Literacy rate India: अब ‘पूरी तरह साक्षर’ हुआ हिमाचल प्रदेश! जानिए कौन-कौन से राज्य इस लिस्ट में शामिल

शिक्षा सिर्फ किताबें पढ़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास की नींव है. साक्षरता से बेरोजगारी घटती है, महिलाएं सशक्त होती हैं और गरीबी का स्तर भी कम होता है. भारत जैसे बड़े देश में जब एक-एक राज्य 100% साक्षर बनता है, तो यह पूरे देश के लिए प्रगति का संकेत है.

Literacy rate India
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 09 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:04 PM IST

क्या आप जानते हैं कि आजादी के समय जहां पूरे देश को ‘अनपढ़’ कहा जाता था, वहीं अब भारत के कुछ राज्य 100% साक्षरता के मुकाम तक पहुंच चुके हैं? जी हां, हिमाचल प्रदेश ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए खुद को देश का चौथा पूरी तरह साक्षर राज्य घोषित किया है. लेकिन सवाल ये है कि आखिर कौन से और राज्य इस लिस्ट में शामिल हैं और इस सफर की शुरुआत कैसे हुई? 

हिमाचल की ऐतिहासिक छलांग 
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 8 सितंबर, अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर ऐलान किया कि अब हिमाचल प्रदेश 99.3% साक्षरता दर के साथ पूरी तरह साक्षर हो गया है. यह दर राष्ट्रीय औसत 95% से भी ज्यादा है.

सीएम सुक्खू ने कहा, “आजादी के वक्त जब हिमाचल की साक्षरता दर महज़ 7% थी, तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि 78 साल बाद यह राज्य शिक्षा का नया मापदंड बनेगा.”

कौन-कौन से राज्य बने ‘फुली लिटरेट’?
हिमाचल के साथ अब तक चार राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश (UT) यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. 

1. मिजोरम- सबसे पहला साक्षर राज्य

  • 20 मई 2025 को मिजोरम ने भारत का पहला पूरी तरह साक्षर राज्य बनने का गौरव हासिल किया.
  • 2023-24 की रिपोर्ट के मुताबिक यहां की साक्षरता दर 98.2% है.
  • 2011 की जनगणना में मिज़ोरम की साक्षरता 91.33% थी, जो अब बढ़कर नए रिकॉर्ड तक पहुंच गई.

2. गोवा- दूसरा राज्य

  • गोवा ने ULLAS (Understanding of Lifelong Learning for All in Society) पहल के तहत यह उपलब्धि पाई.
  • मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि पहले राज्य की साक्षरता दर 94% थी, लेकिन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बाद अब यह 100% हो गई है.

3. त्रिपुरा- तीसरा राज्य

  • त्रिपुरा की साक्षरता दर अब 95.6% तक पहुंच चुकी है.
  • 1961 में यह आंकड़ा महज़ 20.24% था, यानी इस राज्य ने शिक्षा के क्षेत्र में वाकई चमत्कारिक सुधार किया है.

4. हिमाचल प्रदेश- चौथा राज्य

  • 99.3% की साक्षरता दर के साथ हिमाचल ने अब लिस्ट में अपनी जगह बना ली है.

5. लद्दाख- पहला केंद्र शासित प्रदेश

  • 97% साक्षरता दर के साथ लद्दाख भारत का पहला केंद्र शासित प्रदेश बन गया है जिसने इस मुकाम को हासिल किया है.

लेफ्टिनेंट गवर्नर बी.डी. मिश्रा ने इस उपलब्धि की घोषणा की.

कहां पहुंचा देश?
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि भारत की साक्षरता दर 2011 की 74% से बढ़कर अब 2023-24 में 80.9% हो चुकी है. उन्होंने कहा, “सच्ची प्रगति तभी होगी जब हर नागरिक के जीवन में शिक्षा हकीकत बनेगी.”

क्यों है यह उपलब्धि इतनी खास?
शिक्षा सिर्फ किताबें पढ़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास की नींव है. साक्षरता से बेरोजगारी घटती है, महिलाएं सशक्त होती हैं और गरीबी का स्तर भी कम होता है. भारत जैसे बड़े देश में जब एक-एक राज्य 100% साक्षर बनता है, तो यह पूरे देश के लिए प्रगति का संकेत है.

आज जब दुनिया डिजिटल हो रही है, तब शिक्षा सबसे बड़ा हथियार बन चुकी है. हिमाचल प्रदेश और बाकी राज्यों की ये उपलब्धि हमें याद दिलाती है कि बदलाव संभव है- अगर सही दिशा और मेहनत हो.

 

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