीरियल नंबर बड़े अक्षरों में लिखा होगा. इसके अलावा मतदान देते समय जैसे कई बार लोगों कि शिकायत रहती है कि उन्हें उम्मीदवार का फोटो साफ नहीं दिखा या वहां लिखा था अंक छोटा था. इस दिक्कत को दूर करने के लिए अंक को बड़ा किया जाएगा. साथ ही उम्मीदवार का फोटो रंगीन होगा.
चुनाव के बाद किसी पार्टी की जीत के बाद के आम तौर पर मशीन के छेड़छाड़ के बोल जरूर निकलते हैं. इसके जवाब में चीफ ने कहा कि अगर ऐसा होता है कि कहीं मिलान नहीं बैठ रहा है तो वीवीपैट की गिनती दोबारा की जाएगी.
हाल ही में वोट चोरी साथ ही कई ऐसी पर्ची दिखाने का मामला सामने आया जहां घरों के आगे केवल '0' लिखा हुआ था. इस बात पर विपक्ष का सवाल था कि ऐसे कैसे किसी के भी मकान का नंबर ऐसा हो सकता है. इसका जवाब देते हुए श्री ज्ञानेश कुमार ने कहा कि अगर किसी के पास अपना खुद का मकान नहीं होता है, या पंचायत ने मकान संख्या नहीं दी होती या निगम से नंबर मिला होता है. तो वहां नंबर '0' लगा दिया जाता है.