राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे एक बार से सुर्खियों में हैं. तेज प्रताप जल्द ही विमान उड़ाते हुए दिखाई दे सकते हैं. दरअसल, तेज प्रताप यादव कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) के कोर्स के इंटरव्यू में पास हो गए हैं. तेज प्रताप कमर्शियल पायलट लाइसेंस की ट्रेनिंग लेने के बाद पायलट के रूप में सूचीबद्ध हो जाएंगे.
इससे पहले राजद प्रमुख लालू यादव ने तेज प्रताप यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था. साथ ही परिवार से भी बेदखल कर दिया था. उसके बाद तेज प्रताप यादव का कमर्शियल पायलट लाइसेंस के कोर्स के लिए सिलेक्शन हो गया है. तेज प्रताप यादव को कमर्शियल पायलट लाइसेंस मिल सकता है.
तेज प्रताप यादव ने कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) कोर्स में एडमिशन के लिए 2024 में इंटरव्यू दिया था. रिजर्वेशन को लेकर इस कोर्स का रिजल्ट काफी समय से कोर्ट में पेंडिंग था. कोर्ट के आदेश के बाद अब रिजल्ट जारी कर दिया है. इस रिजल्ट में तेज प्रताप का नाम पांचवे नंबर पर है. कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस के कोर्स के लिए तेज प्रताप का सिलेक्शन हो गया है. कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस कोर्स क्या होता है और ये कैसे मिलता है? आइए इस बारे में जानते हैं.
तेज प्रताप बनेंगे पायलट?
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तेज प्रताप ने दावा किया था कि उनके पास पायलट की ट्रेनिंग है. तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर कहा था, अगर पायलट की ट्रेनिंग देश के काम आ सकती है तो मैं देश की सेवा के लिए हमेशा तैयार हूं. आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि मैंने भी पायलट की ट्रेनिंग ली है. अगर देश की सेवा के लिए मेरी जान भी जान चली जाए तो मैं खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा.
कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस कोर्स में सिलेक्शन होने के बाद तेज प्रताप ने इसको लेकर एक्स पर लिखा. तेज प्रताप ने एक्स पर कुछ फोटोज पोस्ट करते हुए लिखा कि पुराने मित्र और पायलट की ट्रेनिंग के दिनों में सहपाठी रहे आशीष सिन्हा जी ने आज मेरे सरकारी आवास पर आकर मुलाकात की. साथ ही बिहार उड्डयन संस्थान में CPL फ्लाइट कोर्स में चयनित होने पर बधाई भी दी.
कैसे मिलेगा लाइसेंस?
तेज प्रताप यादव का बिहार उड्डयन संस्था की ओर से संचालित कमर्शियल पायलट लाइसेंस कोर्स में सिलेक्शन हुआ है. इसके बाद उन्हें फ्लाइट उड़ाने की ट्रेनिंग मिलेगी. कमर्शियल पायलट लाइसेंस पाने के बाद ही कमर्शियल पायलट बन सकते हैं. इस लाइसेंस को पाने की शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो उम्र 18 साल या उससे ज्यादा होनी चाहिए. फिजिक्सस, इंग्लिश और मैथ्स के साथ 12वीं में पास होना चाहिए. इसके अलावा DGCA से क्लास 1 मेडिकल सर्टिफिकेट लेना जरूरी होता है.
कमर्शियल पायलट लाइसेंस पाने के लिए किसी फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन लेना पड़ता है. देश भर में DGCA से मान्यता पाने वाले कई सारे सरकारी और प्राइवेट फ्लाइंग स्कूल है. फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा और इंटरव्यू होता है. ऐसा ही इंटरव्यू तेज प्रताप ने दिया था. इसके बाद उनका सिलेक्शन कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) कोर्स के लिए हुआ है.
200 घंटें की फ्लाइंग
तेज प्रताप को जल्दी कमर्शियल पायलट का लाइसेंस नहीं मिलेगा. इसे पाने के लिए तेज प्रताप को कड़ी ट्रेनिंग करनी पड़ेगी. फ्लाइंग स्कूल में तेज प्रताप को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों कराया जाएगा. थ्योरी में एयर लॉ, नेविगेशन, मौसम की नॉलेज और एयरक्राफ्ट की टेक्निकल नॉलेज दी जाएगी.
कॉमर्शियल पायलट का लाइसेंस पाने के लिए 200 घंटे की फ्लाइंग करना जरूरी है. इस फ्लाइंग ट्रेनिंग में सोलो फ्लाइंग और नाइट फ्लाइंग भी शामिल होती है. इसके अलावा इंस्ट्रक्टर के साथ भी उड़ान करने होती है. इंटरव्यू पास करने के बाद फ्लाइंग ट्रेनिंग को पूरा करने में 2-3 साल लग जाते हैं. इस कोर्स को पूरा करने में 30-50 लाख रुपए का खर्चा आता है.
क्या होगा फायदा?
कमर्शियल पायलट लाइसेंस पाने के लिए लिखित, मौखिक और फ्लाइट टेस्ट होता है. ये टेस्ट DGCA की तरफ से आयोजित किया जाता है. इसको पास करने के बाद ही कमर्शियल पायलट लाइसेंस मिलता है. CPL पाने के लिए DGCA को अपने डॉक्युमेंट्स जमा करें. इसके बाद आपको कमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिल जाएगा. कमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिलने के बाद किसी भी एयरलाइन में पायलट के लिए आवेदन कर सकते हैं. कुछ एयलाइन में विमान उड़ाने से पहले ट्रेनिंग भी दी जाती है.
तेज प्रताप से पहले भी कई नेता पास फ्लाइट उड़ाने की ट्रेनिंग ले चुके हैं. बिहार के सांसद राजीव प्रताप रूड़ी भी कॉमर्शियल पायलट हैं. रूड़ी का नाम कॉमर्शियल पायलट के रूप में लिम्का ऑफ बुक ऑफ रिकार्ड्स में शामिल है. सांसद राजीव प्रताप रूड़ी इंडिगो एयरलाइंस के एयरबस-320 को उड़ाने वाले एकमात्र सांसद है. इसके अलावा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी तो एक पायलट थे. राजीव के भाई संजय गांधी के पास भी फ्लाइट उड़ाने की ट्रेनिंग थी. प्लेन हादसे में ही संजय गांधी की मौत हुई थी. अगर सब कुछ सही रहा तो तेज प्रताप यादव भी कॉमर्शियल पायलट बन जाएंगे.