Labour Codes 2025: मोदी सरकार ने 21 नवंबर दिन शुक्रवार को करोड़ों श्रमिकों को खुशखबरी दी है. सरकार ने चार नई श्रम संहिताओं (Labour Codes) को आधिकारिक रूप से लागू कर दिया है. अब हर कामगार को समय पर न्यूनतम वेतन मिलेगा. नए नियमों के तहत हर कर्मचारी को लिखित अपॉइंटमेंट लेटर दिया जाएगा. महिलाएं समान वेतन और पूरा सम्मान पाएंगी. यह सिर्फ कानून नहीं बल्कि हर श्रमिक के जीवन को आसान और सुरक्षित बनाने का दृढ़ संकल्प है. यह सुधार सिर्फ बदलाव भर नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्रमवीरों के कल्याण के लिए लिया गया एक ऐतिहासिक निर्णय है. ये नए श्रम सुधार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को नई गति प्रदान करेंगे.
40 करोड़ श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा का मिलेगा मजबूत कवच
नए श्रम कानूनों से देश के 40 करोड़ श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा का मजबूत कवच मिलेगा. फिक्स-टर्म कर्मचारियों को भी सिर्फ एक साल नौकरी करने के बाद ग्रेच्युटी का अधिकार होगा. 40 साल से अधिक उम्र वाले हर श्रमिक को सालाना मुफ्त हेल्थ चेक-अप मिलेगा. जोखिम भरे क्षेत्रों में काम करने वालों को 100% हेल्थ सिक्योरिटी की गारंटी दी जाएगी.
PF, ESIC, बीमा और सामाजिक सुरक्षा का दायरा गिग वर्कर्स को भी मिलेगा. ओवरटाइम करने वालों की मेहनत का अब सही मायने में सम्मान होगा. अब उन्हें ओवरटाइन करने पर दोगुना वेतन मिलेगा. इन सबके साथ देश के श्रम कानून अब अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो गए हैं, जिससे ‘श्रमिक न्याय’ की गारंटी और मजबूत हो गई है. ये बदलाव केवल नियमों में परिवर्तन नहीं बल्कि यह प्रधानमंत्री मोदी की उस दूरदृष्टि का परिणाम है, जो भारत को आत्मनिर्भर और विकसित भारत 2047 के मार्ग पर आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. नई श्रम संहिताएं आज हर श्रमिक के जीवन में उम्मीद की नई रोशनी लेकर आई है. एक ऐसे भारत की ओर, जहां हर मेहनतकश का सम्मान सुनिश्चित है, और उसका भविष्य सुरक्षित.
(हिमांशु/जितेंद्र बहादुर की रिपोर्ट)